पटना: लोक आस्था का महापर्व चैती छठ का आगाज हो चुका है. आज महापर्व चैती छठ का तीसरा दिन खरना है. छठ व्रती आज के दिन छठ व्रती संध्या अर्घ्य देती हैं. लॉक डाउन का असर चैती छठ पूजा पर भी दिख रहा है. पूरे देश में करोना वायरस को देखते हुए बिहार सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार ने भी सभी राज्यों में लॉक डाउन घोषित कर दिया गया है. लॉक डाउन का असर लोक आस्था का महापर्व चैती छठ पर भी दिख रहा है.
प्रशासन ने सभी घाटों को किया बंद
बिहार सरकार के साथ-साथ जिला प्रशासन ने भी लॉक डाउन होने की वजह से पटना के तमाम गंगा घाटों पर बैरिकेडिंग कर दिया गया है. जिसकी वजह से कुछ ही महिलाएं गंगा घाट पहुंच रही हैं. ज्यादातर महिलाएं अपने घर में ही इस त्यौहार को मना रही हैं. पटना के दीघा में भी एक छठ व्रती अपने घर में इस त्यौहार को मना रही हैं. वह अपने घर की छत पर गेहूं को धोकर सुखा रही हैं. जिससे छठ का प्रसाद बनाया जाएगा. जिला प्रशासन ने सभी घाटों बंद कर दिया है.
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डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देंगी छठ व्रती
छठ व्रती अपने घर में ही खरना का प्रसाद बना रही है. खरना के प्रसाद में अरवा चावल, दूध और गुड़ से खीर बनाया जाता है. वहीं छठ वर्ती प्रसाद को ग्रहण करने के बाद 48 घंटा का निर्जला व्रत रखेंगी और सोमवार को शाम को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देंगी. लॉक डाउन को देखते हुए जिला प्रशासन ने निर्णय लिया है कि सभी घाटों पर मजिस्ट्रेट के साथ-साथ पुलिसकर्मी की भी तैनाती की जाएगी.
साथ ही जिला प्रशासन ने सभी छठ व्रतियों से अपने ही घर में पूजा करने की अपील की है. जिस तरह से देश में लगातार कोरोना का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, सरकार लगातार सोशल डिस्टेंस बनाए रखने की अपील कर रही है. जिसको लेकर आम जनता भी काफी सतर्क नजर आ रही है.