पटना: राज्य में कोविड-19 का असर लगातार बना हुआ है. संक्रमण की रोकथाम के लिए शहरी क्षेत्र के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कोरोना जांच की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना वायरस के कंट्रोल के लिए स्वास्थ्य विभाग कई कदम उठा रहा है.
ग्रामीण क्षेत्रों में टेस्टिंग पर जोर
पटना जिला सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में टेस्टिंग पर जोर दिया जा रहा है. जो टेस्टिंग हो रही है, वो एंटीजन के जरिए किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि अगर सिंप्टोमेटिक मरीजों की एंटीजन टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आती है, तो उनकी रिपोर्ट लैब टेक्नीशियन को भेज आरटी पीसीआर के लिए सैंपल कलेक्ट कराए जाते हैं. ऐसे केसेज में ही आरटी पीसीआर टेस्ट होते हैं.
होम आइसोलेशन की सुविधा का भी निरीक्षण
डॉ विभा कुमारी ने बताया कि टेस्टिंग से जब संक्रमण का पता चल जाता है, तो संक्रमित व्यक्तियों के घर होम आइसोलेशन की सुविधा नहीं होने पर संक्रमितों को कोविड-19 केयर सेंटर में एडमिट कराया जाता हैं. उन्होंने बताया कि ज्यादातर मरीज होम आइसोलेशन की डिमांड करते हैं. अपने कर्मियों को उस मरीज के घर भेजकर हम होम आइसोलेशन की सुविधा का निरीक्षण करते हैं.
स्वास्थ्य विभाग लगातार कर रहा जागरूक
सिविल सर्जन ने कहा कि होम आइसोलेशन की सुविधा का निरिक्षण इसीलिए करते हैं ताकि मरीज होम आइसोलेशन में सही तरीके से रहे. इस दौरान वह गलती से दूसरे को संक्रमित न कर दे. इसके अलावा आशा कार्यकर्ता ग्रामीण क्षेत्रों में सभी घरों में जाकर फ्लू के मरीजों का सर्वे करती हैं. स्वास्थ्य विभाग लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को जागरूक कर रहा है.