पटनाः बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. इससे बचाव के लिए सरकार कई जरूरी कदम उठा रही है. इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग ने राजधानी के नालन्दा मेडिकल कॉलेज को कोरोना अस्पताल घोषित कर दिया है. वहीं अब स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल को सभी जिलों के कोरोना पॉजिटिव मरीजों के इलाज की बड़ी जिम्मेदारी दी है.
80 प्रतिशत मरीज हुए ठीक
गौरतलब है कि एनएमसीएच में अभी तक 80 प्रतिशत कोरोना के मरीज स्वस्थ्य हुए हैं. जिन लोगों की यहां कोरोना से मौत हुई है, वे कैंसर-डायबिटीज और ह्रदय रोग जैसे भयंकर रोग से ग्रसित थे. कोरोना मरीजों के ठीक होने से सरकार को उम्मीद जगी है. जिससे सरकार ने भयंकर रोग के साथ कोरोना के मरीज के इलाज के निर्देश दिए हैं.
इलाज में जुटे डॉक्टर
कोरोना नोडल पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार सिन्हा ने कहा कि सरकार ने हमारी काबिलियत देखकर संस्थान को फिर से नई जिम्मेदारी दी है. जिसे हम चुनौती के रूप में स्वीकार करके मरीजों के इलाज करने में जुट गए हैं. बता दें कि शनिवार को एनएमसीएच से 14 मरीज ठीक होकर घर पहुंचे.