पटनाः बिहार में विपक्षी दल कृषि विधेयक का लगातार विरोध कर रहे हैं. जहां एक तरफ राष्ट्रीय जनता दल, सीपीआई, सीपीएम, रालोसपा, जन अधिकार पार्टी सहित कई दल विधेयक के विरोध में राजधानी पटना में प्रदर्शन किया. वहीं विभिन्न किसान संगठनों ने भी पटना के डाकबंगला चौराहा पर आकर कृषि विधेयक का विरोध कर इसे काला कानून बताया.
डाक बंगला चौराहा पर प्रदर्शन
अखिल भारतीय किसान महासभा किसान समन्वय समिति के बैनर तले डाक बंगला चौराहा पर प्रदर्शन रहे किसानों का साफ-साफ कहना है कि 1955 में जो कानून बना था, जिसमें जमाखोरी करना मना था. इस बिल के आने के बाद अब वह खत्म हो जाएगा. कहीं न कहीं यही कारण है कि हम लोग इसे किसान विरोधी बिल मानते हैं.
किसानों के द्वारा उपजाया गया अनाज आज कॉर्पोरेट घराने के हाथ में होगा. निश्चित तौर पर यह कानून काला कानून है और किसान विरोधी कानून है, जब तक इसे केंद्र सरकार वापस नहीं लेती है हम लोग इसके विरोध में लगातार आंदोलन करते रहेंगे.
केंद्र सरकार से बिल वापस लेने की मांग
बता दें कि पूरे बिहार में कई किसान संगठन हैं जो लगातार नए कृषि विधेयक का विरोध कर रहे हैं. पटना में डाक बंगला चौराहा गांधी मैदान इनकम टैक्स गोलंबर सहित कई जगहों पर विभिन्न किसान संगठनों ने इस बिल का विरोध किया. जिसे वापस लेने की मांग भी केंद्र सरकार से की.