पटना: प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान पर खतरा मंडरा रहा है. स्वच्छ भारत का सपना देखने वाला भारत गंदगी की गर्त में डूब रहा है. ऐसा कहना इसलिए संभव है क्योंकि जिले के कुछ इलाकों में डंपिंग यार्ड बना दिया गया है. यह डंपिंग यार्ड अस्पताल और चालू सड़क के पास है. जिससे खासकर मरीजों पर असर पड़ रहा है. इसको लेकर कई डॉक्टर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं.
डंपिंग यार्ड को शिफ्ट करने की मांग
दरअसल, पटना सिटी के कई नामचीन इमारत कूड़े के ढ़ेर से घिर चुका है. यहां के एनएमसीएच हॉस्पिटल,आरएमआरआई शोध केंद्र , सम्राट अशोक डिजीज ट्रामा अस्पताल सहित मां शितला माता मंदिर के पास एक डंपिंग यार्ड बना हुआ है. जिससे लोगों को काफी ज्यादा परेशानी हो रही है. डंपिंग यार्ड को दूसरी जगह शिफ्ट करने के लिए कई नामचीन लोगों ने कोशिश भी की. लेकिन, स्थिति जस के तस बनी हुई है.
इस संघर्ष मोर्चा ने किया प्रदर्शन
इस डंपिंग यार्ड से तकरीबन पचास हजार लोग प्रभावित हो रहे हैं. इसे दूसरी जगह शिफ्ट करने की मांग को लेकर जन संघर्ष मोर्चा निकाल कर कई लोग सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. उनका कहना है कि इस डंपिंग यार्ड की वजह से गुजरना मुश्किल हो जाता है. सरकार को कोई ठोस कदम उठाकर इस समस्या से लोगों को निजात दिलाना चाहिए.
आंदोलन उग्र करने की दी धमकी
धरना दे रहे डॉक्टर प्रवीन ने बताया कि सरकार 50 हजार जिंदगियों के साथ खेलवाड़ कर रही है. इस गंदगी से लोगों की परेशानी काफी बढ़ गई है. अस्पताल में आने वाले मरीजों को इससे सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि इस डंपिंग यार्ड को कहीं और शिफ्ट किया जाए. ताकि लोगों की सांस लेने में हो रही समस्या दूर हो सके. डॉ. प्रवीन कुमार ने कहा कि अगर जल्द ही इस डंपिंग यार्ड को कहीं और शिफ्ट नहीं किया गया तो आंदोलन और भी उग्र होगा.