ETV Bharat / state

पटना: तरकारी महोत्सव में किसानों ने लगाया अनियमितता का आरोप - patna news

मधेपुरा जिले के किसान देवनंदन मंडल ने बताया कि कृषि विभाग की ओर से निर्देश मिला था कि मिर्च की प्रदर्शनी में मिर्च गुच्छा सहित पौधा के साथ होना चाहिए और वह इस निर्देश के अनुसार इतने दूर से पटना में वह पौधे को लेकर पहुंचे थे. लेकिन उन्हें पुरस्कार नहीं मिला. जिसका उन्हें मलाल है.

तरकारी महोत्सव
तरकारी महोत्सव
author img

By

Published : Jan 19, 2020, 11:53 PM IST

पटना: राजधानी के ज्ञान भवन में तीन दिवसीय तरकारी महोत्सव के समापन के मौके पर सब्जियों की प्रदर्शनी में उत्तम सब्जी उत्पादक किसानों को पुरस्कार और प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया. इस दौरान कई किसानों ने पुरस्कार वितरण को लेकर कृषि विभाग के अधिकारियों पर अनियमितता का आरोप लगाया. किसानों का कहना था कि आयोजन में प्रदर्शनी लगाने की जो मानदंड रखी गई थी, वह तय मानकों के अनुरूप नहीं थी. उन किसानों को सम्मानित किया गया है जो इसके हकदार नहीं थे.

मिर्च की प्रदर्शनी में मिला प्रथम पुरस्कार
मधेपुरा जिले के किसान शिव शंकर मेहता ने विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदर्शनी लगाने के लिए उन्हें जो नियम और नियमावली दी गई थी. उसमें मिर्च की प्रदर्शनी में पौधा और डंठल सहित लगाना था. लेकिन प्रदर्शनी में उस किसान को प्रथम पुरस्कार मिला. जिसकी प्रदर्शनी में पौधा और डंठल का कहीं अता-पता नहीं था. मिर्च देखने में बाजार के सामान्य मिर्ची जैसी लग रही थी. उन्होंने कहा कि ऐसा लगभग सभी फलों की श्रेणी में हुआ है.

patna
मिर्च की प्रदर्शनी

'मधेपुरा से तोड़ कर लाए थे मिर्च'
वहीं, किसान देवनंदन मंडल ने बताया कि कृषि विभाग की ओर से निर्देश मिला था कि मिर्च की प्रदर्शनी में मिर्च गुच्छा सहित पौधा के साथ होना चाहिए और वह इस निर्देश के अनुसार इतने दूर से पटना में वह पौधे को लेकर पहुंचे थे. लेकिन उन्हें पुरस्कार से सम्मानित नहीं किया गया. पुरस्कार वितरण में विभाग की देखरेख में अनियमितता बरती गई.

तरकारी महोत्सव आयोजित

प्रमंडल स्तर पर होगा एग्जीबिशन
किसानों के आरोप पर कृषि विभाग के सचिव एन श्रवण कुमार ने कहा कि सब्जियों की प्रदर्शनी में उत्पाद को जड़ सहित उखाड़कर लाने को कहा गया था. लेकिन कुछ किसानों ने इस नियम के अनुरूप अपनी प्रदर्शनी नहीं लगाई थी. उन्होंने कहा कि आगे से तरकारी महोत्सव के आयोजन के पहले प्रमंडल स्तर पर होगा. जिसके बाद उसमें चयनित किसानों को पटना में प्रदर्शनी लगाने की अनुमति होगी.

पटना: राजधानी के ज्ञान भवन में तीन दिवसीय तरकारी महोत्सव के समापन के मौके पर सब्जियों की प्रदर्शनी में उत्तम सब्जी उत्पादक किसानों को पुरस्कार और प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया. इस दौरान कई किसानों ने पुरस्कार वितरण को लेकर कृषि विभाग के अधिकारियों पर अनियमितता का आरोप लगाया. किसानों का कहना था कि आयोजन में प्रदर्शनी लगाने की जो मानदंड रखी गई थी, वह तय मानकों के अनुरूप नहीं थी. उन किसानों को सम्मानित किया गया है जो इसके हकदार नहीं थे.

मिर्च की प्रदर्शनी में मिला प्रथम पुरस्कार
मधेपुरा जिले के किसान शिव शंकर मेहता ने विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदर्शनी लगाने के लिए उन्हें जो नियम और नियमावली दी गई थी. उसमें मिर्च की प्रदर्शनी में पौधा और डंठल सहित लगाना था. लेकिन प्रदर्शनी में उस किसान को प्रथम पुरस्कार मिला. जिसकी प्रदर्शनी में पौधा और डंठल का कहीं अता-पता नहीं था. मिर्च देखने में बाजार के सामान्य मिर्ची जैसी लग रही थी. उन्होंने कहा कि ऐसा लगभग सभी फलों की श्रेणी में हुआ है.

patna
मिर्च की प्रदर्शनी

'मधेपुरा से तोड़ कर लाए थे मिर्च'
वहीं, किसान देवनंदन मंडल ने बताया कि कृषि विभाग की ओर से निर्देश मिला था कि मिर्च की प्रदर्शनी में मिर्च गुच्छा सहित पौधा के साथ होना चाहिए और वह इस निर्देश के अनुसार इतने दूर से पटना में वह पौधे को लेकर पहुंचे थे. लेकिन उन्हें पुरस्कार से सम्मानित नहीं किया गया. पुरस्कार वितरण में विभाग की देखरेख में अनियमितता बरती गई.

तरकारी महोत्सव आयोजित

प्रमंडल स्तर पर होगा एग्जीबिशन
किसानों के आरोप पर कृषि विभाग के सचिव एन श्रवण कुमार ने कहा कि सब्जियों की प्रदर्शनी में उत्पाद को जड़ सहित उखाड़कर लाने को कहा गया था. लेकिन कुछ किसानों ने इस नियम के अनुरूप अपनी प्रदर्शनी नहीं लगाई थी. उन्होंने कहा कि आगे से तरकारी महोत्सव के आयोजन के पहले प्रमंडल स्तर पर होगा. जिसके बाद उसमें चयनित किसानों को पटना में प्रदर्शनी लगाने की अनुमति होगी.

Intro:ज्ञान भवन में तीन दिवसीय तरकारी महोत्सव के समापन के मौके पर सब्जियों के प्रदर्शनी में उत्तम सब्जी उत्पादक किसानों को पुरस्कार और प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया. इस दौरान कई किसानों ने पुरस्कार वितरण को लेकर कृषि विभाग के अधिकारियों पर अनियमितता के आरोप लगाया और कहा कि प्रदर्शनी में सब्जियों के प्रदर्शनी लगाने की जो क्राइटेरिया रखी गई थी उसके अनुरूप जो प्रदर्शनी नहीं थी उसे सम्मानित किया गया है और जो क्राइटेरिया के अनुरूप थी उसे पुरस्कार से वंचित रखा गया.


Body:मधेपुरा जिला के किसान शिव शंकर मेहता ने आरोप लगाया कि प्रदर्शनी लगाने के लिए उन्हें जो नियम और नियमावली दिया गया था उसने मिर्च के प्रदर्शनी को पौधा और डंठल सहित लगाना था मगर उस किसान की प्रदर्शनी को मिर्च की प्रदर्शनी में प्रथम पुरस्कार मिला है जिसका मिर्च टोकरी में सिंगल पीस में है. मिर्च देखने में बाजार के मिर्ची जैसा लगता है. उन्होंने कहा कि ऐसा लगभग सभी फलों की श्रेणी में इसी प्रकार हुआ है. उन्होंने कहा कि कृषि विभाग के सचिव की मौजूदगी में यह सब हो रहा है यह देखकर उन्हें बहुत दुख हो रहा है और दूरदराज की जो किसान नियम के अनुरूप अपनी प्रदर्शनी लगाएं हैं और उन्हें पुरस्कार नहीं मिला है उन्हें काफी निराशा मिली है.
मधेपुरा जिला के किसान देवनंदन मंडल ने बताया कि कृषि विभाग की ओर से निर्देश मिला था कि मिर्च का प्रदर्शनी मैं मिर्च गुच्छा सहित पौधा के साथ होना चाहिए और वह इस निर्देश के अनुसार इतने दूर इलाके से पटना में वह पौधा को संभाल कर लेकर पहुंचे मगर उन्हें पुरस्कार से सम्मानित नहीं किया गया और जो मिर्च तोड़ कर लाए थे जिसे देखने पर समझ में नहीं आता है कि यह बाजार का मिर्च है या फिर किसान का अपना मिर्च है उसे पुरस्कार दिया गया है जिससे उन्हें काफी निराशा हुई है.


Conclusion:किसानों के आरोप पर कृषि विभाग के सचिव एन श्रवण कुमार ने कहा कि प्रदर्शनी में प्रदर्श लगाने के लिए उत्पाद को जड़ सहित उखाड़कर लाने को कहा गया था मगर पहली बार तरकारी महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है और इसमें कुछ किसानों ने इस नियम के अनुरूप अपनी प्रदर्शनी नहीं लगाई जिसको लेकर इन नियमावली में ढील दी गई है. उन्होंने कहा कि आगे से तरकारी महोत्सव के आयोजन के पहले प्रमंडल स्तर पर एग्जीबिशन होगा और उनमें से चयनित किसान को पटना में प्रदर्श लगाने की अनुमति होगी.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.