पटना: आखिरकार पटना के अरविंद महिला कॉलेज के वायरल वीडियो का सच सामने आ गया है. शिक्षा विभाग की जांच में वीडियो फर्जी पाया गया है. अरविंद महिला कॉलेज के प्राचार्य ललन कुमार ने बताया कि वायरल वीडियो कॉलेज का दुष्प्रचार करने के लिए किसी ने इस्तेमाल किया है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है. शिक्षा विभाग की टीम ने भी वीडियो सामने आने के बाद यहां आकर जांच की. जांच में टीम को कुछ नहीं मिला है. वीडियो पूरी तरह से फर्जी है.
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"कॉलेज की छवि खराब करने के लिए वीडियो वायरल कर दिया. शिक्षा विभाग की टीम ने वायरल वीडियो की जांच की. जांच में विडियो फर्जी पाया गया है. कॉलेज में छात्राओं की बैठने की कोई दिक्कत नहीं है. हां हाल के दिनों में छात्राओं की उपस्थिति पहले की तुलना में काफी बढ़ी है." - ललन कुमार, प्राचार्य, अरविंद महिला कॉलेज
कॉलेज का वायरल वीडियो फर्जी निकला: कॉलेज के प्राचार्य ललन कुमार ने बताया कि छात्राएं एडमिशन के लिए अपना रजिस्ट्रेशन फॉर्म भर रहीं हैं. इसके अलावा फर्स्ट ईयर की छात्राएं सेकंड ईयर के लिए और सेकंड ईयर की छात्राएं फाइनल ईयर के लिए अपना रजिस्ट्रेशन भर रही हैं. कुछ छात्राएं जो पास आउट हो चुकी हैं, वह अपना कॉलेज लीविंग सर्टिफिकेट और मार्कशीट लेने के लिए फॉर्म को भर रही हैं.
यहां बैठने की कोई दिक्कत नहीं: उन्होंने कहा कि कॉलेज में छात्राओं को बैठने की दिक्कत को लेकर वायरल वीडियो किया था. जबकि यहां बैठने की कोई दिक्कत नहीं है. सभी छात्राएं आपस में ग्रुप बनाकर कैंपस में एक-दूसरे से शेयर करके फॉर्म भरना पसंद कर रही हैं. यही वीडियो किसी ने बनाकर कॉलेज की छवि खराब करने के लिए वायरल कर दिया है. शिक्षा विभाग की टीम ने जांच की तो वायरल वीडियो फर्जी निकला.
प्राचार्य बोले-'कॉलेज में छात्राओं की उपस्थिति काफी बढ़ी': कॉलेज के प्राचार्य ललन कुमार ने माना कि हाल के 2 महीने से कॉलेज में छात्राओं की उपस्थिति काफी बढ़ी है. कॉलेज में प्रतिदिन लगभग 80% से अधिक उपस्थिति रह रही है. शिक्षक पहले भी समय पर आते रहे हैं और अभी भी समय पर आ रहे हैं. सभी क्लासेस सुचारू ढंग से चल रही है. समय से शुरू हो रहे हैं.