पटना: हिन्दू-मुस्लिम एकता मंच की तरफ से मकर संक्रांति के मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने चूड़ा और गुड़ का वितरण किया. साथ ही समाज में आपसी भाईचारा और सद्भाव को बढ़ावा देने की अपील की. वहीं, सीएए और एनआरसी को लेकर केंद्र सरकार की जमकर आलोचना की.
'मुसलमान से पहले हम हिंदुस्तानी हैं'
डॉ. एएस आजमी ने बताया कि सीएए हो या एनआरसी हम नहीं बटेंगे. सुप्रीम कोर्ट का मामला या फैसला जो भी हो, लेकिन मुसलमान से पहले हम हिंदुस्तानी हैं. हम सब भारत माता के सच्चे सिपाही हैं. मामला चाहे जो भी हो हम भारत देश के नागरिक हैं. क्योंकि भारत धर्म निरपेक्ष देश है? यहां सभी धर्मों का एक समान अधिकार है. इसलिए हम सब भाई हैं.
'देश की अखंडता को तोड़ने की साजिश'
वहीं, उन्होंने कहा कि आजादी में हम सभी के पूर्वजों ने कुर्बानी दी है. हम सब एक दूसरे के पर्व और सुख-दुख में शामिल होते हैं. फिर ये सीएए और एनआरसी के चक्कर में क्यों पड़े. ये देश की अखंडता को तोड़ने की साजिश है. ये केंद्र सरकार तुगलक फरमान जारी कर एक दूसरे से लड़वाकर अशांति फैलाना चाहती है. लेकिन हम लोग लड़ने वाले नहीं है. हम एक हैं और एक रहेंगे.