पटना: बीजेपी विधायक अनिल सिंह का कोटा से अपनी बेटी को वापस लाने के मामला तूल पकड़ता जा रहा है. पहले तो नवादा एसडीओ को सस्पेंड कर दिया गया. उसके बाद बिहार विधानसभा सचिवालय ने उस ड्राइवर को सस्पेंड कर दिया जो उन्हें कोटा लेकर गया और वापस बेटी समेत पटना लेकर आया. इस पूरे मामले में राजनीतिक दलों के बाद अफसर भी मैदान में उतर आए हैं.
बिहार प्रशासनिक सेवा संघ (बासा) ने नवादा डीएम पर कार्रवाई करने की मांग की है. इस संबंध में संघ ने बिहार के मुख्य सचिव को एक पत्र लिखा और उसने कहा है कि नवादा के एसडीओ का निलंबन वापस लेना चाहिए. संघ का कहना है कि किसी भी एसडीओ को अंतर राज्य परमिट देने का पावर नहीं है. लेकिन नवादा डीएम द्वारा एसडीओ को अधिकृत करना सरासर गलत था. बावजूद इसके, एसडीओ पर की गई कार्रवाई पूरी तरह से गलत है.
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बिहार में 5 और कोरोना पॉजिटिव केस आए सामने
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मरीजों की संख्या हुई 141
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सरकार का फैसला गलत- बिहार प्रशासनिक संघ
बिहार प्रशासनिक सेवा संघ ने चिट्ठी में यह भी लिखा है कि पूर्णिया और मुजफ्फरपुर के डीएम के द्वारा भी इस तरह का पास निर्गत किया गया है. इस कारण इन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए. संघ का मानना है कि हजारों बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी इस महामारी से निपटने के लिए रात-दिन काम कर रहे हैं. इस बीच सरकार का रवैया सरासर गलत है.
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