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LIVE VIDEO: अवैध बालू खनन के दौरान रंगदारी को लेकर जमकर चले लाठी डंडे - पटना में अवैध बालू खनन

बिहार में पीले बालू का काला खेल चलता रहता है. इस निराले खेल की पोल एक बार फिर राजधानी पटना (Patna) में ही खुल गई है. गंगा नदी से अवैध बालू खनन किया जा रहा था. इसी दौरान रंगदारी की मांग को लेकर कुछ लोगों ने नाविक पर लाठी डंडों से हमला कर दिया. मारपीट का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं. पढ़िए पूरी खबर..

illegal sand mining in patna
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Published : Sep 4, 2021, 3:24 PM IST

पटना: बिहार में 'पीला सोना' यानी बालू के अवैध खेल (Illegal Sand Mining) का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. सरकार (Bihar government ) की लाख कोशिशों के बावजूद प्रशासन के नाक के नीचे ये गोरखधंधा धड़ल्ले से जारी है. मामला दानापुर के शेरपुर गंगा नदी का है. यहां बालू का अवैध खनन किया जा रहा था. बालू निकासी के दौरान रंगदारी को लेकर दो पक्ष आपस में भिड़ गए जिसका वीडियो तेजी से वायरल (Video Viral) हो रहा है.

यह भी पढ़ें- बालू माफियाओं को नहीं किसी का खौफ, 5.27 करोड़ सीएफटी बालू की चोरी, 6 अलग-अलग थानों में FIR

दानापुर के शेरपुर गंगा नदी में बालू निकासी के दौरान रंगदारी मांगने को लेकर जमकर मारपीट हुई है. अवैध बालू खनन को रोकने के लिए प्रशासन कितनी भी कोशिश कर ले लेकिन इसका कारोबार तेजी से फल फूल रहा है. वहीं राजधानी पटना के मनेर थाना क्षेत्र के शेरपुर गंगा नदी से भी बालू का अवैध खनन हो रहा था.

देखें वीडियो

मामला तब सामने आया जब नाविक से रंगदारी की मांग को लेकर जमकर मारपीट की गई. छोटे से एक नाव पर बालू लोड किया गया था. नाव में चार-पांच लोग सवार थे. इसी दौरान रंगदारी की मांग को लेकर बहस शुरू हो गई. कुछ लोग लाठी डंडों के साथ मौके पर पहुंच गए और नाव पर सवार लोगों की जमकर पिटाई कर दी.

जब इस मामले को लेकर ईटीवी भारत ने मनेर थानाध्यक्ष से बात की तो उन्होंने स्पष्ट रुप से कुछ भी बोलने से मना कर दिया और पूरे मामले की जांच का आश्वासन दिया. लेकिन इस घटना से एक बात को साफ है कि सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद बालू माफियाओं पर नकेल नहीं कसा जा सका है. गंगा नदी से अवैध बालू का खनन धड़ल्ले से हो रहा है. वहीं गंगा नदी से अवैध बालू निकासी और बालू नाविक से रंगदारी वसूलने वाले आपस में जमकर मारपीट करते नजर आए. इससे एक बात और साफ हो गई है कि इन लोगों के अंदर से पुलिस का खौफ खत्म हो चुका है.

दरअसल अवैध बालू खनन (Illegal Sand Mining) को लेकर ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है. जुलाई में अवैध बालू खनन मामले में संलिप्त पाए जाने के बाद 2 आईपीएस अधिकारी समेत भोजपुर और औरंगाबाद के तत्कालीन एसपी को फील्ड से हटाया गया था. औरंगाबाद के तत्कालीन एसपी सुधीर पोरिका समेत चार डीएसपी तनवीर अहमद, पंकज कुमार रावत, अनुपम कुमार और संजय कुमार को निलंबित कर दिया गया था. वहीं एसडीएम (SDM) सुनील कुमार को भी निलंबित किया गया था. बावजूद इसके अवैध बालू खनन का खेल खुलेआम हो रहा है.

बता दें कि बिहार सरकार इसे लेकर काफी गंभीर है. राज्य में इस बार बालू खनन (Sand Mining) शुरू करने के साथ ही अवैध खनन , अवैध बिक्री और ढुलाई पर नियंत्रण के लिए नई व्यवस्था लागू करेगी. इसकी तैयारी की जा रही है. एक अक्टूबर से नदी घाटों से फिर से खनन शुरू हो जाएगा. इसके तहत नदी घाटों पर खनन की ड्रोन से मॉनिटरिंग (Monitoring By Drone), चालान की जांच सहित हाइटेक व्यवस्था से निगरानी की जायेगी. इसके साथ ही मुख्यालय स्तर से निगरानी की व्यवस्था की जायेगी. लेकिन इन सबके बीच सवाल उठ रहे हैं कि माफियाओं पर कैसे नकेल कसा जाएगा.

रोहतास जिले तो बालू माफिया पुलिस को खुली चुनौती दे रहे हैं. प्रशासन के नाक के नीचे बालू का अवैध खेल जारी है. शुक्रवार को एक बड़ा मामला सामने आया था. सोन नदी से निकाला गया 179 करोड़ रुपये का बालू चोरी हो गया. बात सामने आते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है. आनन-फानन में अब तक विभिन्न थानों में 6 केस दर्ज कराए गए.

यह भी पढ़ें- आर्थिक अपराध इकाई ने पूर्व DSP तनवीर अहमद के पटना और बेतिया आवास पर मारा छापा

यह भी पढ़ें- VIDEO : बालू मामले में छापेमारी करने पहुंची पुलिस तो आरोपी छत से कूदा, मौके पर मौत

पटना: बिहार में 'पीला सोना' यानी बालू के अवैध खेल (Illegal Sand Mining) का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. सरकार (Bihar government ) की लाख कोशिशों के बावजूद प्रशासन के नाक के नीचे ये गोरखधंधा धड़ल्ले से जारी है. मामला दानापुर के शेरपुर गंगा नदी का है. यहां बालू का अवैध खनन किया जा रहा था. बालू निकासी के दौरान रंगदारी को लेकर दो पक्ष आपस में भिड़ गए जिसका वीडियो तेजी से वायरल (Video Viral) हो रहा है.

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दानापुर के शेरपुर गंगा नदी में बालू निकासी के दौरान रंगदारी मांगने को लेकर जमकर मारपीट हुई है. अवैध बालू खनन को रोकने के लिए प्रशासन कितनी भी कोशिश कर ले लेकिन इसका कारोबार तेजी से फल फूल रहा है. वहीं राजधानी पटना के मनेर थाना क्षेत्र के शेरपुर गंगा नदी से भी बालू का अवैध खनन हो रहा था.

देखें वीडियो

मामला तब सामने आया जब नाविक से रंगदारी की मांग को लेकर जमकर मारपीट की गई. छोटे से एक नाव पर बालू लोड किया गया था. नाव में चार-पांच लोग सवार थे. इसी दौरान रंगदारी की मांग को लेकर बहस शुरू हो गई. कुछ लोग लाठी डंडों के साथ मौके पर पहुंच गए और नाव पर सवार लोगों की जमकर पिटाई कर दी.

जब इस मामले को लेकर ईटीवी भारत ने मनेर थानाध्यक्ष से बात की तो उन्होंने स्पष्ट रुप से कुछ भी बोलने से मना कर दिया और पूरे मामले की जांच का आश्वासन दिया. लेकिन इस घटना से एक बात को साफ है कि सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद बालू माफियाओं पर नकेल नहीं कसा जा सका है. गंगा नदी से अवैध बालू का खनन धड़ल्ले से हो रहा है. वहीं गंगा नदी से अवैध बालू निकासी और बालू नाविक से रंगदारी वसूलने वाले आपस में जमकर मारपीट करते नजर आए. इससे एक बात और साफ हो गई है कि इन लोगों के अंदर से पुलिस का खौफ खत्म हो चुका है.

दरअसल अवैध बालू खनन (Illegal Sand Mining) को लेकर ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है. जुलाई में अवैध बालू खनन मामले में संलिप्त पाए जाने के बाद 2 आईपीएस अधिकारी समेत भोजपुर और औरंगाबाद के तत्कालीन एसपी को फील्ड से हटाया गया था. औरंगाबाद के तत्कालीन एसपी सुधीर पोरिका समेत चार डीएसपी तनवीर अहमद, पंकज कुमार रावत, अनुपम कुमार और संजय कुमार को निलंबित कर दिया गया था. वहीं एसडीएम (SDM) सुनील कुमार को भी निलंबित किया गया था. बावजूद इसके अवैध बालू खनन का खेल खुलेआम हो रहा है.

बता दें कि बिहार सरकार इसे लेकर काफी गंभीर है. राज्य में इस बार बालू खनन (Sand Mining) शुरू करने के साथ ही अवैध खनन , अवैध बिक्री और ढुलाई पर नियंत्रण के लिए नई व्यवस्था लागू करेगी. इसकी तैयारी की जा रही है. एक अक्टूबर से नदी घाटों से फिर से खनन शुरू हो जाएगा. इसके तहत नदी घाटों पर खनन की ड्रोन से मॉनिटरिंग (Monitoring By Drone), चालान की जांच सहित हाइटेक व्यवस्था से निगरानी की जायेगी. इसके साथ ही मुख्यालय स्तर से निगरानी की व्यवस्था की जायेगी. लेकिन इन सबके बीच सवाल उठ रहे हैं कि माफियाओं पर कैसे नकेल कसा जाएगा.

रोहतास जिले तो बालू माफिया पुलिस को खुली चुनौती दे रहे हैं. प्रशासन के नाक के नीचे बालू का अवैध खेल जारी है. शुक्रवार को एक बड़ा मामला सामने आया था. सोन नदी से निकाला गया 179 करोड़ रुपये का बालू चोरी हो गया. बात सामने आते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है. आनन-फानन में अब तक विभिन्न थानों में 6 केस दर्ज कराए गए.

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