ETV Bharat / state

'बिहार को स्पेशल स्टेटस मिलने से निवेश और रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी'

5 जुलाई को पेश होने वाले इस बजट से बिहार के उद्योगपतियों को खासी उम्मीद है. ज्यादातर उद्योगपति बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग का समर्थन कर रहे हैं.

डिजाइन इमेज
author img

By

Published : Jul 4, 2019, 6:23 PM IST

पटना: नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी. 5 जुलाई को पेश होने वाले इस बजट से बिहार के उद्योगपतियों को खासी उम्मीद है. केंद्रीय बजट में वह कारोबार के लिए सुलभ प्रावधानों को शामिल करने की आस रख रहे हैं. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलने से निवेश और रोजगार की संभावना बढ़ेगी. बजट से लोगों की अपेक्षाएं और सुझाव पर विशेष रिपोर्ट:

जानकारों की राय

स्पेशल स्टेटस से मिलेगा छूट
बजट को लेकर बिहार चैम्बर ऑफ कॉमर्स के कई उद्योगपतियों में उत्साह का माहौल शामिल है. उद्योगपति अरुण अग्रवाल का मानना है कि बिहार में केंद्र सरकार खुद निवेश करवाएं ताकि बिहार आगे बढ़ सके. साथ ही बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा तो बिहार में 10 सालों तक टैक्स छूट मिलेगा, जिसके कारण उद्योगपतियों का झुकाव बिहार की तरफ हो सकता है.

patna
निशित जयसवाल, एमएसई अध्यक्ष

पारदर्शिता लाने की जरूरत
बिहार चैम्बर ऑफ कॉमर्स एमएसई के अध्यक्ष निशित जायसवाल कहते हैं कि उन्हें सरकार से काफी अपेक्षा है. उन्होंने सुझाव दिया कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में और पारदर्शिता लाने की जरूरत है ताकि छोटे व्यापारियों की जिंदगी बदलने में कारगर साबित हो सकें. साथ ही सरकार उद्यमियों को ऋण मुहैया कराने में तेजी लाए. थोक व्यापारियों को राहत पहुंचाने के उपाय भी किए जाने चाहिए. उन्होंने कहा कि व्यापार सरकार के ऊपर निर्भर है. यदि मार्केट खराब हो जाता है तो व्यापार करने में बहुत कठिनाई होती है.

patna
भरत लाल गुप्ता

लोन की समस्या का समाधान चाह रहे लोग
बिहार चैम्बर ऑफ कॉमर्स के वाइस प्रेसिडेंट भरत लाल गुप्ता चाहते हैं कि सरकार को लघु, मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देना चाहिए. जब तक सरकार ध्यान नहीं देगी तब तक रोजगार में परेशानियां होती रहेंगी. इसके अलावा उद्योग के लिए बैंक कर्ज देने में आनाकानी करते रहते हैं. इधर, सरकार घोषणा करती है कि 59 मिनट में उद्योग के लिए 1 करोड़ रुपए ले सकते हैं. लेकिन, बैंक के रवैये के कारण 59 दिनों में 10 लाख रुपए भी नहीं मिल पाता है. इसके अलावा उन्होंने महिला की भी भागीदारी बढ़ाने की दिशा में काम करने की हिदायत दी.
बिहार चैम्बर ऑफ कॉमर्स के कोषाध्यक्ष महावीर प्रसाद केसरिया का मानना है कि बिहार में उद्योग को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार बिहार को स्पेशल स्टेटस दे. ताकि यहां रोजगार मुहैया हो सके और यहां उद्योग-धंधों का विस्तार हो.

पटना: नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी. 5 जुलाई को पेश होने वाले इस बजट से बिहार के उद्योगपतियों को खासी उम्मीद है. केंद्रीय बजट में वह कारोबार के लिए सुलभ प्रावधानों को शामिल करने की आस रख रहे हैं. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलने से निवेश और रोजगार की संभावना बढ़ेगी. बजट से लोगों की अपेक्षाएं और सुझाव पर विशेष रिपोर्ट:

जानकारों की राय

स्पेशल स्टेटस से मिलेगा छूट
बजट को लेकर बिहार चैम्बर ऑफ कॉमर्स के कई उद्योगपतियों में उत्साह का माहौल शामिल है. उद्योगपति अरुण अग्रवाल का मानना है कि बिहार में केंद्र सरकार खुद निवेश करवाएं ताकि बिहार आगे बढ़ सके. साथ ही बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा तो बिहार में 10 सालों तक टैक्स छूट मिलेगा, जिसके कारण उद्योगपतियों का झुकाव बिहार की तरफ हो सकता है.

patna
निशित जयसवाल, एमएसई अध्यक्ष

पारदर्शिता लाने की जरूरत
बिहार चैम्बर ऑफ कॉमर्स एमएसई के अध्यक्ष निशित जायसवाल कहते हैं कि उन्हें सरकार से काफी अपेक्षा है. उन्होंने सुझाव दिया कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में और पारदर्शिता लाने की जरूरत है ताकि छोटे व्यापारियों की जिंदगी बदलने में कारगर साबित हो सकें. साथ ही सरकार उद्यमियों को ऋण मुहैया कराने में तेजी लाए. थोक व्यापारियों को राहत पहुंचाने के उपाय भी किए जाने चाहिए. उन्होंने कहा कि व्यापार सरकार के ऊपर निर्भर है. यदि मार्केट खराब हो जाता है तो व्यापार करने में बहुत कठिनाई होती है.

patna
भरत लाल गुप्ता

लोन की समस्या का समाधान चाह रहे लोग
बिहार चैम्बर ऑफ कॉमर्स के वाइस प्रेसिडेंट भरत लाल गुप्ता चाहते हैं कि सरकार को लघु, मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देना चाहिए. जब तक सरकार ध्यान नहीं देगी तब तक रोजगार में परेशानियां होती रहेंगी. इसके अलावा उद्योग के लिए बैंक कर्ज देने में आनाकानी करते रहते हैं. इधर, सरकार घोषणा करती है कि 59 मिनट में उद्योग के लिए 1 करोड़ रुपए ले सकते हैं. लेकिन, बैंक के रवैये के कारण 59 दिनों में 10 लाख रुपए भी नहीं मिल पाता है. इसके अलावा उन्होंने महिला की भी भागीदारी बढ़ाने की दिशा में काम करने की हिदायत दी.
बिहार चैम्बर ऑफ कॉमर्स के कोषाध्यक्ष महावीर प्रसाद केसरिया का मानना है कि बिहार में उद्योग को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार बिहार को स्पेशल स्टेटस दे. ताकि यहां रोजगार मुहैया हो सके और यहां उद्योग-धंधों का विस्तार हो.

Intro:बजट को लेकर बड़े उद्योगपतियों कि सरकार से उम्मीद बिहार को मिले विशेष राज्य का दर्जा ताकि बिहार में निवेश और रोजगार बढ़ सके...


Body:पटना--- 5 जुलाई को प्रस्तुत होने वाली केंद्रीय बजट से व्यापारियों को कारोबार के लिए सुलभ प्रावधानों को शामिल कराने की उद्योगपतियों की है आस बिहार को विशेष राज्य का दर्जा चाहते हैं उद्योगपति ताकि बिहार में निवेश और रोजगार उत्पन्न हो सके बजट को लेकर व्यापारियों में खास उत्साह देखा जा रहा है आर्थिक उन्नति की दिशा में बजट में नई बातों की आशा की जा रही है मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में पहला बजट 5 जुलाई को नए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण प्रस्तुत करेंगी वित्त मंत्री से देश के व्यापारी सकारात्मक बजट की अपेक्षा रखते हैं बजट कैसा होना चाहिए इस संबंध में लोगों ने कई सुझाव दिए बजट से उनकी कई अपेक्षाएं भी हैं व्यापारियों की उम्मीद एवं सुझाव कुछ इस प्रकार है।

बजट को लेकर बिहार ऑफ कॉमर्स के कई उद्योगपतियों में उत्साह का माहौल शामिल है उद्योगपति अरुण अग्रवाल का मानना है कि बिहार में केंद्र सरकार खुद निवेश करवाएं ताकि बिहार आगे बढ़ सके साथी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा तो बिहार में 10 सालों तक टैक्स में छूट मिलने से उद्योगपति का झुकाव बिहार के तरफ हो सकता है।

बिहार ऑफ कॉमर्स एम एस ई के अध्यक्ष निशित जयसवाल बजट को लेकर काफी उत्साहित हैं उन्होंने सरकार से अपेक्षा है कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में और पारदर्शिता लाने की जरूरत है ताकि छोटे व्यापारियों की जिंदगी बदलने में कारगर साबित हो सकें साथ ही सरकार उद्यमियों को ऋण मुहैया कराने में तेजी लाना चाहिए थोक व्यापारियों को राहत पहुंचाने के उपाय भी किए जाने चाहिए व्यापार सरकार के ऊपर ही निर्भर हो गई है यदि मार्केट खराब हो जाता है तो व्यापार करने में हमें बहुत कठिनाई होती है और हमारा व्यापार में लगे पैसा को लगभग 90 दिन में वापस मिलता है सरकार से लिए हुए कर्जा को भर नहीं पाते हैं इसलिए हमारा अकाउंट एनपीए के तौर पर चला जाता है उद्योग को बचाने के लिए सरकार व्यापार का इंश्योरेंस करवाएं
साथ ही बिहार को उद्योग लगाने के लिए सरकार स्पेशल स्टेटस का प्रधान लाए ताकि यहां उद्योग अच्छे से लग सके और यहां रोजगार उत्पन्न हो।

वही बिहार ऑफ कॉमर्स के वाइस प्रेसिडेंट भरत लाल गुप्ता का मानना है कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का यह पहला बजट पेश हो रहा है जिससे हम सभी उद्योगपतियों में काफी उत्साह का माहौल है और हम सरकार से चाहते हैं कि हमारा उद्योग है एम एस एम ई उद्योग पर जब तक सरकार ध्यान नहीं देगी तब तक यहां पर रोजगार में परेशानियां होती ही रहेंगी यदि रोजगार को बढ़ाना है तो एम एस एम ई पर सरकार को ध्यान देना बहुत ही जरूरी है इसके अलावा उद्योग के लिए बैंक कर्ज कर्ज देने में आनाकानी करते रहते हैं सरकार घोषणा करती है कि बस 59 मिनट में उद्योग के लिए 1 करोड़ रुपए ले सकते हैं लेकिन बैंकों के रवैया से 59 दिनों में 10 लाख रुपए भी नहीं मिल पाता है बैंकर्स को सरकार हिदायत दे कि उद्योगपतियों को कर्ज देने में बैंक आनाकानी न करें साथ भरत लाल गुप्ता ने सरकार से मांग की है कि महिलाओं को उद्योग के लिए सरकार नए-नए टेक्नोलॉजी लाए ताकि महिला हर काम करने में अब सक्षम है उद्योग में इनका बढ़ावा मिले सरकार इनके लिए कोई अच्छा सा प्रधान इस बजट में लाए।
बिहार ऑफ कॉमर्स के कोषा अध्यक्ष महावीर प्रसाद केसरिया का मानना है कि बिहार में उद्योग को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार बिहार को स्पेशल स्टेटस दे ताकि यहां रोजगार मुहैया हो सके और यहां उद्योग अपना पांव पसार सके इस बजट से हम लोग का आशा है कि उद्योग के लिए सरकार हम लोगों पर ध्यान देगी ताकि इनकम टैक्स में हम लोगों की छूट का प्रावधान मिल सके



Conclusion:हम आपको बता दें कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का 5 जुलाई को बजट पेश होना है नए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट का पिटारा संसद में खोलेंगे जिससे देखते हुए उद्योगपतियों में काफी उत्साह का माहौल है क्योंकि सरकार मध्यवर्ग को उद्योग में लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है अब देखना है कि 5 जुलाई को बजट पेश होगा उसमें मध्यवर्ग के उद्योगों के लिए क्या प्रधान किया गया है।

ईटीवी भारत के लिए पटना से अरविंद राठौर की रिपोर्ट
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.