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patna Child trafficking Case: 'डॉक्टर और दलाल ने मिलकर मेरे बच्चे को बेचा', नवजात के परिजन का आरोप

पटना में डॉक्टर और नर्स द्वारा एक नवजात शिशु को ढाई लाख रुपये में बेचने का मामला सामने आया है. इस मामले में एक महिला और पुरुष को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है, फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है.

पटना में नवजात शिशु को बेचने का मामला
पटना में नवजात शिशु को बेचने का मामला
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Published : Jun 9, 2023, 9:35 AM IST

पटनाः बिहार के दानापुर में शाहपुर थाना के शांति क्लिनिक में नवजात शिशु को मृत बताकर महिला दलाल और डॉक्टर ने ढाई लाख रुपये में बेच दिया. इस संबंध में मनेर के जीवराखन टोला दरवेशपुर निवासी पीड़िता लक्ष्मी देवी के पति पप्पु कुमार ने शाहपुर थाना में शांति क्लिनिक कर्मी अनमोल राय, महिला दलाल मीना देवी और डा. अशोक कुमार के विरूद्ध मामला दर्ज कराया गया है. पुलिस ने महिला दलाल मीना देवी और क्निनिक कर्मी अनमोल राय को गिरफ्तार कर पूछताछ के बाद जेल भेज दिया, जबकि डॉक्टर अशोक कुमार फरार हैं.

ये भी पढ़ेंः Bettiah Child trafficking Case: नवजात शिशु की खरीद-फरोख्त मामले में क्लीनिक सील, डॉक्टर हुआ फरार

नि:शुल्क डिलीवरी के नाम दिया गया झांसाः पर दर्ज प्राथमिकी में पप्पु कुमार ने बताया कि उनकी पत्नी लक्षमी देवी गर्भवती थी और पेट में दर्द होने पर अनुमंडलीय अस्पताल में प्रसव के लिए गई थी. इसी दौरान अस्पताल परिसर में एक तथाकथित आशा कार्यकर्ता मीना देवी ने अकेली देखकर उसे झांसा देकर नि:शुल्क डिलीवरी कराने के लिए एक दिन बाद दाउदपुर स्थित शांति क्लिनिक लेकर गई और वहां डा. अनमोल राय की देखरेख में डिलीवरी हुई और एक बच्चे का जन्म हुआ. मां ने शिशु को दुध भी पिलाया और फिर उससे बच्चा ले लिया गया. मेरी पत्नी लक्ष्मी ने होश में आने के बाद अपने पुत्र को मांगा तो डॉक्टर अनमोल और मीना देवी ने कहा कि शिशु की हालत ठीक नहीं है उसका इलाज कराने पड़ेगा.

इलाज कराने के बहाने बच्चे को किया गायबः उसके बाद दोनों ने किसी से बात किया और फिर शिशु को इलाज कराने के बहाने लेकर चले गए. पत्नी से कहा कि जब बच्चा ठीक हो जाएगा तो सूचना देंगे. फिर मेरी पत्नी लक्ष्मी को घर भेज दिया. जब पत्नी घर पहुंची तो सारी बात बताई तो पत्नी के साथ दाउदपुर क्लिनिक पहुंचे और डा. अनमोल से अपना शिशु मांगा तो कहा कि तुम्हारे शिशु की मौत हो गयी है. जब शोर मचाया तो कहा कि आपके शिशु को आई केयर अस्पताल दानापुर में डा. अशोक कुमार को दिये थे. वहां जब गये तो शिशु नहीं मिला और कहा गया कि शिशु की मौत हो गई है.

"मेरी पत्नी ने एक पुत्र को जन्म दिया था. बीमारी का बहाना लगा कर इलाज के लिए बच्चे को रखा लिया गया और कहा कि बाद में आकर ले जाना. जब हम अपनी पत्नी के साथ दोबारा बच्चे को मांगने गए तो कहा गया कि बच्चे की मौत हो गई है. तब हमलोग को पूरा शक हो गया कि शिशु को बेच दिया गया है"- पप्पु कुमार, बच्चे का पिता

क्लिनिक कर्मी और महिला दलाल गिरफ्तारः वहीं, शाहपुर थानाध्यक्ष सम्राट दीपक ने बताया कि पीड़िता के पति पप्पु के बयान पर क्लिनिक कर्मी डा. अनमोल राय, महिला दलाल मीना देवी और डा. अशोक कुमार के विरूद्ध नवजात शिशु बेचने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया गया है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए क्लिनिक कर्मी और महिला दलाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिय गया है. फरार डा. अशोक कुमार की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.

"डॉक्टर और महिला दलाद और कर्मी पर नवजात शिशु को बेचने का आरोप है. एक क्लिनिक कर्मी और महिला दलाल को पकड़ा गया है. आरोपी डा. अशोक कुमार फरार हैं, उनकी तालाश जारी है. जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी"- सम्राट दीपक, थानाध्यक्ष, शाहपुर

पटनाः बिहार के दानापुर में शाहपुर थाना के शांति क्लिनिक में नवजात शिशु को मृत बताकर महिला दलाल और डॉक्टर ने ढाई लाख रुपये में बेच दिया. इस संबंध में मनेर के जीवराखन टोला दरवेशपुर निवासी पीड़िता लक्ष्मी देवी के पति पप्पु कुमार ने शाहपुर थाना में शांति क्लिनिक कर्मी अनमोल राय, महिला दलाल मीना देवी और डा. अशोक कुमार के विरूद्ध मामला दर्ज कराया गया है. पुलिस ने महिला दलाल मीना देवी और क्निनिक कर्मी अनमोल राय को गिरफ्तार कर पूछताछ के बाद जेल भेज दिया, जबकि डॉक्टर अशोक कुमार फरार हैं.

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नि:शुल्क डिलीवरी के नाम दिया गया झांसाः पर दर्ज प्राथमिकी में पप्पु कुमार ने बताया कि उनकी पत्नी लक्षमी देवी गर्भवती थी और पेट में दर्द होने पर अनुमंडलीय अस्पताल में प्रसव के लिए गई थी. इसी दौरान अस्पताल परिसर में एक तथाकथित आशा कार्यकर्ता मीना देवी ने अकेली देखकर उसे झांसा देकर नि:शुल्क डिलीवरी कराने के लिए एक दिन बाद दाउदपुर स्थित शांति क्लिनिक लेकर गई और वहां डा. अनमोल राय की देखरेख में डिलीवरी हुई और एक बच्चे का जन्म हुआ. मां ने शिशु को दुध भी पिलाया और फिर उससे बच्चा ले लिया गया. मेरी पत्नी लक्ष्मी ने होश में आने के बाद अपने पुत्र को मांगा तो डॉक्टर अनमोल और मीना देवी ने कहा कि शिशु की हालत ठीक नहीं है उसका इलाज कराने पड़ेगा.

इलाज कराने के बहाने बच्चे को किया गायबः उसके बाद दोनों ने किसी से बात किया और फिर शिशु को इलाज कराने के बहाने लेकर चले गए. पत्नी से कहा कि जब बच्चा ठीक हो जाएगा तो सूचना देंगे. फिर मेरी पत्नी लक्ष्मी को घर भेज दिया. जब पत्नी घर पहुंची तो सारी बात बताई तो पत्नी के साथ दाउदपुर क्लिनिक पहुंचे और डा. अनमोल से अपना शिशु मांगा तो कहा कि तुम्हारे शिशु की मौत हो गयी है. जब शोर मचाया तो कहा कि आपके शिशु को आई केयर अस्पताल दानापुर में डा. अशोक कुमार को दिये थे. वहां जब गये तो शिशु नहीं मिला और कहा गया कि शिशु की मौत हो गई है.

"मेरी पत्नी ने एक पुत्र को जन्म दिया था. बीमारी का बहाना लगा कर इलाज के लिए बच्चे को रखा लिया गया और कहा कि बाद में आकर ले जाना. जब हम अपनी पत्नी के साथ दोबारा बच्चे को मांगने गए तो कहा गया कि बच्चे की मौत हो गई है. तब हमलोग को पूरा शक हो गया कि शिशु को बेच दिया गया है"- पप्पु कुमार, बच्चे का पिता

क्लिनिक कर्मी और महिला दलाल गिरफ्तारः वहीं, शाहपुर थानाध्यक्ष सम्राट दीपक ने बताया कि पीड़िता के पति पप्पु के बयान पर क्लिनिक कर्मी डा. अनमोल राय, महिला दलाल मीना देवी और डा. अशोक कुमार के विरूद्ध नवजात शिशु बेचने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया गया है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए क्लिनिक कर्मी और महिला दलाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिय गया है. फरार डा. अशोक कुमार की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.

"डॉक्टर और महिला दलाद और कर्मी पर नवजात शिशु को बेचने का आरोप है. एक क्लिनिक कर्मी और महिला दलाल को पकड़ा गया है. आरोपी डा. अशोक कुमार फरार हैं, उनकी तालाश जारी है. जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी"- सम्राट दीपक, थानाध्यक्ष, शाहपुर

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