पटना: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Election Strategist Prashant Kishor) ने जन सुराज पदयात्रा के दौरान सीएम नीतीश कुमार को लेकर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार एक बार फिर से बीजेपी में पलटी मारेंगे. इस बयान पर बिहार में फिर सियासत तेज हो गई है. प्रशांत किशोर के बयान पर जदयू के मंत्रियों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी (JDU Targets Prashant Kishor) है. जदयू मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा कि प्रशांत किशोर कौन है?, कोई पॉलिटिशियन हैं क्या?, उनकी कोई हैसियत नहीं है कि वो सीएम नीतीश कुमार पर प्रतिक्रिया दें.
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JDU ने प्रशांत किशोर पर साधा निशाना : जदयू कोटे के मंत्री मदन सहनी (JDU Quota Minister Madan Sahni) ने कहा कि प्रशांत किशोर को अपने मन की बात बताना चाहिए की उनका इरादा क्या है?. वो क्या प्रधानमंत्री के कदम पर चल रहे हैं?. मुख्यमंत्री और हमारी पार्टी किसी भी परिस्थिति में बीजेपी के साथ नहीं जाएगी. भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने ठगने का काम किया है. हरिवंश जी को लेकर मदन सहनी ने कहा कि यह सरासर गलत है कि कुछ लोगों को बीजेपी में छोड़ दिया गया है.
'प्रशांत किशोर घूम रहे हैं, यह तो पता ही नहीं चल रहा है. क्योंकि उनके साथ कोई दिख ही नहीं रहा है इसलिए कुछ से कुछ बयान दे रहे हैं.' - मदन सहनी, मंत्री, बिहार सरकार
'वो कौन इंस्टिट्यूट से पढ़े हैं और कहां से आकाशवाणी उनको होता है, ये तो वही बताएंगे. महाभारत काल में आकाशवाणी हुआ करता था. हम को नहीं पता था कि आज कल भी आकाशवाणी होता है. महागठबंधन एकजुट है और किसी को कुछ भी बोलने से कोई प्रभाव पड़ने वाला नहीं है.' - शीला मंडल, मंत्री, बिहार सरकार
प्रशांत किशोर के बयान पर बिहार की सियासत गर्म : गौरतलब है कि राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बुधवार को दावा किया था कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संपर्क में हैं और अगर स्थिति की मांग हुई तो वह फिर से उस पार्टी के साथ गठजोड़ कर सकते हैं. नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यू) ने उनकी इस टिप्पणी को खारिज करते हुए इसे भ्रामक बताया और कहा कि इसका मकसद भ्रम फैलाना है.
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हरिवंश के जरिए रास्ता खुला है : बता दें कि प्रशांत किशोर इन दिनों बिहार में पदयात्रा कर रहे हैं और उनकी इस यात्रा को सक्रिय राजनीति में आने के पहले के कदम के तौर पर देखा जा रहा है. उन्होंने एजेंसी से कहा कि नीतीश कुमार ने जेडीयू सांसद और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश (Deputy Chairman Rajya Sabha Harivansh) के जरिए बीजेपी के साथ संवाद के लिए एक रास्ता खुला रखा है. इस संबंध में हरिवंश को उनकी प्रतिक्रिया के लिए भेजे गए सवाल का कोई जवाब नहीं मिला. लेकिन उनकी पार्टी ने इस दावे को खारिज करते हुए जोर दिया कि नीतीश कुमार फिर कभी बीजेपी से हाथ नहीं मिलाएंगे.