पटना: नए साल में 'मिशन 2020' बिहार के राजनीतिक दलों के लिए एक चुनौती है. सभी दल चुनावी एजेंडे को लेकर तैयारियों में जुट गए हैं. महागठबंधन जहां संविधान बचाओ के साथ जनता के बीच जाएगी, तो वहीं राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन नीतीश और नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियों को चुनावी एजेंडा बनाएगी.
RJD का चुनावी मुद्दा
राष्ट्रीय जनता दल ने पिछले विधानसभा चुनाव में आरक्षण को मुद्दा बनाया था. इस बार पार्टी संविधान बचाओ के नारों के साथ जनता के बीच जाने की तैयारी कर रही है. आरजेडी उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि इस बार पार्टी जनता को सीएए और एनआरसी के बारे में बताएगी. साथ ही बिहार सरकार की नाकामियों को भी जनता के सामने रखेगी.
JDU का चुनावी मुद्दा
बिहार में 2020 में होने वाले चुनाव के लिए जेडीयू ने भी कमर कस ली है. जेडीयू पोस्टर के जरिए 15 साल बनाम 15 साल के नारे दे रही है. जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने बताया कि इस बार के चुनाव में हम विकास के मुद्दे पर जनता के बीच आएंगे. नीतीश कुमार ने 15 सालों में जो काम किए हैं, उसे हम जनता के सामने रखेंगे.
जनता में सकारात्मक संदेश
वहीं, बीजेपी उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी ने कहा है कि सीएए, धारा 370 और तीन तलाक पर सरकार ने जो फैसले लिए हैं, उससे जनता में सकारात्मक संदेश गया है. आरजेडी के लोगों ने पिछले चुनाव में आरक्षण के नाम पर जनता को गुमराह कर दिया था, लेकिन इस बार वो गुमराह नहीं कर पाएंगे और काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ेगी.