पटना: बिहार में पानी लोगों की परेशानी बढ़ाता रहता है. कहीं बाढ़ से लोग परेशान रहते हैं तो कहीं सुखाड़ से लोग जूझते हैं. दोनों ही सूरतों में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इन दिनों बिहार के कई जिलों में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है. इसे लेकर ईटीवी भारत ने विभागीय मंत्री रामप्रीत पासवान (Ramprit Paswan)से एक्सक्लूसिव बातचीत की है.
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ईटीवी भारत का सवाल
ईटीवी भारत संवाददाता ने जब लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के मंत्री रामप्रीत पासवान से पूछा कि बाढ़ से कई जिलेवासी परेशान है, इसे लेकर विभाग क्या कर रहा है?
मंत्री का जवाब
इस सवाल के जवाब में मंत्री रामप्रीत पासवान ने कहा कि बिहार के कोसी इलाके में हर साल बाढ़ इसलिए आती है, क्योंकि यह इलाका नेपाल से सटा हुआ है. बराज का पानी छोड़े जाने के बाद इलाके में हर साल बाढ़ का पानी प्रवेश करता है. नेपाल से आया पानी बिहार की नदियों में भर जाता है और बांध में मूसा लग जाता है.
जिस कारण से बिहार के कई इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाता है. लेकिन सरकार की तरफ से बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद की जाती है. विभाग के द्वारा चापाकल लगवाकर शुद्ध पानी मुहैया कराया जाता है. रामप्रीत पासवान ने कहा कि इस साल स्थिति सामान्य है और बाढ़ का कोई प्रकोप नहीं है.
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ईटीवी भारत का सवाल
ईटीवी भारत संवादादाता ने पूछा कि आखिर लोगों को शुद्ध पेयजल मिले इसके लिए क्या किया जा रहा. बाढ़ के दौरान चापाकल और नल जल योजना के तहत लगे नल पानी में डूब जाते हैं?
मंत्री का जवाब
इस सवाल का जबाव देते हुए मंत्री रामप्रीत पासवान ने कहा कि जबसे हमलोगों की सरकार बनी है तबसे चापाकल हो या नल जल, लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराया जा रहा है. नल जल योजना तो मुख्यमंत्री के सात निश्चय में है. लोगों को शुद्ध पेयजल मिले, इसके लिए हम तत्पर हैं और हमने शुद्ध जल देना भी शुरू कर दिया है. अबतक उसमें किसी तरह की शिकायत नहीं मिली है.
ईटीवी भारत का सवाल
ईटीवी भारत संवादादाता ने पूछा कि लोग आर्सेनिक युक्त पानी पीने को मजबूर हैं. इसके लिए विभाग की क्या कार्य योजना है?
मंत्री का जवाब
हालांकि मंत्री ने कहा कि ऐसी जानकारी मुझे नहीं है. लेकिन मैं पता करता हूं. अगर आप लोगों को भी कोई सूचना मिले तो तुरंत बताएं, विभाग त्वरित कार्रवाई करेगा. अगर कहीं कोई आर्सेनिक युक्त पानी पीने से बीमार हुआ है तो मैं पदाधिकारियों को पता लगाने को कहता हूं और तुरंत मैं उसकी व्यवस्था करूंगा.
ईटीवी भारत का सवाल
ईटीवी भारत ने पूछा कि पंचायती राज विभाग और पीएचईडी विभाग द्वारा अब नल जल योजना के तहत लोगों से शुल्क भी वसूला जाएगा?
मंत्री का जवाब
इस पर मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना में शामिल हर घर नल का जल योजना के तहत लोगों को प्रतिदिन रुपए के हिसाब से प्रतिमाह 30 रुपए देने होंगे. मंत्री ने बताया कि इस 30 रुपये का इस्तेमाल रखरखाव, मेंटेनेंस के कामों में किया जाएगा.
ईटीवी भारत का सवाल
ईटीवी भारत ने जानना चाहा कि आखिर नल जल योजना के तहत शुल्क वसूलने का मकसद क्या है और कितना पैसा लिया जाएगा?
मंत्री का जवाब
इस सवाल पर मंत्री ने बताया कि वार्ड सदस्य के नेतृत्व में एक कार्यकारिणी समिति बनाई गई है. यह सदस्य पैसे मांगने नहीं जाएंगे, बल्कि लोग स्वत: ही पैसे दे देंगे. अब लोग धीरे-धीरे जागरुक होने लगे हैं. एक समय था कि शौचालय नि:शुल्क था, लेकिन जब पैसा लिया जाने लगा तो लोगों ने देना शुरू कर दिया. लोग अब साफ-सफाई को लेकर जागरुक हो गए हैं.
ईटीवी भारत का सवाल
हमने पूछा कि जो चापाकल टूट गए हैं या बरसों से खराब हैं, उसके लिए क्या किया जा रहा है?
मंत्री का जवाब
इसपर पीएचईडी मंत्री ने कहा कि जो चापाकल खराब हो गया है या बरसों से खराब हैं, इन सबको लेकर विभाग का स्पष्ट आदेश है कि उस चापाकल को कबाड़ कर हटा देना है. वहीं, जो ठीक हो सकते हैं उसे ठीक कराएंगे. अब तक 8000 चापाकल ठीक कराए गए हैं.