ETV Bharat / state

ग्राउंड रिपोर्ट: श्मशान घाट पर 5 गुना शव, तीन गुना महंगा कफन, दोगुनी हुई लकड़ियों की कीमत

कोरोना काल में शव का अंतिम संस्कार महंगा हो गया है. पटना के बांसघाट पर लकड़ी से लेकर कफन तक के दाम दो से तीन गुना बढ़ गए हैं. संक्रमण के डर से परिजन शव को छूने से बच रहे हैं. इसका फायदा उठाते हुए डोम राजा, हजाम व अन्य लोग परिजनों से अधिक पैसे वसूल रहे हैं. पहले यहां रोज 20-25 शव आते थे. इन दिनों 80-100 शव अंतिम संस्कार के लिए लाए जा रहे हैं.

funeral
अंतिम संस्कार
author img

By

Published : Apr 23, 2021, 7:17 PM IST

Updated : Apr 23, 2021, 8:17 PM IST

पटना: जिंदा रहते समय दवाओं की कालाबाजारी ने लूटा. मर गए तो अंतिम संस्कार के लिए तीन गुनी कीमत चुकानी पड़ रही है. यह स्थिति कोरोना महामारी के चलते लोगों को देखनी पड़ रही है. ईटीवी भारत के रिपोर्टर ने राजधानी के बांस घाट का जायजा लिया तो पता चला कि कफन से लेकर चिता सजाने की लकड़ी के लिए परिजनों को दो से चार गुना अधिक पैसे देने पड़ रहे हैं.

यह भी पढ़ें- सुरक्षा की मांग पर अड़े NMCH के जूनियर डॉक्टर, बोले- धमकाते हैं परिजन

राजधानी पटना के बांस घाट स्थित श्मशान में पहले रोज 20-25 शव आते थे. इन दिनों 80-100 शव अंतिम संस्कार के लिए लाए जा रहे हैं. शव अधिक आने के चलते यहां अंतिम संस्कार में इस्तेमाल होने वाले सामान की कीमत में बेतहाशा वृद्धि हुई है. नगर निगम ने कोरोना संक्रमित के अंतिम संस्कार के लिए रेट फिक्स कर दिया है. इसके बावजूद यहां मनमाना पैसा वसूला जा रहा है.

देखें रिपोर्ट

2.5-3 गुणा महंगा हुआ अंतिम संस्कार
सामान्य दिनों की तुलना में कोरोना काल में अंतिम संस्कार 2.5 से 3 गुणा महंगा हो गया है. पहले 10-11 हजार में अंतिम संस्कार होता था. अब कोरोना संक्रमित मृतकों के परिजनों को 20-25 हजार चुकाने पड़ रहे हैं. डोम राजा, पंडित और हजाम भी अधिक पैसे वसूल रहे हैं. कोरोना से मरने वालों के पार्थिव शरीर को संक्रमण के भय से परिवार के सदस्य छूना नहीं चाह रहे हैं. इसका फायदा उठाते हुए घाटों पर अधिक पैसे वसूले जा रहे हैं. परिजनों द्वारा ज्यादा से ज्यादा मोलभाव करने पर 1-2 हजार की छूट मिल रही है.

ETV Bharat Infographics
ईटीवी भारत इन्फोग्राफिक्स

क्रिमेशन मशीन से कम होता है खर्च
शव को लकड़ी से जलाने की अपेक्षा क्रिमेशन मशीन से अंतिम संस्कार करने पर कम खर्च होता है. मशीन से अंतिम संस्कार करने पर परिजनों को करीब 7 हजार रुपए खर्च करने पड़ते हैं. बांसघाट में 3 मशीन लगे हैं, लेकिन ज्यादातर समय इनके खराब रहने के चलते लोगों को अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी का इस्तेमाल करना पड़ता है.

ETV Bharat Infographics
ईटीवी भारत इन्फोग्राफिक्स

यह भी पढ़ें- बिहार में कोरोना संक्रमण से भयावह हो रहे हालात, 81% हुआ रिकवरी रेट

पटना: जिंदा रहते समय दवाओं की कालाबाजारी ने लूटा. मर गए तो अंतिम संस्कार के लिए तीन गुनी कीमत चुकानी पड़ रही है. यह स्थिति कोरोना महामारी के चलते लोगों को देखनी पड़ रही है. ईटीवी भारत के रिपोर्टर ने राजधानी के बांस घाट का जायजा लिया तो पता चला कि कफन से लेकर चिता सजाने की लकड़ी के लिए परिजनों को दो से चार गुना अधिक पैसे देने पड़ रहे हैं.

यह भी पढ़ें- सुरक्षा की मांग पर अड़े NMCH के जूनियर डॉक्टर, बोले- धमकाते हैं परिजन

राजधानी पटना के बांस घाट स्थित श्मशान में पहले रोज 20-25 शव आते थे. इन दिनों 80-100 शव अंतिम संस्कार के लिए लाए जा रहे हैं. शव अधिक आने के चलते यहां अंतिम संस्कार में इस्तेमाल होने वाले सामान की कीमत में बेतहाशा वृद्धि हुई है. नगर निगम ने कोरोना संक्रमित के अंतिम संस्कार के लिए रेट फिक्स कर दिया है. इसके बावजूद यहां मनमाना पैसा वसूला जा रहा है.

देखें रिपोर्ट

2.5-3 गुणा महंगा हुआ अंतिम संस्कार
सामान्य दिनों की तुलना में कोरोना काल में अंतिम संस्कार 2.5 से 3 गुणा महंगा हो गया है. पहले 10-11 हजार में अंतिम संस्कार होता था. अब कोरोना संक्रमित मृतकों के परिजनों को 20-25 हजार चुकाने पड़ रहे हैं. डोम राजा, पंडित और हजाम भी अधिक पैसे वसूल रहे हैं. कोरोना से मरने वालों के पार्थिव शरीर को संक्रमण के भय से परिवार के सदस्य छूना नहीं चाह रहे हैं. इसका फायदा उठाते हुए घाटों पर अधिक पैसे वसूले जा रहे हैं. परिजनों द्वारा ज्यादा से ज्यादा मोलभाव करने पर 1-2 हजार की छूट मिल रही है.

ETV Bharat Infographics
ईटीवी भारत इन्फोग्राफिक्स

क्रिमेशन मशीन से कम होता है खर्च
शव को लकड़ी से जलाने की अपेक्षा क्रिमेशन मशीन से अंतिम संस्कार करने पर कम खर्च होता है. मशीन से अंतिम संस्कार करने पर परिजनों को करीब 7 हजार रुपए खर्च करने पड़ते हैं. बांसघाट में 3 मशीन लगे हैं, लेकिन ज्यादातर समय इनके खराब रहने के चलते लोगों को अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी का इस्तेमाल करना पड़ता है.

ETV Bharat Infographics
ईटीवी भारत इन्फोग्राफिक्स

यह भी पढ़ें- बिहार में कोरोना संक्रमण से भयावह हो रहे हालात, 81% हुआ रिकवरी रेट

Last Updated : Apr 23, 2021, 8:17 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.