पटना: शुक्रवार को बिहार विधानसभा की नवगठित लोक लेखा समिति की प्रथम बैठक (meeting of Public Accounts Committee in Patna) आयोजित हुई. इस अवसर पर लोक लेखा समिति के सभापति तारकिशोर प्रसाद (Former Deputy CM Tarkishore Prasad) ने अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया. विधानसभा अध्यक्ष ने हाल ही में 23 समितियों का गठन किया है और उसमें से लोक लेखा समिति भी एक है.
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लोक लेखा समिति की पहली बैठक: विधानसभा अध्यक्ष ने बैठक में राज्य की वित्तीय व्यवस्था में लोक लेखा समिति की महती भूमिका पर विस्तार से प्रकाश भी डाला. अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने कहा कि बिहार सरकार के सभी विभागों द्वारा किए जा रहे विकासात्मक कार्यों में वित्तीय नियमों के अनुपालन को सुनिश्चित करने में लोक लेखा समिति की महत्वपूर्ण भूमिका है. बिहार सरकार के विभिन्न विभाग अपनी वित्तीय मांगों / मदों के दायरे में ही खर्च करें इसे सुनिश्चित करने के लिए लोक लेखा समिति बिहार विधानसभा की प्रक्रिया और कार्य संचालन नियमावली के प्रावधानों के तहत समीक्षा करती है.
"लोक लेखा समिति विधानसभा की सर्वोच्च वित्तीय समिति है. इसे यह सुनिश्चित करने के उद्देश्य से गठित किया गया था कि सदन द्वारा सरकार को दिया गया धन विशिष्ट और निश्चिम मद पर ही खर्च किया जाए. यह समिति, सरकार द्वारा अत्यधिक खर्च के साथ-साथ गलत आकलन या प्रक्रिया में अन्य दोषों के कारण हुई बचत की भी जांच करती है. मुझे उम्मीद है कि सभापति अपने अनुभव से लंबित पुरानी और नई कंडिकाओं पर समुचित कार्रवाई करेंगे. इस समिति को अपने दायित्वों के सम्यक निर्वहन में मेरा सकारात्मक सहयोग मिलता रहेगा."- अवध बिहारी चौधरी, बिहार विधानसभा अध्यक्ष
तारकिशोर प्रसाद ने जताया आभार: इस अवसर पर तारकिशोर प्रसाद ने सभापति लोक लेखा समिति ने अध्यक्ष के संबोधन एवं मार्गदर्शन पर अपना आभार प्रकट किया. उपस्थित सभी सदस्यों ने माननीय अध्यक्ष महोदय को यह भरोसा दिलाया कि वे प्रतिबद्धता के साथ अपने दायित्वों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करेंगे. इस बैठक में लोक लेखा समिति के सदस्य विजय शंकर दूबे, महबूब आलम, डॉ. रामानुज प्रसाद, पन्ना लाल सिंह पटेल, विजय खेमका, छोटे लाल राय, गुजेश्वर साह, डॉ मुकेश रौशन, राजकुमार सिंह एवं विधान परिषद् के माननीय सदस्य, सर्वेश कुमार, देवेश कुमार, डॉ. कुमुद वर्मा, प्रधान महालेखाकार, वित्त विभाग के सचिव, पवन कुमार पांडेय, प्रभारी सचिव बिहार विधान सभा एवं अन्य पदाधिकारीगण भी उपस्थित रहे.