पटना: पूरे राज्य में कोरोना महामारी ने तबाही मचा रखी है. खासकर राजधानी में इस महामारी का संक्रमण तेजी के साथ अपने पांव पसार रहा है. ऐसे में पटना जिला प्रशासन ने कई प्राइवेट अस्पताल को इस मुसीबत की घड़ी में संक्रमित मरीजों के इलाज करने के आदेश भी जारी किए.
साथ ही प्राइवेट अस्पतालों में संक्रमित मरीजों के इलाज की कोई तैयारी नहीं किए जाने का मामला सामने आने पर जिला प्रशासन ने उसे बंद करने के भी आदेश जारी किए हैं. ऐसे अस्पतालों से जिला प्रशासन ने 24 घंटे के अंदर इस मामले में स्पष्टीकरण भी मांगा है
DM ने मांगा स्पष्टीकरण
इस मामले को लेकर पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि ने प्राइवेट हॉस्पिटल के प्रबंधकों के साथ बैठक भी की थी, लेकिन पटना के पांच प्राइवेट हॉस्पिटल ने इससे हाथ खिंचना शुरू कर दिया है. कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए पटना शहर के पांच अस्पतालों ने रूचि नहीं ली. अब तक इन प्राइवेट अस्पतालों ने संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए किसी प्रकार की तैयारी भी नहीं कर रखी है. जिला प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए संक्रमित मरीजों के इलाज में सहयोग नहीं करने वाले उन पांचों अस्पतालों के प्रबंधकों से 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है.
उन पांचों हॉस्पिटल के नाम:
- हाइटेक इंरजेंसी
- राजेश्वर हॉस्पिटल
- जगदीश मेमोरियार हॉस्पिटल
- सहयोग हॉस्पिटल
- मिडभर्सल हॉस्पिटल
डीएम ने दिया था आदेश
गौरतलब है कि जिलाधिकारी ने 17 जुलाई को निजी अस्पतालों के प्रबंधकों के साथ बैठक आयोजित कर उन्हें अपने अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाने और बेड आरक्षित करने का निर्देश जारी किया था. बावजूद इसके पटना के कुछ अस्पताल जिला प्रशासन के इस आदेश की अवहेलना कर रहे थे. इसी को देखते हुए जिला प्रशासन ने आदेश की अवहेलना कर रहे इन चारों अस्पतालों को 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण देने के आदेश जारी किए है.