पटना: प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने कोविड-19 की रोकथाम के लिए प्रमंडल के सभी जिला अधिकारी के साथ वीसी के माध्यम से समीक्षात्मक बैठक की. साथ ही कई आवश्यक निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि सैंपलिंग की अधिकतम स्थिति में तेजी लाई जाए.
संजय अग्रवाल ने डिस्चार्ज की प्रभावी मॉनिटरिंग/ रिपोर्टिंग करने निर्देश दिया. डिस्चार्ज के मामले में 399 लोग ठीक हुए हैं. आयुक्त ने इस दिशा में किए गए कार्य के प्रति संतोष प्रकट किया और लगातार निगरानी का आदेश दिया.
'होम आइसोलेशन के मानक का हो अनुपालन'
इसके अलावा प्रमंडलीय आयुक्त ने होम आइसोलेशन के मानक का अनुपालन कराने का निर्देश दिया. उन्होंने जिला स्तर से दूरभाष के माध्यम से होम आइसोलेशन में रह रहे व्यक्तियों से समन्वय स्थापित करने और हालचाल पूछने का निर्देश दिया. ताकि होम आइसोलेशन की अद्यतन स्थिति और उसमें रह रहे व्यक्तियों की गतिविधि के बारे में आवश्यक जानकारी प्राप्त हो सके.
'हाउस टू हाउस करे सर्वे'
प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने कंटेनमेंट जोन में मानक संचालन प्रक्रिया का शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराने, हाउस टू हाउस सर्वे, सैनिटाइजेशन का कार्य और बैरिकेडिंग करने का सख्त निर्देश दिया. इसके लिए अनुमंडल पदाधिकारी को सक्रिय और तत्पर होकर कंटेनमेंट जोन और बफर जोन का प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया. ताकि संक्रमण के चेन को तोड़ा जा सके. इसके अलावा प्रखंड विकास पदाधिकारी /थानाध्यक्ष को सक्रिय और तत्पर कर प्रखंडवार प्रभावी कार्यान्वयन का दिया निर्देश दिया.
सामाजिक दूरी नियम का करे पालन
संजय अग्रवाल ने कंटेनमेंट जोन के क्षेत्र में माइकिंग कराने और लोगों को घरों में सुरक्षित रहने, मास्क का प्रयोग करने, दो गज की सामाजिक दूरी कायम रखने संबंधित तथ्यों से लोगों को जागरुक और प्रेरित करने का निर्देश दिया. इसके अलावा कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्थानीय स्तर पर अनुमंडलीय अस्पताल को कोविड केयर सेंटर के रूप में विकसित करने को कहा. इससे कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों को स्थानीय स्तर पर ही इलाज की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी. उन्हें जिला स्तरीय अस्पताल / मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में जाना नहीं पड़ेगा. बता दें कि प्रमंडलीय आयुक्त ने इन अस्पताल में जहां, ऑक्सीजन और अन्य मौलिक सुविधाएं उपलब्ध हो, वैसे अस्पताल की पहचान कर जिला स्तर पर डेडीकेटेड कोविड केयर सेंटर विकसित करने का निर्देश दिया है.
नियत्रण कक्ष स्थापित करने का आदेश
बिहार के प्रमंडलीय आयुक्त ने सभी जिलों में नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का निर्देश दिया है. जिसमें लगातार पदाधिकारी उपस्थित रहे और लोगों की समस्या का समाधान करें. इस दौरान जो व्यक्ति टेस्ट कराना चाहते हैं और सिंप्टोमेटिक हो, उनकी टेस्ट कराने की व्यवस्था की जाए. मालूम हो कि प्रमंडल के सभी अनुमंडलीय अस्पतालों में कोविड-19 टेस्ट शुरू हो चुका है. इसके लिए अब व्यक्ति को दूर जाने की जरूरत नहीं है. इस कार्य की सतर्क और प्रभावी मॉनिटरिंग करने का निर्देश संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी को दिया गया है. वहीं, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर शुक्रवार तक कोरोना टेस्ट की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सभी जिलों को आवश्यक तैयारी करने का निर्देश दिया गया है.