पटना: राज्य के प्रत्येक जिले में एक शिक्षा भवन (Education buildings will be in all districts) बनेगा. सरकार का उद्देश्य एकीकृत शिक्षा व्यवस्था के तहत शिक्षा विभाग का संचालन करना है. चार जिलों में इसके लिए राशि भी जारी कर दी गई है. शिक्षा विभाग द्वारा बुधवार को दी गई जानकारी के अनुसार इसके लिए सीतामढ़ी, लखीसराय, मधुबनी, बक्सर और औरंगाबाद जिला में शिक्षा भवन के निर्माण के लिए 2295.08 लाख रुपए की राशि जारी करने की स्वीकृति दे दी गई है.
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प्राक्कलन लोक वित्त समिति भेजाः इसके साथ ही राज्य के अन्य 17 जिलों पूर्णिया, कटिहार, नालंदा, बेगूसराय, सुपौल, मधेपुरा, अररिया, रोहतास, जमुई, मुंगेर, शिवहर, बांका, पूर्वी चंपारण, शेखपुरा, नवादा, खगरिया, किशनगंज में भी शिक्षा भवन बनाने के लिए प्राक्कलन तैयार करवा कर लोक वित्त समिति भेजा गया है. इन 17 जिलों में शिक्षा भवन के निर्माण के लिए 8204.686 लाख रुपए खर्च किया जाना प्रस्तावित है. इन 17 जिलों के प्राक्कलित राशि की स्वीकृति लोक वित्त समिति से होने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी.
क्या है उद्देश्यः प्रत्येक जिले में शिक्षा विभाग के लिए डेडिकेटेड बिल्डिंग बनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि विभाग के जिला स्तरीय कार्यालय एक छत के नीचे कार्य करें. इससे कार्य निष्पादन में तीव्रता होगी तथा आम जनमानस को भी सहूलियत होगी. वर्तमान में कई जिलों में शिक्षा विभाग के ऑफिस अलग-अलग जगहों पर हैं. इस वजह से कोआर्डिनेशन में कमी आती है. पिछले कई वर्षों में काफी तादाद में शिक्षकों की नियुक्ति हुई तथा इस वर्ष भी बड़ी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति की कार्य योजना तैयार हो रही है.
राशि स्वीकृतः शिक्षा विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार शिक्षा भवन के लिए पूर्णिया जिले को 435.22 लाख रुपए, कटिहार को 551.44 लाख रुपए, नालंदा को 727.33, बेगूसराय को 445.40, सुपौल को 525.28, मधेपुरा को 514.07, अररिया को 493.41, रोहतास को 454.59, जमुई को 448.38, मुंगेर को 447.66, शिवहर को 491.20 लाख, बांका को 406.46, पूर्वी चंपारण को 461.65, शेखपुरा को 432.42, नवादा को 417.57, खगड़िया को 446.49 और किशनगंज जिले के लिए शिक्षा भवन के लिए 449.10 लाख की राशि स्वीकृत की गई है.