पटना: कोरोना संक्रमण की दूसरा वेब पिछली लहर से भी ज्यादा खतरनाक साबित हो रही है. इस बार संक्रमितों और मरने वाले की संख्या पिछली बार की तुलना में अधिक है. पिछली बार लॉकडाउन के समय जिस तरह की स्थिति सचिवालय के गलियारे में थी वही स्थिति बिना लॉकडाउन के आज दिख रही है. सरकारी कर्मचारी डर के साये में दफ्तर आने को मजबूर हैं.
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डर के साये में कर रहे काम
सचिवालय में शायद ही ऐसा कोई विभाग बचा होगा जहां के कर्मचारी कोरोना संक्रमित न हुए हों. जानकारी के अनुसार सचिवालय के तमाम बड़े विभागों के सेक्शन में कई कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं. जो भी कर्मी दफ्तर आ रहे हैं वे डर के साये में काम कर रहे हैं. कर्मचारी बताते हैं कि सरकार के आदेश का पालन करना उनका कर्तव्य है. इसलिए ड्यूटी पर आ रहे हैं.
खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे कर्मचारी
हालांकि उनका कहना है कि पिछली बार की तुलना में इस बार संक्रमितों की संख्या काफी बढ़ गई है. ऐसा कोई विभाग नहीं बचा है, जिसमें काम करने वाले कोरोना संक्रमित न हुए हों. सचिवालय कर्मियों का मानना है कि स्थिति पिछली बार की तुलना से इस बार ज्यादा खराब है. वे ड्यूटी के दौरान खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. अधिक उम्र के कर्मचारी ज्यादा डरे हुए हैं.
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