पटनाः इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) और बाबा रामदेव (Baba Ramdev) के बीच चल रहे विवाद के कारण शुक्रवार को मरीजों को पिसना पड़ा. शुक्रवार को आईएमए(IMA) के आह्वान पर प्रदेश के सभी सरकारी और गैर सरकारी चिकित्सा संस्थानों (Govt & Pvt Medical Institution) में सुबह 8:30 से दिन के 12:30 तक ओपीडी सेवाएं(OPD Services) बंद रहीं. जिसके कारण ओपीडी मे चेकअप के लिए पहुंचे मरीजों को या तो लंबा इंतजार करना पड़ा या अस्पताल पहुंचकर वापस लौटना पड़ा.
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पीएमसीएच के ओपीडी पर लगी रही भीड़
राजधानी पटना के पीएमसीएच (PMCH) की बात करें तो आईएमए के कॉल पर आज दिन में 4 घंटे ओपीडी सेवा यहां बाधित रही. जिसके कारण अस्पताल के ओपीडी काउंटर(PMCH OPD counter) पर सुबह से ही बड़ी संख्या में पर्ची कटाने पहुंचे लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ा. आज 12:20 के बाद ही यहां के ओपीडी काउंटर पर पर्ची कटना शुरू हुआ. आमतौर पर पीएमसीएच में सुबह 8:30 से 1:00 तक ओपीडी की पर्ची कटती है और डॉक्टर ओपीडी में सुबह 9:00 बजे से दिन के 1:30 बजे तक मरीजों को देखते हैं.
बढ़ा कोरोना का खतरा
ओपीडी काउंटर 4 घंटे से अधिक समय की विलंब से शुरू होने की वजह से काउंटर पर काफी संख्या में मरीजों की भीड़ लगी रही. काउंटर पर सैकड़ों मरीज एक दूसरे के ऊपर लाइन में लदे हुए दिखें. इनमें से ज्यादात्तर मरीज मरीज सर्दी, खांसी और जुकाम के थे. लाइन में कोई सोशल डिस्टोंसिंग(Social Distancing) नहीं थी और कितनों के चेहरों से तो मास्क तक नदारद थी. आज पीएमसीएच के ओपीडी काउंडर का नजारा देखकर लगा कि यहां फिर से कोरोना संक्रमण(Corona Infection) का विस्फोट हो सकता है.
क्या कहते हैं मरीज?
पीएमसीएच में चेकअप कराने पहुंची आरती देवी बताती हैं कि वे सुबह 10:00 बजे अस्पताल पहुंची हैं और उनकी ओपीडी की पर्ची 12:30 कटी है. वे कहती हैं कि ओपीडी काउंटर सुबह से बंद था. ऐसे में काफी संख्या में मरीज बिना डॉक्टर को दिखाएं यहां से लौट गए हैं. आरती ने बताया कि ओपीडी काउंटर पर उन्हें पर्ची कटाने के लिए घंटों भीड़ में खड़ा रहना पड़ा. वे कहती हैं कि इस दौरान यहां कोरोना के सभी नियम टूट गए हैं.
वहीं ओपीडी में अपने जख्मी पैर का चेकअप कराने पहुंचे धर्मेंद्र यादव बताते हैं कि वे सुबह 8:00 बजे अस्पताल पहुंच गए थे. मगर डॉक्टरों ने अभी तक उन्हें देखा तक नहीं है. दिन के 1:00 बजे हैं और थोड़ी देर पहले डॉक्टर ने पूर्जा लेना शुरू किया है. उन्होंने बताया कि वह काफी दूर से पीएमसीएच में चेकअप के लिए पहुंचे हैं.
पीएमसीएच में अपने बच्चे को दिखाने पहुंचे धनंजय कुमार पाठक कहते हैं कि उनके बेटे की एक उंगली कट गई है. सर्जरी के लिए ओपीडी में दिखाने पहुंचे हैं. यहां सुबह से डॉक्टर अपने चेंबर में मौजूद है, मगर मरीज नहीं देख रहे. डॉक्टर का कहना है कि 12:30 बजे के बाद ही वे किसी मरीज को देखेंगे .
रामदेव और डॉक्टरों के बीच पीस रहे हैं मरीज
सिर्फ पीएमसीएच में ही नहीं पटना के अन्य अस्पतालों का भी आज यहीं हाल रहा. विरोध के नाम पर डॉक्टरों ने कुछ समय के लिए प्रदर्शन किया और उसके बाद अपने चैंबर में तबतक बैठे रहे जबतक कि 12:30 नहीं बज गया. इस दौरान ओपीडी पर पहुंचे मरीज इंतजार करते रहे. कई मरीज जब इंतजार करते-करते थक गए तो अस्पताल से बिना चेकअप कराए इस आस में लौट गए कि अब अगले दिन ही आकर डॉक्टर से चेकअप कराएंगें.
क्यों बंद रहे ओपीडी?
डॉक्टरों और एलोपैथ पर बाबा रामदेव के विवादित बयानों और डॉक्टरों पर हो रहे हमलों के खिलाफ कानून बनाने की मांग को लेकर आईएमए ने आज प्रदेश भर के सभी सरकारी व निजी अस्पतालों में सुबह 8.30 बजे से 12.30 बजे तक ओपीडी सेवा बंद रखने को कहा था. आईएमए के इसी अह्वान पर देश सहित बिहारभर के अस्पतालों में आज 4 घंटे के लिए ओपीडी सेवा बंद रही. हालांकि इस दौरान इमरजेंसी सेवा और कोरोना के मरीजों का इलाज यथावत जारी रहा.