पटनाः कृषि विभाग के प्रधान सचिव एन. सरवन ने कहा है कि बहुत जल्द ही बिहार के किसानों को फसल क्षति पूर्ति अनुदान दिया जाएगा. कई जिलों में किसान सलाहकार को जिलाधिकारी ने दूसरे कामों में लॉक डाउन के दौरान लगा दिया है और यही कारण है कि फसल क्षति अनुदान अभी तक किसानों को नहीं मिल पाई है.
किसानों को दिया जाएगा फसल क्षति पूर्ति अनुदान
वहीं, उन्होंने कहा कि इससे पहले फरवरी माह में जिन-जिन जिलों में फसल क्षति हुई थी. उसका अनुदान विभाग ने किसानों को भेज दिया है. निश्चित तौर पर मार्च के महीने में बिहार के 11 जिलों में रबी फसल की भारी क्षति हुई है और इसको लेकर लगातार किसानों का आवेदन भी विभाग में आ रहा है.
11 जिलों में रबी फसल की भारी क्षति
निश्चित तौर पर उन 11 जिलों में रबी फसल की क्षति ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश होने के कारण हुई है. जिन किसानों ने आवेदन ऑनलाइन दिया है. निश्चित तौर पर उसकी जांच भी की जा रही है. उन्होंने कहा कि लॉक डाउन के दौरान जांच कुछ धीमी हुई है. लेकिन अब फिर से प्रखंड के किसान सलाहकार को विभाग से आदेश दिया गया है कि जांच में तेजी लाएं और बहुत जल्द ही किसानों के आवेदन की जांच कर कृषि इनपुट अनुदान उनके खातों में भेज दिए जाएंगे.
किसानों के आवेदन की जांच
वहीं उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि लोग मीट, मछली, चिकेन और अंडे का सेवन करें. लॉक डाउन के दौरान भी राज्य में मछली, मीट, अंडा और चिकेन की दुकान खुली है. लोग भ्रांतियों में आकर इसका सेवन बंद किये है. वो अफवाह में ना पड़े और ये अच्छी तरीके से जान लें कि मांसाहारी भोजन से कोरोना संक्रमण का कोई लेना देना नहीं है.