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Nal Jal Yojna: धनरूआ वार्ड सदस्य और सचिव पर नल जल योजना में 2.61 लाख रुपये के गबन का आरोप, FIR दर्ज

राजधानी पटना से सटे धनरूआ में वार्ड सदस्य और सचिव पर गबन का आरोप (Embezzlement in Dhanrua Patna) लगा है. मामला सात निश्चय के नल जल योजना में अनियमितता का है, जिसमें 2.61 लाख रुपये के गबन को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई है. आगे पढ़ें पूरी खबर...

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Sep 30, 2023, 1:16 PM IST

पटना: राजधानी पटना से सटे धनरूआ में मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी नल जल योजना में गबन का मामला सामने आया है. वार्ड सदस्य और पंचायत सचिव की मिले भगत से लाखों रुपए के गबन को लेकर धनरूआ थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. धनरूआ थाना में जिला पंचायती राज पदाधिकारी के आदेश पर पंचायत के वार्ड संख्या तीन के सदस्य एवं सचिव पर वित्तीय अनियमितता करने का पंचायत सचिव द्वारा 2.61 लाख रुपये गबन करने का मामला दर्ज कराया गया है.

पढ़ें-निगरानी ने रंगे हाथ धनरुआ आवास सहायक और वार्ड सदस्य को दबोचा

कैसे उजागर हुआ मामला?: दरअसल मामला मुख्यमंत्री सात निश्चय नल जल योजना से जुड़ा हुआ है. जानकारी के मुताबिक धनरूआ पंचायत के नदपुरा गांव के वार्ड संख्या तीन की सदस्य रीता देवी एवं तत्कालीन वार्ड सचिव अयोध्या मांझी द्वारा मुख्यमंत्री नल जल योजना में दोनों ने मिली भगत से अधिक रुपये की निकासी कर ली गई. मामला उस वक्त उजागर हुआ जब गांव के ग्रामीण ने मुख्यमंत्री के जनता दरबार में जांच के लिए आवेदन दिया.

2017-18 की योजना में भी फर्जी तरीके से निकासी: जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने जिला पंचायती राज पदाधिकारी से मामले की जांच कराई. जांच में वित्तीय अनियमितता उजागर हुई है. साथ ही जांच में 2017- 18 की योजना में फर्जी तरीके से बिना काम की राशि निकासी का पता चला है. इस पूरे मामले में धनरूआ पंचायती राज पदाधिकारी महेश चौधरी ने बताया कि यह जांच बहुत पहले से ही चल रही थी और थाने में आवेदन भी दिया गया था.

"फिलहाल थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. यह पूरा मामला नल जल से जुड़ा है, जहां पंचायत सचिव और वार्ड सदस्य द्वारा 2.61 लाख रुपये के गबन की बात सामने आई थी."-महेश प्रसाद चौधरी, पंचायती राज पदाधिकारी, धनरूआ

पटना: राजधानी पटना से सटे धनरूआ में मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी नल जल योजना में गबन का मामला सामने आया है. वार्ड सदस्य और पंचायत सचिव की मिले भगत से लाखों रुपए के गबन को लेकर धनरूआ थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. धनरूआ थाना में जिला पंचायती राज पदाधिकारी के आदेश पर पंचायत के वार्ड संख्या तीन के सदस्य एवं सचिव पर वित्तीय अनियमितता करने का पंचायत सचिव द्वारा 2.61 लाख रुपये गबन करने का मामला दर्ज कराया गया है.

पढ़ें-निगरानी ने रंगे हाथ धनरुआ आवास सहायक और वार्ड सदस्य को दबोचा

कैसे उजागर हुआ मामला?: दरअसल मामला मुख्यमंत्री सात निश्चय नल जल योजना से जुड़ा हुआ है. जानकारी के मुताबिक धनरूआ पंचायत के नदपुरा गांव के वार्ड संख्या तीन की सदस्य रीता देवी एवं तत्कालीन वार्ड सचिव अयोध्या मांझी द्वारा मुख्यमंत्री नल जल योजना में दोनों ने मिली भगत से अधिक रुपये की निकासी कर ली गई. मामला उस वक्त उजागर हुआ जब गांव के ग्रामीण ने मुख्यमंत्री के जनता दरबार में जांच के लिए आवेदन दिया.

2017-18 की योजना में भी फर्जी तरीके से निकासी: जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने जिला पंचायती राज पदाधिकारी से मामले की जांच कराई. जांच में वित्तीय अनियमितता उजागर हुई है. साथ ही जांच में 2017- 18 की योजना में फर्जी तरीके से बिना काम की राशि निकासी का पता चला है. इस पूरे मामले में धनरूआ पंचायती राज पदाधिकारी महेश चौधरी ने बताया कि यह जांच बहुत पहले से ही चल रही थी और थाने में आवेदन भी दिया गया था.

"फिलहाल थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. यह पूरा मामला नल जल से जुड़ा है, जहां पंचायत सचिव और वार्ड सदस्य द्वारा 2.61 लाख रुपये के गबन की बात सामने आई थी."-महेश प्रसाद चौधरी, पंचायती राज पदाधिकारी, धनरूआ

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