पटना: पुरानी पेंशन नीति को फिर से बहाल करने की मांग को लेकर रेलवे के कर्मचारी देशव्यापी हड़ताल करने वाले हैं. इसको लेकर 15 दिसंबर को ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन की दिल्ली में बड़ी बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में देशभर में रेल चक्का जाम करने की रणनीति बनाई जाएगी और फिर हड़ताल का ऐलान किया जाएगा.
सरकार को आंदोलन की चेतावनी: बता दें कि इस स्कीम को लागू कराने के लिए कर्मचारी लगातार उग्र प्रदर्शन के माध्यम से केंद्र सरकार को चेतवानी दे रहे हैं. इसके बावजूद अभी तक सरकार गंभीर नहीं हुई है. ऐसे में नाराज रेल कर्मियों ने बीते दिनों पटना में हुई बैठक में बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी है.
यूनियन ने पटना में की थी बैठक: बता दें कि ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन की त्रैवार्षिक अधिवेशन बैठक रविवार को पटना में हुई थी. इस बैठक में पूर्व मध्य रेल के पांचो मंडलों के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे. बैठक के माध्यम से केंद्र सरकार को आगाह किया गया कि पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करें. साथ ही निर्णय लिया गया कि 15 दिसंबर को दिल्ली में एक बैठक आयोजित कर रेल का चक्का कब रोका जाएगा, इसकी तारीख तय की जाएगी.
दिल्ली की बैठक में रेल चक्का जाम की रणनीति: ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने साफ तौर पर कहा कि सरकार से मतभेद करके पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करवाने की हम लोगों की इच्छा नहीं है. 2004 के बाद से जितनी भी बहाली हुई है, वह सभी लोग पुरानी पेंशन स्कीम लागू करवाने को लेकर साथ हैं. कहा की सरकार अगर इस बीच मांग पूरा करने के लिए तैयार होती है तो इससे रेल कर्मचारियों में खुशी होगी और रेल का पहिया नहीं रुकेगा.
"पुरानी पेंशन बहाली को लेकर देशव्यापी हड़ताल होने वाली है. हड़ताल के लिए वोटिंग कराई गई है. जिसमें 96.7 प्रतिशत कर्मचारियों ने हड़ताल के पक्ष में वोट किया है. दिल्ली में 15 दिसंबर को बैठक होने वाली है, जिसमें राज्य सरकार के कर्मचारी, शिक्षक, केंद्र सरकार के दूसरे कर्मचारी समेत 36 संगठन शामिल होंगे और बैठक के बाद हड़ताल का ऐलान किया जाएगा."- शिव गोपाल मिश्रा, महामंत्री, ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन
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