पटना: बिहार में लू का कहर जारी है. सूबे के कई अस्पतालों में रोजाना लू के मरीज आ रहे हैं. वहीं, अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हीट स्ट्रोक से हो गई है. राज्य स्वास्थ्य समिति के निदेशक मनोज कुमार ने आम जनता को लू से बचने को लेकर जानकारी शेयर की.
राज्य स्वास्थ्य समिति के निदेशक और स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव मनोज कुमार ने ईटीवी भारत पर खास चर्चा करते हुए कहा कि लू एक आपदा है. इसके प्रकोप से इस बार बिहार में कई लोगों की जान चली गई है. ऐसे में मरीजों को सतर्क रहने की आवश्यकता है. दोपहर के वक्त प्रचंड गर्मी में मजदूरों को काम करने पर राज्य सरकार ने रोक लगा रखी है. वहीं, उन्होंने कहा कि इस भीषण गर्मी में जरूरत पड़ने पर ही घर से बहार निकलें. साथ ही खान-पान पर ध्यान दें. रात को सोते वक्त ज्यादा गरिष्ठ भोजन ना खाएं और जैसे ही बुखार के लक्षणों का पता चले तुरंत डॉक्टर से मिलें.
सरकार ने की मुआवजा की घोषणा
गौरतलब है कि राज्य भर में लू से लगभग 180 लोगों की मौत हो चुकी है. सरकार ने मृतकों को मुआवजा देने की घोषणा की. सरकार के मंत्रियों का अस्पताल में दौरा भी किया है. वहीं, सूबे के कई जिलों में धारा 144 लगा दी गई है. लोगों से दिन के समय में बाहर ना निकलने की अपील की गई है.