पटना: बिहार में पंचायत चुनाव इवीएम से ही कराया जाएगा. सरकार की ओर से इस बात की पुष्टि की गई है. बिहार राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव कराये जाने और उस पर होने वाले करीब 450 करोड़ के बजट की स्वीकृति जल्द मिलने की संभावना है.
आयोग ने करीब पंचायत आम चुनाव को लेकर करीब 300 करोड़ का बजट प्रस्ताव दिया है. इसमें माना जा रहा है कि 125 करोड़ की लागत से पंचायत आम चुनाव के लिए मल्टीपोस्ट इवीएम की खरीद की जायेगी. आधिकारिक सूत्रों की माने तो पंचायत चुनाव के लिए इवीएम की खरीद पर उच्चस्तरीय स्वीकृति अनुमोदन मिल गया है.
एक साथ दिया जा सकता है 6 वोट
पंचायत चुनाव के लिए जिस खास प्रकार के इवीएम की खरीद की जानी है, उसमें एक कंट्रोल यूनिट (सीयू) के साथ आठ बैलेट यूनिट (बीयू) का प्रयोग किया जा सकता है. यानी एक साथ साथ छह वोट दिया जा सकता है. हालांकि, पंचायत आम चुनाव में एक साथ छह पदों के लिए ही एक साथ मतदान कराया जाता है. इसमें एक डिटैटेबल मेमोरी कार्ड ( एबीएमएम) होता है और उसको हटाया जा सकता है. उस कार्ड को हटाकर दूसरे कार्ड का भी प्रयोग किया जा सकता है. इस प्रकार के इवीएम को स्ट्रांगरूप में रखने की जरूरत नहीं होगी. इस इवीएम का प्रयोग पहले चरण के मतदान के बाद फिर से तीसरे चरण का मतदान में उपयोग किया जा सकता है.
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पंचायत आम चुनाव में राज्य निर्वाचन आयोग को कुल बजट का 300 करोड़ दिया जायेगा. इसके साथ ही चुनाव कराने के लिए करीब 150 करोड़ रुपये जिलों को चुनाव कराने के लिए दिया जायेगा. मालूम हो कि पंचायत आम चुनाव 2016 में 222 करोड़ खर्च किया गया था. इसमें 122 करोड़ रुपये राज्य निर्वाचन आयोग को और 100 करोड़ रुपये जिलों को पंचायत चुनाव कराने के लिए दिया गया था.