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पटना: श्याम हॉस्पिटल पर मनमाना चार्ज वसूलने के लिए FIR दर्ज, 6 दिन में कोरोना मरीज से वसूले 2.75 लाख रुपये - Corona infection in Bihar

पटना के निजी अस्पतालों में कोरोना के इलाज के नाम पर लूट मची है. बिहार सरकार के कोरोना के इलाज के लिए तय किये गये रेट महज कागजी साबित हो रहे हैं. इसका कोई नतीजा जमीनी स्तर पर सामने नहीं आया है. ताजा मामला राजधानी के कंकड़बाग से सामने आया है. जहां एक निजी अस्पताल ने एख मरीज के परिजनों से महज 6 दिनों में 2 लाख 75 हजार रुपये वसूले. पढ़ें पूरी खबर...

पटना
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Published : May 18, 2021, 11:51 AM IST

पटना: राजधानी पटना में निजी अस्पतालों में कोरोना इलाज के नाम पर मानमानी का सिलसिला लगातार जारी है. कंकड़बाग स्थित श्याम अस्पताल में भर्ती मरीज के तीमारदारों से अस्पताल प्रशासन ने 6 दिनों में दवा और इलाज के खर्च के नाम पर 2 लाख 75 हजार रुपये वसूल लिये. अस्पातल प्रशासन की पैसे की भूख यहीं नहीं मिटी. उन्होंने प्रत्येक दिन 3 पीपीई किट के 5100 रुपये भी चार्ज किये.

शिकायत मिलने पर डीएम ने की कार्रवाई
इसकी शिकायत मरीज के परिजनों ने जिला प्रशासन से की. शिकायत मिलने के बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर वरीय उपसमहर्ता प्रवीण कुंदन के नेतृत्व में एक जांच टीम गठित की गई. टीम ने जब अस्पताल प्रबंधन से इस बाबत पूछताछ की तो उन्होंने जवाब देने से इंकार कर दिया.

इसके बाद विशेष कार्यपालक दंडाधिकारी गौरव रंजन कुमार ने कंकड़बाग थाने में अस्पताल प्रबंधन और कर्मियों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम, महामारी एक्ट और आईपीसी की धाराओं के तहत केस दर्ज कराया.

यह भी पढ़ें: सुशासन बाबू, आपके राज में कोरोना नहीं, ये प्राइवेट अस्पताल वाले मार डालेंगे

इलाज के नाम पर वसूले 2.75 लाख रुपये
दरअसल, वैशाली के कन्हौली गांव निवासी लक्ष्मेश्वर सिंह श्याम अस्पताल में भर्ती हैं. इनके तीमरादार अजय कुमार ने प्रशासन को सूचना दी कि 11 मई से 16 मई के बीच अस्पताल प्रशासन ने इलाज के नाम पर 2 लाख 75 हजार रुपये वसूल लिये. इसके अलावे प्रतिदिन प्रत्येक पीपीई किट का 1700 रुपये के हिसाब से 5100 रुपये वसूले. वहीं, ऐसी ही एक और घटना अस्पताल इस से सामने आयी थी. प्रशासन को इसकी जानकारी मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई.

'प्राइवेट अस्पतालों को सरकार द्वारा तय राशि लेकर ही इलाज करना है. जांच टीम ने श्याम अस्पताल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. मामले की जांच पुलिस द्वारा की जाएगी. दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. किसी भी अस्पताल को भर्ती मरीज से अवैध रूप से राशि लूटने या ठगने की छूट नहीं है. अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजन जिला नियंत्रण कक्ष के नंबर 0612-2219810 और वाट्सएप नंबर 6287590563 पर शिकायत कर सकते हैं'. - डॉ. चंद्रशेखर सिंह, डीएम

सरकार ने तय किये हैं रेट
बता दें कि सरकार ने कोरोना इलाज के लिए अलग-अलग श्रेणियों में रेट तय किये हैं. राजधानी पटना में मान्यता प्राप्त प्राइवेट अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीजों के लिए प्रतिदिन अधिकतम 10 हजार रुपये, आईसीयू में भर्ती मरीजों के लिए 15000 रुपये और आईसीयू में वेंटिलेटर के साथ भर्ती मरीजों के लिए अधिकतम 18 हजार रुपये की सीमा तय की है.

वहीं, गैर मान्यता प्राप्त प्राइवेट अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीजों को अधिकतम 8 हजार रुपये प्रतिदिन का भुगतान तय किया गया था. आईसीयू में 13 हजार, आईसीयू विथ वेंटिलेटर 15000 रुपये प्रतिदिन तय किया था. इसमें पीपीई किट भी शामिल है.

यह भी पढ़ें: बिहार में 'कोविड-App' से होगी 'होम आइसोलेशन ट्रैकिंग', सीएम नीतीश ने लॉन्च किया ऐप

यह भी पढ़ें:दिल्ली और बिहार पुलिस ने रेमडेसिविर, ऑक्सीजन सिलेंडर देने के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने वाले को दबोचा

पटना: राजधानी पटना में निजी अस्पतालों में कोरोना इलाज के नाम पर मानमानी का सिलसिला लगातार जारी है. कंकड़बाग स्थित श्याम अस्पताल में भर्ती मरीज के तीमारदारों से अस्पताल प्रशासन ने 6 दिनों में दवा और इलाज के खर्च के नाम पर 2 लाख 75 हजार रुपये वसूल लिये. अस्पातल प्रशासन की पैसे की भूख यहीं नहीं मिटी. उन्होंने प्रत्येक दिन 3 पीपीई किट के 5100 रुपये भी चार्ज किये.

शिकायत मिलने पर डीएम ने की कार्रवाई
इसकी शिकायत मरीज के परिजनों ने जिला प्रशासन से की. शिकायत मिलने के बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर वरीय उपसमहर्ता प्रवीण कुंदन के नेतृत्व में एक जांच टीम गठित की गई. टीम ने जब अस्पताल प्रबंधन से इस बाबत पूछताछ की तो उन्होंने जवाब देने से इंकार कर दिया.

इसके बाद विशेष कार्यपालक दंडाधिकारी गौरव रंजन कुमार ने कंकड़बाग थाने में अस्पताल प्रबंधन और कर्मियों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम, महामारी एक्ट और आईपीसी की धाराओं के तहत केस दर्ज कराया.

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इलाज के नाम पर वसूले 2.75 लाख रुपये
दरअसल, वैशाली के कन्हौली गांव निवासी लक्ष्मेश्वर सिंह श्याम अस्पताल में भर्ती हैं. इनके तीमरादार अजय कुमार ने प्रशासन को सूचना दी कि 11 मई से 16 मई के बीच अस्पताल प्रशासन ने इलाज के नाम पर 2 लाख 75 हजार रुपये वसूल लिये. इसके अलावे प्रतिदिन प्रत्येक पीपीई किट का 1700 रुपये के हिसाब से 5100 रुपये वसूले. वहीं, ऐसी ही एक और घटना अस्पताल इस से सामने आयी थी. प्रशासन को इसकी जानकारी मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई.

'प्राइवेट अस्पतालों को सरकार द्वारा तय राशि लेकर ही इलाज करना है. जांच टीम ने श्याम अस्पताल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. मामले की जांच पुलिस द्वारा की जाएगी. दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. किसी भी अस्पताल को भर्ती मरीज से अवैध रूप से राशि लूटने या ठगने की छूट नहीं है. अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजन जिला नियंत्रण कक्ष के नंबर 0612-2219810 और वाट्सएप नंबर 6287590563 पर शिकायत कर सकते हैं'. - डॉ. चंद्रशेखर सिंह, डीएम

सरकार ने तय किये हैं रेट
बता दें कि सरकार ने कोरोना इलाज के लिए अलग-अलग श्रेणियों में रेट तय किये हैं. राजधानी पटना में मान्यता प्राप्त प्राइवेट अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीजों के लिए प्रतिदिन अधिकतम 10 हजार रुपये, आईसीयू में भर्ती मरीजों के लिए 15000 रुपये और आईसीयू में वेंटिलेटर के साथ भर्ती मरीजों के लिए अधिकतम 18 हजार रुपये की सीमा तय की है.

वहीं, गैर मान्यता प्राप्त प्राइवेट अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीजों को अधिकतम 8 हजार रुपये प्रतिदिन का भुगतान तय किया गया था. आईसीयू में 13 हजार, आईसीयू विथ वेंटिलेटर 15000 रुपये प्रतिदिन तय किया था. इसमें पीपीई किट भी शामिल है.

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