पटना: पटना प्रेस क्लब आखिरकार जिला प्रशासन को हस्तांतरित हो गया है. अब प्रेस क्लब के संचालन का जिम्मा जिला प्रशासन उठाएगा. पिछले कई महीनों से प्रेस क्लब को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा था. जांच उपरांत विभाग ने प्रेस क्लब का संचालन जिला प्रशासन को सौंपने का निर्णय लिया है.
प्रेस क्लब का चुनाव 3 साल में नहीं हो पाए हैं. पिछले विधानसभा चुनाव से पहले पटना में प्रेस क्लब की स्थापना हुई थी. इस क्लब का उद्घाटन सीएम नीतीश कुमार ने किया था और चुनाव कराने का जिम्मा कुछ पत्रकारों को सौंपा गया था. जिम्मेदार पत्रकारों को 6 महीने के अंदर चुनाव कराने थे, लेकिन साढ़े 3 साल से अधिक का वक्त बीत गया और चुनाव नहीं हुए, वजह संचालन समिति का नहीं बनना भी रहा. इस बीच प्रेस क्लब का व्यवसायिक और व्यक्तिगत इस्तेमाल होता रहा.
सही पाए गए सभी आरोप
प्रेस क्लब में भ्रष्टाचार के लगे आरोप के बाद वरिष्ठ पत्रकार एसएन श्याम ने विभाग को लिखित आवेदन देकर शिकायत की थी कि प्रेस क्लब का इस्तेमाल पत्रकारों के हितों के लिए नहीं किया जा रहा है. प्रेस क्लब में पैसे लेकर शादी विवाह के आयोजन कराए जा रहे हैं. शिकायत के बाद उपनिदेशक को जांच का जिम्मा सौंपा गया. इस जांच में आरोप सही पाए गए. लिहाजा, सरकार ने फैसला लिया कि प्रेस क्लब जिलाधिकारी की देखरेख में संचालित होगा.