पटना: जलवायु परिवर्तन के कारण बिहार में सूखे और बाढ़ की स्थिती पर चर्चा करने के लिये आज बिहार विधानमंडल के सेंट्रल हॉल में बैठक हुई. इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील मोदी समेत कई विधायक और विधान पार्षद मौजूद रहे. मुख्य सचिव दीपक कुमार ने इस बारे में जानकारी देते हुये बताया कि बाढ़ और सुखाड़ के कारण पैदा हो रही परेशानियों से निपटने के लिये सरकार ने तैयारी पूरी कर ली है.
मुख्य सचिव ने ये भी जानकारी दी कि अगले 3-4 दिनों तक नेपाल की तराई में भारी बारिश की संभावना है, जिस कारण नेपाल से बिहार आने वाली नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी की उम्मीद है. हालांकि सरकार का दावा है कि बाढ़ और सुखाड़ दोनों से निपटने के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है. दीपक कुमार ने कहा कि सरकार हालात पर नजर बनाये हुये है. सीएम ने एक दिन पहले ही एक महत्वपूर्ण बैठक में तैयारियों की समीक्षा की है. मुख्य सचिव ने कहा कि सरकार हर हालात से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.
सरकार कर रही है तैयारी के दावे
बता दें कि लगातार हो रही बारिश के कारण बिहार के कई सीमावर्ती जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. जलस्तर में वृद्धि के कारण नेपाल लगातार पानी छोड़ रहा है. इस कारण से गंडक, कोसी समेत कई नदियों का जलस्तर बढ़ता जा रहा है. उत्तर बिहार के कई जिले जैसे बेतिया, सीतामढ़ी, अररिया, किशनगंज, सुपौल, मोतिहारी जैसे जिले बाढ़ की चपेट में आ गये हैं. इसके अलावा जो जिले अभी तक बाढ़ से प्रभावित नहीं हैं वहां भी आने वाले समय में बाढ़ की संभावना जताई जा रही है. लोगों के अंदर भय व्याप्त होता जा रहा है. हालांकि सरकार और प्रशासन इन सब के बीच तैयारी के दावे कर रही है.