पटना: पटना विश्वविद्यालय (Patna University) में स्नातक के 4291 सीटों के लिए नए सत्र में नामांकन (Admission in Patna University) की प्रक्रिया शुरू हो गई. विश्वविद्यालय द्वारा नए सत्र में नामांकन के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया अपनाई गई है. ऐसे में पहले दिन छात्रों को नामांकन के दौरान सर्वर से जुड़ी समस्याएं झेलनी पड़ी.
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नामांकन के लिए फीस जमा करने के बावजूद फीस जमा शो नहीं कर रहा था. छात्र समस्या को लेकर विश्वविद्यालय प्रबंधन के पास पहुंचे. प्रबंधन ने उन्हें जानकारी दी कि यह बड़ी समस्या नहीं है. एडमिशन के लिए जो पोर्टल विकसित किया गया है उसमें कुछ तकनीकी खामी आई है. इसे जल्द दूर कर दिया जाएगा. विश्वविद्यालय के डीन प्रोफेसर डॉ. अनिल कुमार ने कहा, 'विश्वविद्यालय में इस बार स्नातक में नए सत्र के नामांकन के लिए मार्क्स के आधार पर एडमिशन की प्रक्रिया अपनाई गई है. यह पूरी तरीके से पारदर्शी है.'
डॉ. अनिल कुमार ने कहा, 'पीयू में नामांकन के लिए लगभग 24 हजार छात्रों ने अप्लाई किया था, जिसमें से 19 हजार छात्र विश्व विद्यालय की मेरिट लिस्ट में आए थे. इनमें से लगभग 16 हजार छात्रों ने अपना फॉर्म कंप्लीट किया और अपने कोर्स की च्वाइस और कॉलेज की च्वाइस दी थी. 5 सितंबर से 12 सितंबर तक च्वाइस फिलिंग का ऑप्शन दिया गया था. पहले राउंड के लिए 4291 छात्रों को एडमिशन के लिए आमंत्रित किया गया है. पहले राउंड की एडमिशन प्रक्रिया 14 सितंबर से 18 सितंबर तक चलेगी. इसके बाद सेकेंड राउंड का कटऑफ निकाला जाएगा.'
डॉ. अनिल कुमार ने कहा, 'नामांकन के लिए विश्वविद्यालय द्वारा चार सेंटर बनाए गए हैं. मगध महिला कॉलेज, बीएन कॉलेज, पटना कॉलेज और पटना साइंस कॉलेज में बने सेंटर पर जाकर छात्र नामांकन करा सकते हैं. अगर पहले राउंड में किसी छात्र को उनके पसंद का विषय नहीं मिला है और वे अपने पसंद के विषय चाहते हैं तो वे उसी कोर्स में एडमिशन लें. एडमिशन लेने के बाद पोर्टल पर उन्हें अपग्रेडेशन स्लाइडिंग का ऑप्शन मिलेगा. छात्र अपने एडमिशन के सब्जेक्ट से संतुष्ट हैं तो वहां नो टिक करेंगे और अगर संतुष्ट नहीं है तो यस बटन पर टिक करेंगे. यस बटन पर टिक करने के बाद उस छात्र को अगले राउंड के कटऑफ में भी कंसीडर किया जाएगा. सेकेंड और थर्ड कट ऑफ के दौरान उस छात्र का नाम अपग्रेड किया जाएगा. अगर अपग्रेडेशन के दौरान उन्हें अपना मनचाहा सब्जेक्ट मिल जाता है तो वह अपने मनचाहे सब्जेक्ट में आसानी से स्विच कर सकते हैं.'
"एडमिशन की प्रक्रिया पारदर्शी करने के लिए सॉफ्टवेयर का सहारा लिया गया है. पहले राउंड के कट ऑफ के तहत जिन छात्रों को बुलाया गया है उसमें हर ऑनर्स पेपर में रिजर्वेशन का रोस्टर फीड किया गया है. इसके तहत 60% सीटें रिजर्वड हैं. यानी कि अगर ऑनर्स पेपर में 100 सीट है तो 40 सीट अनरिजर्व्ड है. 60 सीट में 10 ईडब्ल्यूएस के लिए, 12 बीसी टू के लिए, 18 ईबीसी के लिए, 16 एससी के लिए, एक एसटी के लिए और 3 बैकवर्ड वुमन के लिए है. अगर कोई रिजर्वेशन कोटे का छात्र अनरिजर्व्ड श्रेणी में क्वालीफाई करता है तो उसे अनरिजर्व्ड श्रेणी में ही दाखिला दिया जाएगा और उसे रिजर्वेशन कोटा का सभी लाभ भी दिया जाएगा."- प्रोफेसर डॉ. अनिल कुमार, डीन, पटना विश्वविद्यालय
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