मोतिहारी: केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने 22 जनवरी से तीन दिनों तक हड़ताल की घोषणा की है. जिसे देखते हुए पूर्वी चंपारण में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है. हालांकि सरकार की तरफ से निर्धारित सूची में से कुछ दवाएं सदर अस्पताल में उपलब्ध नहीं है. बावजूद इसके स्वास्थ्य महकमा हड़ताल से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. एसोसिएशन ने आईसीयू वाले मरीज के लिए आपातकालीन दवा उपलब्ध कराने की बात कही है.
बिहार राज्य केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने सरकार के सामने कई मांग रखते हुए 22, 23 और 24 जनवरी को हड़ताल की घोषणा की है. जिसमें दवा दुकान के लिए फर्मासिस्ट की अनिवार्यता खत्म करना और ड्रग लाइसेंस के नवीनीकरण को सरल बनाने की मांग प्रमुख है. इसका असर पूर्वी चंपारण में भी पड़ना तय है. हालांकि इससे निपटने के लिए जिला स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह तैयार है. वहीं, केमिस्ट एवं ड्रगिस्ट एसोसियशन के जिलाध्यक्ष अशफाक करीम ने ईटीवी भारत से बातचीत की. उन्होंने बताया कि सरकार के आग्रह पर निजी नर्सिंग होम में इमरजेंसी सेवा के तहत आईसीयू को हड़ताल से दूर रखने का निर्णय लिया है.
स्वास्थ्य विभाग की तैयारी
इधर दवा दुकानदारों की हड़ताल को देखते हुए स्वास्थ्य महकमा ने तैयारी पूरी कर ली है. सदर अस्पताल समेत सभी पीएचसी में दवा की उपलब्ध होने का दावा किया जा रहा है. सिविल सर्जन रिजवान अहमद ने ईटीवी को इस संबंध में पूरी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सेंट्रल स्टोर में पर्याप्त दवा उपलब्ध है. हड़ताल से होने वाले परेशानियों से निपटने के लिए विभाग पूरी तरह से प्रयासरत रहेगा.
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सदर अस्पताल में दवा की उपलब्धता
हड़ताल के कारण सरकारी अस्पतालों पर दबाव बढ़ने की आशंका है. सदर अस्पताल में आउटडोर के लिए निर्धारित 71 दवाओं में से 68 प्रकार की दवा उपलब्ध है. वहीं, इंडोर में निर्धारित 97 दवाओं में से 64 तरह की दवाएं ही मौजूद हैं. जबकि सेंट्रल स्टोर में 127 तरह की दवा उपलब्ध है.