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सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो के दो पुलिसकर्मी गिरफ्तार, ड्रग्स मामले में चौंकाने वाले खुलासे से मचा हड़कंप!

चेन्नई में मादक पदार्थ बरामदगी मामले में केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के दो पुलिसकर्मी गिरफ्तार किए गए हैं.

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ड्रग्स मामले में सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो के दो पुलिसकर्मी गिरफ्तार (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 9 hours ago

चेन्नई: सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो (सीएनबी) के दो पुलिसकर्मियों को मेथमफेटामाइन तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया गया है. इस खबर से शहर के कानून प्रवर्तन हलकों में हड़कंप मच गया है. शहर में नशीली दवाओं के खतरे को रोकने के लिए चेन्नई पुलिस आयुक्त द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बीच ये गिरफ्तारियां हुई हैं.

नशीली दवाओं से संबंधित गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए एक विशेष इकाई का गठन किया गया है, और टीमों को शहर के विभिन्न हिस्सों में तैनात किया गया है. पिछले हफ्ते, अशोक नगर में नशीली दवाओं की तस्करी के बारे में एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए, वडापलानी स्पेशल टास्क फोर्स ने दो लोगों, रवींद्रनाथ और जेम्स को गिरफ्तार किया. इनके पास लगभग 10 ग्राम मेथमफेटामाइन पाया गया, जिसकी कीमत लगभग 50 हजार रुपए थी.

बाद की पूछताछ के दौरान, यह पता चला कि गिरफ्तार किए गए दोनों लोगों के सीएनबी अधिकारी आनंद और साबिर से संबंध थे. जिसके बाद आनंद और साबिर दोनों को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया और उनसे पूछताछ की गई.

जांच से पता चला कि, आनंद बेंगलुरु में रहने वाले नाइजीरियाई नागरिकों के संपर्क में था और उनसे मेथमफेटामाइन खरीद रहा था. वह साबिर के साथ मिलकर ऑनलाइन ड्रग्स को ऊंचे दामों पर बेच रहा था.

खबरों के मुताबिक, दोनों ने ड्रग तस्करों से पैसे ऐंठने के लिए कानून प्रवर्तन अधिकारी बनकर जबरन वसूली का भी सहारा लिया था. वे पिछले तीन सालों से इस रैकेट को चला रहे थे और उन्होंने करीब 50 लाख रुपए जमा कर लिए थे. पुलिस सूत्रों से पता चला है कि, इस रैकेट में दो और अधिकारी शामिल हो सकते हैं और फिलहाल उनकी तलाश की जा रही है.

ये भी पढ़ें: केंद्र ने पिछले पांच सालों में 60 जिलों को नक्सलवाद से मुक्त कराया: गृह मंत्रालय

चेन्नई: सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो (सीएनबी) के दो पुलिसकर्मियों को मेथमफेटामाइन तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया गया है. इस खबर से शहर के कानून प्रवर्तन हलकों में हड़कंप मच गया है. शहर में नशीली दवाओं के खतरे को रोकने के लिए चेन्नई पुलिस आयुक्त द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बीच ये गिरफ्तारियां हुई हैं.

नशीली दवाओं से संबंधित गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए एक विशेष इकाई का गठन किया गया है, और टीमों को शहर के विभिन्न हिस्सों में तैनात किया गया है. पिछले हफ्ते, अशोक नगर में नशीली दवाओं की तस्करी के बारे में एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए, वडापलानी स्पेशल टास्क फोर्स ने दो लोगों, रवींद्रनाथ और जेम्स को गिरफ्तार किया. इनके पास लगभग 10 ग्राम मेथमफेटामाइन पाया गया, जिसकी कीमत लगभग 50 हजार रुपए थी.

बाद की पूछताछ के दौरान, यह पता चला कि गिरफ्तार किए गए दोनों लोगों के सीएनबी अधिकारी आनंद और साबिर से संबंध थे. जिसके बाद आनंद और साबिर दोनों को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया और उनसे पूछताछ की गई.

जांच से पता चला कि, आनंद बेंगलुरु में रहने वाले नाइजीरियाई नागरिकों के संपर्क में था और उनसे मेथमफेटामाइन खरीद रहा था. वह साबिर के साथ मिलकर ऑनलाइन ड्रग्स को ऊंचे दामों पर बेच रहा था.

खबरों के मुताबिक, दोनों ने ड्रग तस्करों से पैसे ऐंठने के लिए कानून प्रवर्तन अधिकारी बनकर जबरन वसूली का भी सहारा लिया था. वे पिछले तीन सालों से इस रैकेट को चला रहे थे और उन्होंने करीब 50 लाख रुपए जमा कर लिए थे. पुलिस सूत्रों से पता चला है कि, इस रैकेट में दो और अधिकारी शामिल हो सकते हैं और फिलहाल उनकी तलाश की जा रही है.

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