पटना: बोर्ड की परीक्षा देने वाले बिहार के छात्रों को राहत (Relief to Students in Bihar) देते हुए शिक्षा विभाग ने ऐलान किया है कि इस साल ठंड के मौसम में परीक्षार्थियों को जूता और मोजा पहनकर एग्जाम देने की छूट (Allowed to Give Exam by Wearing Shoes and Socks) होगी. शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी (Education Minister Vijay Kumar Choudhary) ने कहा कि इसके लिए दिशा निर्देश दिया जा चुका है. उन्होंने कहा कि कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए बाकी जो भी प्रावधान पहले से हैं, उनका कड़ाई से पालन किया जाएगा.
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विजय चौधरी ने कहा कि परीक्षाओं में जूते-मोजे पहनकर नहीं आने के संबंध में जो हिदायत थी, वह पिछले कई वर्षों से लगातार दी जा रही थी और उसका परिपेक्ष भी हम समझते हैं. बिहार के सभी लोग समझते हैं कि जो परीक्षार्थी गड़बड़ मानसिकता के होते हैं, वह कभी-कभी जूता-मोजा में भी कुछ गलत चीज छुपा कर ले आते थे. उस ख्याल से कदाचार मुक्त परीक्षा संपन्न कराने के लिए जूते-मौजे को प्रतिबंधित किया गया था, क्योंकि एक बार अगर छात्र पहन कर आ जाएंगे केंद्रों पर वहां पर सबसे जूता-मोजा खुलवाना और फिर पहनवाना कठिन हो जाएगा. इसलिए जूता-मोजा पहनने पर ही प्रतिबंध लगाया गया था.
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शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस बार भी एडमिट कार्ड के साथ जूता-मोजा के प्रतिबंध से संबंधित दिशा-निर्देश चला गया था. इस संबंध में छात्रों और अभिभावकों की तरफ से हम लोगों को भी बताया गया. जिसके बाद हम लोगों ने इसे तुरंत संज्ञान में लिया और परीक्षा में जूता-मोजा पहनकर आने की छूट दी गई है. उन्होंने कहा कि इससे संबंधी दिशा-निर्देश बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (Bihar School Examination Board) की ओर से भी जारी कर दिया गया है.
"स्वभाविक रूप से अभी जो ठंड है, उसमें अगर परीक्षार्थी बिना जूता और मौजे के परीक्षा देने आएंगे तो उन्हें दिक्कत होगी. ऐसे में हमने तय किया है कि इस बार जूता और मोजा पहनकर एग्जाम देने की छूट दी जाती है. इस संबंध में तत्काल निर्देश जारी कर दिए गए हैं"- विजय कुमार चौधरी, शिक्षा मंत्री, बिहार
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