पटनाः सूबे के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में एक बार फिर फर्जीवाड़ा नियुक्ति करने का मामला सामने आया है. स्वास्थ्य विभाग ने फर्जी नियुक्ति को लेकर पीएमसीएच के 22 डॉक्टरों को नोटिस जारी कर 15 दिनों के अंदर जवाब मांगा है. इसमें दो प्रचार्य और दो अधीक्षक शामिल हैं. बता दें कि फर्जी नियुक्ति को लेकर अबतक 30 संविदा कर्मी पहले ही बर्खास्त हो चुके हैं.
नियमावली की अनदेखी
वर्तमान अधीक्षक राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से पीएमसीएच के पत्रांक दिनांक 30 मई 2017 को संविदा पर लैब टेक्नीशियन, ओटी असिस्टेंट, x-ray टेक्निशियन और अध्यापक के पदों पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन प्रकाशित किया गया था. इसमें स्वास्थ्य विभाग के सचिव ने 25 जनवरी 2017 को पत्र जारी कर आवश्यक निर्देश दिए थे. लेकिन संविदा पर नियोजन के समय निर्धारित नियमावाली का अनुपालन नहीं किया गया.
अधीक्षक की दलील
गौरतलब है कि पीएमसीएच में फर्जीवाड़ा नियुक्ति को लेकर कई बार पीएमसीएच सुर्खियों में रहा है. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार जांच प्रक्रिया चल रही है. ऐसे में अधीक्षक राजीव रंजन प्रसाद का कहना है कि यह मामला 2017 का है. जो उनके कार्यकाल का नहीं है. उन्होंने अपने कार्यकाल में पीएमसीएच में किसी भी प्रकार की कोई फर्जी नियुक्ति नहीं होने की बात कही.