पटना: दानापुर सैन्य क्षेत्र से गुजरने वाले रास्ते पर आम लोगों का आवागमन रोके जाने का मसला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. सेना और ग्रामीण के इस विवाद से स्थानीय सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव इन दिनों परेशान हैं. उनकी परेशानी की वजह दानापुर कैंट के सैन्य अधिकारी हैं, जो आम रास्ते को लेकर आए दिन बखेड़ा खड़ा करते रहते हैं. इस बात से परेशान होकर उन्होंने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा है और पूरे मामले में हस्तक्षेप कर उसे सुलझाने की अपील की है.
राजनाथ सिंह को लिखा पत्र
बताया जाता है कि अब दानापुर अनुमंडल कार्यालय मार्ग पर सेना की ओर से चेक पोस्ट बना कर अनुमंडल कार्यालय के कर्मियों सहित आम लोगों को परेशान किया जा रहा है. इस मामले में पाटलिपुत्र सांसद ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर न्याय दिलाने की मांग की है.
बीते दिनों में चांदमारी-लोदीपुर मार्ग पर सेना की ओर से गेट लगाए जाने से आक्रोशित ग्रामीणों ने विरोध करते हुए कटैयापुल के निकट रास्ता को रोकते हुए सड़क पर दीवार बनानी शुरू कर दी थी. इसको लेकर सेना और ग्रामीणों में घंटों विवाद चला था. वहीं, स्थानीय सांसद भी इस मामले को लेकर कई बार पहल कर चुके हैं. उन्होंने कई बार रक्षा मंत्रालय को पत्र लिख चुके हैं.
राजनाथ सिंह से न्याय दिलाने की मांग
बताया जाता है कि अब दानापुर अनुमंडल कार्यालय मार्ग पर सेना की ओर से चेक पोस्ट बनाकर अनुमंडल कार्यालय के कर्मियों सहित आम लोगों को परेशान किया जा रहा है. इस मामले में पाटलिपुत्र सांसद ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर न्याय दिलाने की मांग किया है.
राजनाथ सिंह को रामकृपाल यादव का पत्र
पाटलिपुत्र सांसद रामकृपाल यादव ने पत्र के माध्यम से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को लिखा कि 'मेरे सांसदीय क्षेत्र में दानापुर कैंट के सैन्य अधिकारियों की ओर से आम रास्ता को लेकर हमेशा कोई न कोई नया बखेड़ा खड़ा किया जाता रहा है. दानापुर अनुमंडल कार्यालय मार्ग पर सेना ने चेक पोस्ट बना कर अनुमंडल कार्यालय के कर्मियों सहित आम लोगों को परेशान किया जा रहा है. लोग सशंकित है कि पूर्व के मामलों की तरह अनुमंडल कार्यालय मार्ग को भी बंद कर दिया जाएगा. क्योंकि सेना ने पहले भी अन्य सड़कों को इसी तरह इसे बंद कर दिया. पहले चेक पोस्ट बनाते हैं और उसके बाद स्थाई निर्माण कर गेट लगाकर बंद कर देते हैं. पूर्व में भी इसी तरह सेना के अधिकारियों द्वारा 100 वर्षों से अधिक से चालू सर्वे रोड बैरक न. 1 से लोदीपुर चांदमारी सड़क सहित अन्य सड़कों को अकारण बंद कर दिया गया.
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बाता दें कि पूर्व के मामलों में सेना और आम जनता के बीच सीधा टकराव चल रहा था. वहीं, अब नए मामले ने स्थानीय प्रशासन और आम जनता, दोनों से टकराव की स्थिति पैदा कर दी है. सेना द्वारा रोज नया बखेड़ा खड़ा करने से परेशान होकर लोग यहां तक कहने लगे हैं कि दानापुर कैंट कहीं अन्यत्र शिफ्ट कर देना चाहिए.
लोगों को किया जा रहा परेशान
सांसद रामकृपाल यादव ने कहा कोरोना फैलने का बहाना बनाकर लोगों को परेशान करने की नीयत से रास्ता रोका जा रहा है. वैसे भी बिहार में लॉकडाउन लागू है. लोगों का आवागमन नियंत्रित है. ऐसे में दानापुर कैंट के सैन्य अधिकारियों का यह तर्क स्थानीय प्रशासन के गले नहीं उतर रहा है.
सेना ने इन रास्तों को किया बंद
लोदीपुर चांदमारी गांव मुख्य सड़क-1 बीआरसी से होकर गुजरती है. जिसको पिछले दो साल से सेना ने पूरी तरह बंद कर दिया है, जिसे लगभग 15 हजार की आबादी वाले गांव के लोगों को रास्ता बन्द होने के कारण रघुरामपुर से आनंद बाजार होकर लगभग 10 किलोमीटर का रास्ता तय करना पड़ता हैं. यही हाल डिफ़ेंस कॉलनी से शाहपुर पुल के पास निकलती है. जिसको भी सेना ने एक तरफ से बंद कर दिया है.
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वहीं, शाहपुर से होकर महुआरी बगीचा होते हुए सराय मुहल्ला जाने वाली सड़क को सेना ने फायरिंग एरिया होने का कारण बता कर तीन साल से बंद कर दिया है, जिससे उस इलाके के लोगों को 15 किलोमीटर की दूरी का सफर तय करना पड़ता है. वहीं, जनकधारी स्कूल के दोनों तरफ से सेना ने अपना गेट लगा दिया है और आम लोगों से काफी हंगामा के बाद पैदल आने-जाने के लिये छोटा गेट खोला गया है.
वहीं, ताजा मामला आरा गोलंबर के पास सन्तलुक चर्च के पास सेना की ओर से बांस से घेरकर आम लोगों के आने-जाने के रास्ते को रोक दिया गया है. लेकिन वहां अनुमंडल कार्यालय होने के वजह से दानापुर एसडीओ ने सेना के निर्माण कार्य पर रोक लगा दिया है.