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सोशल प्लेटफॉर्म पर लॉक रखें प्रोफाइल, गूगल पर सर्च करते रहें नाम नहीं तो आपके साथ भी हो जाएगा 'खेल'

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Published : Jan 5, 2021, 5:29 PM IST

एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में 40 करोड़ से ज्यादा लोग ऐसे हैं जो सोशल मीडिया यूजर्स हैं. फेसबुक से लेकर twitter तक लोग सेल्फी लेकर पोस्ट करते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि इन तस्वीरों से ही साइबर अपराधी आपके साथ फ्रॉड कर सकते हैं. बिहार में आम जनता की बात तो छोडिए. राज्य के पूर्व मंत्री तक के नाम पर साइबर अपराधी फ्रॉड कर रहे हैं.

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पटना: बिहार में साइबर अपराधी सिर्फ आम जनता को ही नहीं नेता, विधायक, मंत्री को भी लूटने से परहेज नहीं कर रहे हैं, बिहार के पूर्व विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जय कुमार सिंह के नाम पर साइबर फ्रॉड किया जा रहा है. साइबर अपराधी ने उनके फेसबुक अकाउंट को क्लोन कर फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर आम लोगों से पैसों की डिमांड कर रहे हैं.

बिहार सरकार के पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह ने इस बाबत आम लोगों से अपने ओरिजिनल फेसबुक प्रोफाइल साझा करते हुए अपील किया है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि डुप्लीकेट अकाउंट बनाकर साइबर अपराधी उनके नाम पर पैसों की डिमांड कर रहे हैं. लिहाजा फर्जी अकाउंट देख झांसा में ना पड़ें.

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सोशल मीडिया यूजर्स रहें सावधान

10 से 15 हजार रुपये की मांग, ऐसे हुआ खुलासा
पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह ने बताया कि उनके फर्जी अकाउंट से उनके करीबियों को मैसेज कर 10 से 15000 रुपये की मांग की जा रही है. जब उनके करीबियों ने उन्हें फोन कर यह जानकारी दी तो मामले को खुलासा हुआ. बाद में पूर्व मंत्री ने फर्जी आईडी बनाने वाले अज्ञात साइबर अपराधियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. साथ ही सचिवालय के साइबर एक्सपर्ट को मामले की जानकारी दी है.

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पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह

जेडीयू प्रवक्ता का भी बनाया था फेक आईडी
उससे पहले जेडीयू के ही प्रवक्ता राजीव रंजन का भी फेक आईडी बनाकर धन उगाही की कोशिश की गयी थी. लेकिन सूचना मिलने के बाद राजीव रंजन की तरफ से भी कार्रवाई की गई. और बात सिर्फ नेताओं की नहीं है कि राज्य में बड़ी संख्या में लोग साइबर गिरोह के शिकार भी हो रहे हैं.

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राजीव रंजन, प्रवक्ता, जेडीयू

छोटी रकम की करते हैं डिमांड
इन दोनों मामलों में आर्थिक अपराध इकाई के साइबर एक्सपर्ट अभिनव सौरव की मानें तो इस तरह के मामले ज्यादातर सामने आ रहे हैं. फेसबुक या सोशल साइट्स के अन्य प्लेटफॉर्म के माध्यम से फेक आईडी बनाकर दोस्तों और परिवार के सदस्यों से छोटी=छोटी रकम मांगी जा रही है. जो साइबर फ्रॉड है. वह फेसबुक के माध्यम से बड़े रकम की डिमांड नहीं करते हैं.

समझें कैसे होता है सोशल साइट पर फ्रॉड
आर्थिक अपराध इकाई के साइबर एक्सपर्ट अभिनव सौरव ने बताया कि किसी भी सोशल साइट पर आपके प्रोफाइल से ही जानकारियां ली जाती है कि उसी का इस्तेमाल कर आपके नाम से फर्जी आईडी तैयार किया जाता है.

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ऐसे होता है साइबर फ्रॉड

ऐसे होता है सोशल साइट पर फ्रॉड ?

  • आपके सोशल साइट से आपका फोटो डाउनलोड होता है.
  • प्रोफाइल से आपकी जानकारियां निकाली जाती है.
  • आपके नाम से फर्जी आईडी क्रिएट किया जाता है.
  • मैसेंजर के जरिए आपके दोस्तों से पैसे मांगे जाते हैं.
  • आपके कई दोस्त मदद के लिए पैसे भेज देते हैं.
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    अभिनव सौरभ, साइबर एक्सपर्ट

क्या कहते हैं साइबर एक्सपर्ट?
साइबर एक्सपर्ट अभिनव सौरव का कहना है कि लोग अपनी गलती के कारण ही सोशल साइट पर फ्रॉड के शिकार हो रहे हैं. अभिनव की मानें तो अगर आपने सोशल साइट पर प्रोफाइल को लॉक करके रखा है तो अपराधियों के लिए आसान नहीं है कि आपका फर्जी अकाउंट बना लेंगे. ऐसा इसलिए क्योंकि फर्जी अकाउंट बनाने के लिए भी आप से जुड़ी जानकारियां चाहिए और अगर साइबर अपराधियों के पास आपकी जानकारियां नहीं होगी तो वह आपके नाम से फर्जी आईडी नहीं बना पाएगा.

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क्या कहते हैं साइबर एक्सपर्ट

क्या कहते हैं साइबर एक्सपर्ट?

  • सोशल साइट पर अपने प्रोफाइल को लॉक करके रखें.
  • किसी भी सोशल नेटवर्क पर फोन नंबर या ईमेल आईडी ना दें.
  • आपने प्रोफाइल के फोटो को भी लॉक करके रखें.
  • फ्रेंड लिस्ट को Hide करके रखें.
  • नेटवर्किंग साइटों पर लिंक और अटैचमेंट को न खोलें.
  • किसी के साथ अपना पासवर्ड साझा नहीं करें.

ऐसा नहीं है कि सोशल साइट पर साइबर अपराधियों से बचा नहीं जा सकता हैं. एक्सपर्ट के मुताबिक अगर आप कुछ बातों पर ध्यान देते हैं तो फ्रॉड से बच सकते हैं

सोशल साइट पर फ्रॉड से ऐसे बचें

  • किसी के साथ उम्र, पता, फोन नंबर या अन्य निजी जानकारी साझा नहीं करें.
  • लॉग-इन करने के बाद अकाउंट को यूं ही न छोड़ दें, लॉग-आउट करें.
  • साइबर कैफे में कंप्‍यूटर्स पर पर्सलन डिवाइस का इस्‍तेमाल नहीं करें.
  • सोशल नेटवर्किंग साइटों पर लिंक और अटैचमेंट को न खोलें.
  • किसी के साथ अपना पासवर्ड साझा नहीं करें.
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    फ्रॉड से ऐसे बचें
  • बिना पुष्टि किए बगैर किसी भी चीज को फॉरवर्ड नहीं करें.
  • किसी भी सोशल नेटवर्किंग साइट पर फेक प्रोफाइल क्रिएट नहीं करें.
  • अपने दोस्‍तों की जानकारी नेटवर्किंग साइटों पर पोस्‍ट नहीं करें.
  • सोशल साइट हैक करना आसान नहीं, इस तरह से करें इस्तेमाल.
  • मजबूत पासवर्ड बनाएं और समय-समय पर उसे बदलते रहें.
  • सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर ध्‍यान से प्राइवेसी सेटिंग्‍स करें.
  • आपका अकाउंट हैक या चोरी हो जाए तो इसकी रिपोर्ट तुरंत करें.

पटना: बिहार में साइबर अपराधी सिर्फ आम जनता को ही नहीं नेता, विधायक, मंत्री को भी लूटने से परहेज नहीं कर रहे हैं, बिहार के पूर्व विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जय कुमार सिंह के नाम पर साइबर फ्रॉड किया जा रहा है. साइबर अपराधी ने उनके फेसबुक अकाउंट को क्लोन कर फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर आम लोगों से पैसों की डिमांड कर रहे हैं.

बिहार सरकार के पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह ने इस बाबत आम लोगों से अपने ओरिजिनल फेसबुक प्रोफाइल साझा करते हुए अपील किया है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि डुप्लीकेट अकाउंट बनाकर साइबर अपराधी उनके नाम पर पैसों की डिमांड कर रहे हैं. लिहाजा फर्जी अकाउंट देख झांसा में ना पड़ें.

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सोशल मीडिया यूजर्स रहें सावधान

10 से 15 हजार रुपये की मांग, ऐसे हुआ खुलासा
पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह ने बताया कि उनके फर्जी अकाउंट से उनके करीबियों को मैसेज कर 10 से 15000 रुपये की मांग की जा रही है. जब उनके करीबियों ने उन्हें फोन कर यह जानकारी दी तो मामले को खुलासा हुआ. बाद में पूर्व मंत्री ने फर्जी आईडी बनाने वाले अज्ञात साइबर अपराधियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. साथ ही सचिवालय के साइबर एक्सपर्ट को मामले की जानकारी दी है.

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पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह

जेडीयू प्रवक्ता का भी बनाया था फेक आईडी
उससे पहले जेडीयू के ही प्रवक्ता राजीव रंजन का भी फेक आईडी बनाकर धन उगाही की कोशिश की गयी थी. लेकिन सूचना मिलने के बाद राजीव रंजन की तरफ से भी कार्रवाई की गई. और बात सिर्फ नेताओं की नहीं है कि राज्य में बड़ी संख्या में लोग साइबर गिरोह के शिकार भी हो रहे हैं.

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राजीव रंजन, प्रवक्ता, जेडीयू

छोटी रकम की करते हैं डिमांड
इन दोनों मामलों में आर्थिक अपराध इकाई के साइबर एक्सपर्ट अभिनव सौरव की मानें तो इस तरह के मामले ज्यादातर सामने आ रहे हैं. फेसबुक या सोशल साइट्स के अन्य प्लेटफॉर्म के माध्यम से फेक आईडी बनाकर दोस्तों और परिवार के सदस्यों से छोटी=छोटी रकम मांगी जा रही है. जो साइबर फ्रॉड है. वह फेसबुक के माध्यम से बड़े रकम की डिमांड नहीं करते हैं.

समझें कैसे होता है सोशल साइट पर फ्रॉड
आर्थिक अपराध इकाई के साइबर एक्सपर्ट अभिनव सौरव ने बताया कि किसी भी सोशल साइट पर आपके प्रोफाइल से ही जानकारियां ली जाती है कि उसी का इस्तेमाल कर आपके नाम से फर्जी आईडी तैयार किया जाता है.

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ऐसे होता है साइबर फ्रॉड

ऐसे होता है सोशल साइट पर फ्रॉड ?

  • आपके सोशल साइट से आपका फोटो डाउनलोड होता है.
  • प्रोफाइल से आपकी जानकारियां निकाली जाती है.
  • आपके नाम से फर्जी आईडी क्रिएट किया जाता है.
  • मैसेंजर के जरिए आपके दोस्तों से पैसे मांगे जाते हैं.
  • आपके कई दोस्त मदद के लिए पैसे भेज देते हैं.
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    अभिनव सौरभ, साइबर एक्सपर्ट

क्या कहते हैं साइबर एक्सपर्ट?
साइबर एक्सपर्ट अभिनव सौरव का कहना है कि लोग अपनी गलती के कारण ही सोशल साइट पर फ्रॉड के शिकार हो रहे हैं. अभिनव की मानें तो अगर आपने सोशल साइट पर प्रोफाइल को लॉक करके रखा है तो अपराधियों के लिए आसान नहीं है कि आपका फर्जी अकाउंट बना लेंगे. ऐसा इसलिए क्योंकि फर्जी अकाउंट बनाने के लिए भी आप से जुड़ी जानकारियां चाहिए और अगर साइबर अपराधियों के पास आपकी जानकारियां नहीं होगी तो वह आपके नाम से फर्जी आईडी नहीं बना पाएगा.

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क्या कहते हैं साइबर एक्सपर्ट

क्या कहते हैं साइबर एक्सपर्ट?

  • सोशल साइट पर अपने प्रोफाइल को लॉक करके रखें.
  • किसी भी सोशल नेटवर्क पर फोन नंबर या ईमेल आईडी ना दें.
  • आपने प्रोफाइल के फोटो को भी लॉक करके रखें.
  • फ्रेंड लिस्ट को Hide करके रखें.
  • नेटवर्किंग साइटों पर लिंक और अटैचमेंट को न खोलें.
  • किसी के साथ अपना पासवर्ड साझा नहीं करें.

ऐसा नहीं है कि सोशल साइट पर साइबर अपराधियों से बचा नहीं जा सकता हैं. एक्सपर्ट के मुताबिक अगर आप कुछ बातों पर ध्यान देते हैं तो फ्रॉड से बच सकते हैं

सोशल साइट पर फ्रॉड से ऐसे बचें

  • किसी के साथ उम्र, पता, फोन नंबर या अन्य निजी जानकारी साझा नहीं करें.
  • लॉग-इन करने के बाद अकाउंट को यूं ही न छोड़ दें, लॉग-आउट करें.
  • साइबर कैफे में कंप्‍यूटर्स पर पर्सलन डिवाइस का इस्‍तेमाल नहीं करें.
  • सोशल नेटवर्किंग साइटों पर लिंक और अटैचमेंट को न खोलें.
  • किसी के साथ अपना पासवर्ड साझा नहीं करें.
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    फ्रॉड से ऐसे बचें
  • बिना पुष्टि किए बगैर किसी भी चीज को फॉरवर्ड नहीं करें.
  • किसी भी सोशल नेटवर्किंग साइट पर फेक प्रोफाइल क्रिएट नहीं करें.
  • अपने दोस्‍तों की जानकारी नेटवर्किंग साइटों पर पोस्‍ट नहीं करें.
  • सोशल साइट हैक करना आसान नहीं, इस तरह से करें इस्तेमाल.
  • मजबूत पासवर्ड बनाएं और समय-समय पर उसे बदलते रहें.
  • सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर ध्‍यान से प्राइवेसी सेटिंग्‍स करें.
  • आपका अकाउंट हैक या चोरी हो जाए तो इसकी रिपोर्ट तुरंत करें.
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