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Bihar weather: बढती गर्मी के कारण बिजली खपत में बढ़ोतरी, पिछले साल से इतना ज्यादा खर्च बढ़ा - Bihar News

बढ़ती गर्मी के कारण बिहार में बिजली खपत बढ़ी है. विभागीय आकड़ों के अनुसार पिछले साल के मुकाबले इस साल 60 मेगा वाट अधिक बिजली खर्च हो रही है. लोग घरों में एसी, फ्रिज, कूलर और पंखा का अधिक इस्तेमाल कर रहे हैं. बिजली खपत को लेकर विभाग के अधिकारी ने विशेष जानकारी दी. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Apr 18, 2023, 6:21 PM IST

बढ़ती गर्मी के कारण बिहार में बिजली खपत बढ़ी

पटनाः बिहार में गर्मी के कारण बिजली की खपत बढ़ी है. यह समस्या राजधानी के साथ साथ पूरे प्रदेश में है. बढ़ती गर्मी के कारण दिन का तापमान 43 डिग्री के पार पहुंच गया है. बढ़ती गर्मी के कारण लोग घरों में एसी, फ्रिज, कूलर और पंखा का बहुत ज्यादा उपयोग करते हैं. पिछले साल 2022 की तुलना में इस साल 60 मेगा वाट की खपत बढ़ गई है. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान विद्युत आपूर्ति प्रतिष्ठान के महाप्रबंधक मुर्तजा हेलाल ने बताया कि जिस हिसाब से तापमान में बढ़ोतरी हो रही है, ठीक उसी प्रकार बिजली की खपत भी बढ़ रही है.

यह भी पढ़ेंः Heat Wave In Bihar: प्रदेश के 17 जिलों में चली लू की गर्म हवाएं, बचाव के लिए इन बातों पर दें विशेष ध्यान


60 मेगा वाट खपत बढ़ीः इस साल अप्रैल महीने में पिछले कुछ साल की तुलना में 60 मेगा वाट खपत बढ़ी है. 17 अप्रैल ककी रात्रि 12: बजे 655 मेगा वाट खपत हुई थी. दो-तीन साल की तुलना में यह काफी अधिक है. उन्होंने अनुमान जताया है कि जिस हिसाब से बिजली की लोड बढ़ी है, ऐसे में अप्रैल महीने में ही 700 से लेकर 725 मेगा वाट की खपत हो सकती है. दिन के 1:00 बजे से लेकर शाम 4:00 बजे तक लोड ज्यादा बढ़ती है. रात्रि में जब लोग सोने जाते हैं, उस समय फ्रिज कूलर एसी चलाते हैं. इसलिए रात्रि में भी लोड ज्यादा बढ़ जाती है.

फ्यूज कॉल सेंटर पर विशेष ध्यानः विद्युत अभियंता कार्यपालक अभियंता तमाम कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है कि शाम से लेकर दोपहर के समय में फ्यूज कॉल सेंटर पर विशेष ध्यान रखें. कहीं भी शार्ट सर्किट या फ्यूज में परेशानी हो तो उसे तुरंत ठीक किया जाए, जिससे कि उपभोक्ताओं को किसी प्रकार की कोई समस्या न हो. पेसू महाप्रबंधक मुर्तजा हेलाल ने साफ तौर पर बताया कि गर्मी के मौसम में उपभोक्ताओं को प्रिकॉशन पर विशेष ध्यान देना चाहिए. घरों में लोकल केबल से वायरिंग में शार्ट सर्किट का मामला बढ़ जाता है. जिससे कि ट्रांसफार्मर पर भी लोड पड़ता है.

50 से ज्यादा सेंटर बनाया गयाः इस साल प्रचंड गर्मी पड़ने का आसार है, जिसमें राजधानी में 6,25000 कंजूमर है. पिछले 2 सालों की तुलना में कंजूमर की संख्या में भी वृद्धि हुई है. अप्रैल के महीने में 550 से लेकर 600 मेगा वाट तक खपत हो रही है. मई के महीने में 800 मेगावाट बिजली की खपत हो सकती है. पिछले साल गर्मी के मौसम में हाईएस्ट 735 मेगावाट की बिजली की खपत थी. शहर में फ्यूज की शिकायत के लिए 50 से ज्यादा सेंटर बनाया गया है.

"जिस हिसाब से बिहार में तापमान में बढ़ोतरी हो रही है, ठीक उसी प्रकार से बिजली की खपत भी बढ़ रही है. गर्मी बढ़ने के कारण लोग घरों में एसी, फ्रिज, कूलर और पंखा चला रहे हैं. इस कारण पिछले साल के मुकाबलें बिजली खपत बढ़ी है. पिछले कुछ साल की तुलना में 60 मेगा वाट खपत बढ़ी है." -मुर्तजा हेलाल, पेशू महाप्रबंधक, पटना

बढ़ती गर्मी के कारण बिहार में बिजली खपत बढ़ी

पटनाः बिहार में गर्मी के कारण बिजली की खपत बढ़ी है. यह समस्या राजधानी के साथ साथ पूरे प्रदेश में है. बढ़ती गर्मी के कारण दिन का तापमान 43 डिग्री के पार पहुंच गया है. बढ़ती गर्मी के कारण लोग घरों में एसी, फ्रिज, कूलर और पंखा का बहुत ज्यादा उपयोग करते हैं. पिछले साल 2022 की तुलना में इस साल 60 मेगा वाट की खपत बढ़ गई है. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान विद्युत आपूर्ति प्रतिष्ठान के महाप्रबंधक मुर्तजा हेलाल ने बताया कि जिस हिसाब से तापमान में बढ़ोतरी हो रही है, ठीक उसी प्रकार बिजली की खपत भी बढ़ रही है.

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60 मेगा वाट खपत बढ़ीः इस साल अप्रैल महीने में पिछले कुछ साल की तुलना में 60 मेगा वाट खपत बढ़ी है. 17 अप्रैल ककी रात्रि 12: बजे 655 मेगा वाट खपत हुई थी. दो-तीन साल की तुलना में यह काफी अधिक है. उन्होंने अनुमान जताया है कि जिस हिसाब से बिजली की लोड बढ़ी है, ऐसे में अप्रैल महीने में ही 700 से लेकर 725 मेगा वाट की खपत हो सकती है. दिन के 1:00 बजे से लेकर शाम 4:00 बजे तक लोड ज्यादा बढ़ती है. रात्रि में जब लोग सोने जाते हैं, उस समय फ्रिज कूलर एसी चलाते हैं. इसलिए रात्रि में भी लोड ज्यादा बढ़ जाती है.

फ्यूज कॉल सेंटर पर विशेष ध्यानः विद्युत अभियंता कार्यपालक अभियंता तमाम कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है कि शाम से लेकर दोपहर के समय में फ्यूज कॉल सेंटर पर विशेष ध्यान रखें. कहीं भी शार्ट सर्किट या फ्यूज में परेशानी हो तो उसे तुरंत ठीक किया जाए, जिससे कि उपभोक्ताओं को किसी प्रकार की कोई समस्या न हो. पेसू महाप्रबंधक मुर्तजा हेलाल ने साफ तौर पर बताया कि गर्मी के मौसम में उपभोक्ताओं को प्रिकॉशन पर विशेष ध्यान देना चाहिए. घरों में लोकल केबल से वायरिंग में शार्ट सर्किट का मामला बढ़ जाता है. जिससे कि ट्रांसफार्मर पर भी लोड पड़ता है.

50 से ज्यादा सेंटर बनाया गयाः इस साल प्रचंड गर्मी पड़ने का आसार है, जिसमें राजधानी में 6,25000 कंजूमर है. पिछले 2 सालों की तुलना में कंजूमर की संख्या में भी वृद्धि हुई है. अप्रैल के महीने में 550 से लेकर 600 मेगा वाट तक खपत हो रही है. मई के महीने में 800 मेगावाट बिजली की खपत हो सकती है. पिछले साल गर्मी के मौसम में हाईएस्ट 735 मेगावाट की बिजली की खपत थी. शहर में फ्यूज की शिकायत के लिए 50 से ज्यादा सेंटर बनाया गया है.

"जिस हिसाब से बिहार में तापमान में बढ़ोतरी हो रही है, ठीक उसी प्रकार से बिजली की खपत भी बढ़ रही है. गर्मी बढ़ने के कारण लोग घरों में एसी, फ्रिज, कूलर और पंखा चला रहे हैं. इस कारण पिछले साल के मुकाबलें बिजली खपत बढ़ी है. पिछले कुछ साल की तुलना में 60 मेगा वाट खपत बढ़ी है." -मुर्तजा हेलाल, पेशू महाप्रबंधक, पटना

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