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बिहार को मिली पहली महिला डिप्टी CM, क्या संदेश देना चाहता है NDA? - बिहार की राजनीति

बिहार की पहली महिला डिप्टी सीएम बनने का गौरव रेणु देवी को मिल गया है. पूर्व कला संस्कृति मंत्री रह चुकी रेणु को प्रदेश का बड़ा पद देकर एनडीए क्या कुछ मैसेज देना चाहता है, पढ़ें...

बिहार की ताजा खबर
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Published : Nov 17, 2020, 9:13 PM IST

पटना : बेतिया विधायक रेणु देवी बिहार की पहली महिला उपमुख्यमंत्री बनाई गईं हैं. नीतीश कैबिनेट में विभागों के बंटवारे में उनके हिस्से में 3 विभागों की कमान सौंपी गई है.रेणु को पंचायती राज, पिछड़ा वर्ग एवं अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण और उद्योग विभाग सौंपा गया है.

बिहार को पहली महिला डिप्टी सीएम को लेकर इस बात की चर्चा जोर शोर से उठने लगी है कि आखिर इसके पीछ एनडीए की मंशा क्या है. इस बाबत गौर करें, तो एक बार फिर सत्ता में कम बैक करने वाली डबल इंजन की सरकार पिछले कार्यकाल में महिला सशक्तिकरण को लेकर जोर देती रही है. ऐसे में आधी आबादी को आकर्षित करने के लिए एनडीए बिहार को पहली महिला डिप्टी सीएम दिया है.

शपथ ग्रहण समारोह में सीएम नीतीश डिप्टी सीएम तारकिशोर, डिप्टी सीएम रेणु देवी (बाएं से दाएं)
शपथ ग्रहण समारोह में सीएम नीतीश डिप्टी सीएम तारकिशोर, डिप्टी सीएम रेणु देवी

वैसे नीतीश कुमार हमेशा अपने शराबंबदी कानून को लेकर ये कहते रहे हैं कि इससे महिलाओं के साथ होने वाली घरेलु हिंसा में कमी आई है. शराबबंदी के बाद घर में खुशहाली लौटी है. तो वहीं, बीजेपी ट्रिपल तालाक कानून के साथ-साथ बेटी-बचाओ, बेटी पढ़ाओ जैसे नारों के साथ नारी सशक्तिकरण की बात करती है. चुनाव प्रचार प्रसार के दौरान बिहार दौरे पर आए पीएम नरेंद्र मोदी अपनी उज्जवला योजना के बारे में बताना नहीं चुके. ऐसे में एनडीए की ओर से महिला डिप्टी सीएम देना, निसंदेह महिला सशक्तिकरण के लिए प्रदेश और देश को मैसेज देना हो सकता है. क्योंकि आगे पश्चिम बंगाल में चुनाव होने हैं.

दूसरी तरफ ऐसा भी कहा जा रहा है कि बिहार कैबिनेट में नीतीश कुमार समेत कुल 15 मंत्री हैं. इनमें सिर्फ दो महिलाएं ही शामिल हैं. पहली रेणु देवी और दूसरी शीला कुमारी. विपक्ष कहीं इस बात को लेकर हमलावर ना हो जाए कि मंत्रीमंडल में महिलाओं को कम तवज्जो दी गई. लिहाजा, रेणु देवी को डिप्टी सीएम बना दिया गया है.

डिप्टी सीएम रेणु देवी (फाइल फोटो)
डिप्टी सीएम रेणु देवी (फाइल फोटो)

कौन हैं रेणु देवी
बेतिया से भाजपा विधायक रेणु देवी ने अपना राजनीतिक सफर दुर्गावाहिनी से शुरू किया. वो बेतिया शहर की रहने वाली हैं. उन्होंने इंटरमीडिएट और बीए अंतिम वर्ष तक शिक्षा ग्रहण की है. रेणु देवी नोनिया समाज से ताल्लुक रखती हैं. वो हिन्दी, अंग्रेजी, भोजपुरी और बंगला भाषा की भी जानकार हैं. रेणु देवी बेटी पढ़ाओं बेटी बचाओं अभियान के तहत सदस्य के रूप में कार्य कर रही हैं.

महिलाओं के हक में लड़ती रहीं हैं रेणु
रेणु देवी का जन्म 1 नवंबर 1959 को हुआ था. बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ी रहीं. 1981 में सामाजिक जीवन में पदार्पण हुआ. चंपारण और उत्तर बिहार को कार्यक्षेत्र बनाकर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के हक की लड़ाई शुरू की. 1988 में भाजपा दुर्गावाहिनी की जिला संयोजक बनीं. 1989 में भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष चुनी गईं.

राम मंदिर आंदोलन में रही भुमिका

  • रेणु देवी ने राम मंदिर आंदोलन में करीब 500 महिला कार्यकर्ताओं के साथ गिरफ्तारी दी थी.
  • 1990 में तिरहुत प्रमंडल में महिला मोर्चा की प्रभारी बनीं. 1991 में प्रदेश महिला मोर्चा की महामंत्री बनीं.
  • 1992 में जम्मू कश्मीर तिरंगा यात्रा में शामिल हुई. 1993 भाजपा बिहार प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्ष चुनी गईं.
  • 1996 में फिर महिला मोर्चा की अध्यक्ष बनीं. 2014 में भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चुनी गईं.

पहली बार 1995 में बनी विधायक

  • रेणु देवी पहली बार 1995 में नौतन विधान सभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ी.
  • 2000 में बेतिया विधान सभा सीट से चुनाव लड़ी और जीती.
  • 2005 फरवरी व नवंबर में बेतिया से फिर विधायक बनीं.
  • 2007 में बिहार की कला संस्कृति मंत्री बनीं. 2010 में भी विधायक बनीं.
  • 2015 में कांग्रेस के मदन मोहन तिवारी से चुनाव हार गई.
  • 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर बेतिया से कांग्रेस के मदन मोहन तिवारी को हरा दिया.

पटना : बेतिया विधायक रेणु देवी बिहार की पहली महिला उपमुख्यमंत्री बनाई गईं हैं. नीतीश कैबिनेट में विभागों के बंटवारे में उनके हिस्से में 3 विभागों की कमान सौंपी गई है.रेणु को पंचायती राज, पिछड़ा वर्ग एवं अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण और उद्योग विभाग सौंपा गया है.

बिहार को पहली महिला डिप्टी सीएम को लेकर इस बात की चर्चा जोर शोर से उठने लगी है कि आखिर इसके पीछ एनडीए की मंशा क्या है. इस बाबत गौर करें, तो एक बार फिर सत्ता में कम बैक करने वाली डबल इंजन की सरकार पिछले कार्यकाल में महिला सशक्तिकरण को लेकर जोर देती रही है. ऐसे में आधी आबादी को आकर्षित करने के लिए एनडीए बिहार को पहली महिला डिप्टी सीएम दिया है.

शपथ ग्रहण समारोह में सीएम नीतीश डिप्टी सीएम तारकिशोर, डिप्टी सीएम रेणु देवी (बाएं से दाएं)
शपथ ग्रहण समारोह में सीएम नीतीश डिप्टी सीएम तारकिशोर, डिप्टी सीएम रेणु देवी

वैसे नीतीश कुमार हमेशा अपने शराबंबदी कानून को लेकर ये कहते रहे हैं कि इससे महिलाओं के साथ होने वाली घरेलु हिंसा में कमी आई है. शराबबंदी के बाद घर में खुशहाली लौटी है. तो वहीं, बीजेपी ट्रिपल तालाक कानून के साथ-साथ बेटी-बचाओ, बेटी पढ़ाओ जैसे नारों के साथ नारी सशक्तिकरण की बात करती है. चुनाव प्रचार प्रसार के दौरान बिहार दौरे पर आए पीएम नरेंद्र मोदी अपनी उज्जवला योजना के बारे में बताना नहीं चुके. ऐसे में एनडीए की ओर से महिला डिप्टी सीएम देना, निसंदेह महिला सशक्तिकरण के लिए प्रदेश और देश को मैसेज देना हो सकता है. क्योंकि आगे पश्चिम बंगाल में चुनाव होने हैं.

दूसरी तरफ ऐसा भी कहा जा रहा है कि बिहार कैबिनेट में नीतीश कुमार समेत कुल 15 मंत्री हैं. इनमें सिर्फ दो महिलाएं ही शामिल हैं. पहली रेणु देवी और दूसरी शीला कुमारी. विपक्ष कहीं इस बात को लेकर हमलावर ना हो जाए कि मंत्रीमंडल में महिलाओं को कम तवज्जो दी गई. लिहाजा, रेणु देवी को डिप्टी सीएम बना दिया गया है.

डिप्टी सीएम रेणु देवी (फाइल फोटो)
डिप्टी सीएम रेणु देवी (फाइल फोटो)

कौन हैं रेणु देवी
बेतिया से भाजपा विधायक रेणु देवी ने अपना राजनीतिक सफर दुर्गावाहिनी से शुरू किया. वो बेतिया शहर की रहने वाली हैं. उन्होंने इंटरमीडिएट और बीए अंतिम वर्ष तक शिक्षा ग्रहण की है. रेणु देवी नोनिया समाज से ताल्लुक रखती हैं. वो हिन्दी, अंग्रेजी, भोजपुरी और बंगला भाषा की भी जानकार हैं. रेणु देवी बेटी पढ़ाओं बेटी बचाओं अभियान के तहत सदस्य के रूप में कार्य कर रही हैं.

महिलाओं के हक में लड़ती रहीं हैं रेणु
रेणु देवी का जन्म 1 नवंबर 1959 को हुआ था. बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ी रहीं. 1981 में सामाजिक जीवन में पदार्पण हुआ. चंपारण और उत्तर बिहार को कार्यक्षेत्र बनाकर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के हक की लड़ाई शुरू की. 1988 में भाजपा दुर्गावाहिनी की जिला संयोजक बनीं. 1989 में भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष चुनी गईं.

राम मंदिर आंदोलन में रही भुमिका

  • रेणु देवी ने राम मंदिर आंदोलन में करीब 500 महिला कार्यकर्ताओं के साथ गिरफ्तारी दी थी.
  • 1990 में तिरहुत प्रमंडल में महिला मोर्चा की प्रभारी बनीं. 1991 में प्रदेश महिला मोर्चा की महामंत्री बनीं.
  • 1992 में जम्मू कश्मीर तिरंगा यात्रा में शामिल हुई. 1993 भाजपा बिहार प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्ष चुनी गईं.
  • 1996 में फिर महिला मोर्चा की अध्यक्ष बनीं. 2014 में भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चुनी गईं.

पहली बार 1995 में बनी विधायक

  • रेणु देवी पहली बार 1995 में नौतन विधान सभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ी.
  • 2000 में बेतिया विधान सभा सीट से चुनाव लड़ी और जीती.
  • 2005 फरवरी व नवंबर में बेतिया से फिर विधायक बनीं.
  • 2007 में बिहार की कला संस्कृति मंत्री बनीं. 2010 में भी विधायक बनीं.
  • 2015 में कांग्रेस के मदन मोहन तिवारी से चुनाव हार गई.
  • 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर बेतिया से कांग्रेस के मदन मोहन तिवारी को हरा दिया.
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