पटना: राजधानी पटना सहित पूरे बिहार में अपराधियों का हौसला बढ़ा हुआ (Morale of Criminals Increased in Bihar) है. पटना समेत कई और जिलों में अपराधियों पर लगाम लगा पाना प्रशासन और सरकार के लिए मुनासिब नहीं हो पाया है. राजधानी पटना समेत पूरे बिहार में अपराधियों के तांडव से लोगों में खौफ समा गया है. बीते दिनों पटना में दो-दो डबल मर्डर से पूरे राज्य के लोगों में भय हो गया है. राज्य के लोगों को लगने लगा है कि इस राज्य से सीएम नीतीश कुमार और तेजस्वी प्रसाद यादव की सरकार में लगातार अपराधियों के द्वारा हत्या, लूटपाट का सिर्फ तांडव होगा. बीते दिनों अपराधियों ने प्रॉपर्टी डीलर मंटू शर्मा के साथ ही पिता सुधीर शर्मा को गोली मारकर हत्या कर दिया था. उसके बाद भाई संजीव शर्मा को गोली मार दिया जिससे वह बुरी तरह जख्मी हो गए थे. इस घटना को लेकर पुलिस छानबीन में जुटी ही थी कि फ़ुलवारी से सटे दानापुर में बुधवार को गैंगवार की घटना हो गयी. जिसमें अंकित और रोहित कुमार को गोली मारकर हत्या कर दी गई.
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पटना में डबल मर्डर: फुलवारीशरीफ की घटना पर गौर करें तब मालूम पड़ता है कि मृतक के घर पर 16 कैमरे लगे थे. इसमें 13 कैमरे में अपराधियों के गतिविधि, हथियार चला रहे अपराधी को मारपीट करते स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है. घटना की तार बेऊर जेल से जुड़े होने का संकेत मिले हैं. बताया जाता है कि पटना पुलिस की टीम ने बेऊर जेल में पहुंचकर कैदियों से पूछताछ की. मिल रही जानकारी के मुताबिक पुलिस ने अपराधियों की शिनाख्त करने के बाद जांच में जुटी है.
दानापुर में गोलियों से भूना: दानापुर में बीते बुधवार को दानापुर के तकियापर के खगड़ी रोड स्थित गुलडाक मंदिर में डबल मर्डर से दानापुर में खौफ बढ़ गई थी. अपराधियों ने रोहित और अंकित नाम के दो युवक को गोलियों से भून डाला था. जिससे उसकी मौत हो गई थी. बताया जाता हेै कि दोनों युवकों को सिर में गोली मारी गई थी. सूचना मिलते ही दानापुर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जें में लेकर दानापुर अनुमंडलीय अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. इस मामले पर बात करते हुए रोहित की मां ने बताया कि रोहित 8 दिन पहले ही जमानत पर जेल से रिहा होकर आया था. जिसके बाद दानापुर एएसपी अभिनव धीमान ने बताया कि ये हत्याकांड गैंगवार में किया गया है. पुलिस की टीम जानकारी मिलने के बाद जांच में जुटी है.
वहीं पटना के सटे मनेर थानाक्षेत्र के बाजितपुर मोड़ के पास की है. जहां सड़क किनारे हत्या करने के बाद अपराधियों ने शव को फेंक दिया था. ग्रामीणों के सूचना पर पुलिस ने युवक का शव सड़क किनारे से बरामद किया है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. जिसके बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है.
एडीजी ने जारी किए अपराध का डाटा: बिहार पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार के अनुसार सभी मामलों की छानबीन जारी है. उनके मुताबिक जल्द ही सारे अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी. एडीजी गंगवार के मुताबकि अपराध पहले की तुलना में अपराध में कमी आई है. सरकारी आंकड़ों में साल 2021 में कुल 2,82,067 मामले दर्ज किए गए थे. जिसमें अभी तक उनमें से पूरे बिहार में 2799 हत्या का मामला दर्ज हुआ था. सरकारी आंकड़ो के अनुसार 30 दिसंबर माह तक कुल 201 मामले दर्ज हुए थे. जिसमें सिर्फ पटना जिले में दिसंबर महीने में कुल आपराधिक वारदात 3224 दर्ज किया गया था. जबकि साल 2021 में पटना में कुल 33,380 मामले दर्ज किए गए थे. बिहार पुलिस मुख्यालय के पास साल 2022 के दिसंबर माह का आंकड़ा उपलब्ध नहीं है.
बिहार पुलिस मुख्यालय ने बताया कि अब तक बिहार पुलिस मुख्यालय के पास अगस्त महीनें तक का डाटा उपलब्ध है. उसके अनुसार बिहार में अगस्त महीने तक कुल 22 लाख 4318 मामले दर्ज किए गए हैं. इसके पहले अगस्त महीनें तक हत्या के 2052 मामले दर्ज किए गए हैं. बिहार पुलिस मुख्यालय के अनुसार अपराधी घटना पूर्ण रूप से रोक पाना मुमकिन नहीं है. हालांकि ज्यादातर मामलों का अनुसंधान जल्द से जल्द करने के बाद अपराधियों को सजा दिलवाने का काम चल रहा है.
पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ दास ने कहा: पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ दास ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में मौजूदा वक्त में अंधेरी नगरी चौपट राजा वाली स्थिति उत्पन्न हो गई है. जिस राजधानी में कुल 5 हत्याओं को अंजाम दिया है. बिहार के मुख्यमंत्री बैठते हैं, पुलिस मुख्यालय है, उनका कैबिनेट है, गृह विभाग है, वहीं पर आम व्यक्ति खुद को सुरक्षित नहीं महसूस कर रहा है. तब अन्य जिले की बात करना कहीं से भी मुनासिब नहीं होगा.
"बिहार में मौजूदा वक्त में अंधेरी नगरी चौपट राजा वाली स्थिति उत्पन्न हो गई है. जिस राजधानी में कुल 5 हत्याओं को अंजाम दिया है. बिहार के मुख्यमंत्री बैठते हैं, पुलिस मुख्यालय है, उनका कैबिनेट है, गृह विभाग है, वहीं पर आम व्यक्ति खुद को सुरक्षित नहीं महसूस कर रहा है. तब अन्य जिले की बात करना कहीं से भी मुनासिब नही होगा".- अमिताभ दास, पूर्व आइपीएस अफसर
अमिताभ दास ने कटिहार के दियारा क्षेत्र में हाल ही में हुए नरसंहार में 7 लोगों की मौत को लेकर कहा कि मुख्य आरोपी घूम घूम कर यूट्यूब चैनल पर इंटरव्यू दे रहा है. इसके अलावे उन्होंने बताया कि कुछ दिनों पहले जदयू विधायक गोपाल मंडल के बेटे ने भागलपुर में चार लोगों को गोली मार दी है. उसे गिरफ्तार नहीं किया गया है. इन कारणों से लगने लगता है कि बिहार में अराजकता वाली स्थिति उत्पन्न हो गई है. उन्होंने कहा कि बिहार में माफिया राज चल रहा है. उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में बिहार से अपराध को समाप्त करने की इच्छा शक्ति नहीं हैं.
सीएम नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह सिर्फ शराब और बालू रोकने में लगे हैं. उनका सिर्फ एक ही मिशन है सिर्फ शराबबंदी. हालांकि जब तक जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत बिहार सरकार काम नहीं करेगी. तब तक बिहार में अपराध पर लगाम नहीं लग सकता है. उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार को जातीय राजनीति से उपर उठकर अच्छे आईपीएस अधिकारियों को पोस्टिंग देनी होगी, तभी बिहार का कल्याण हो सकता है.
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