पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 13 जुलाई, 2022 को डायल 112 की शुरुआत बिहार के थानों में क्विक रिस्पॉनस के लिया किया था, ताकि अपराध के ग्राफ को कम किया जा सका है. लेकिन इसके चालकों में सरकार के खिलाफ रोष है.अपनी छह सूत्री मांगों को लेकर चालकों ने एक दिवसीय कार्य का बहिष्कार कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और कर्नल श्रीवास्तव के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए.
पटना में डायल 112 के चालकों का विरोध प्रदर्शन: डायल 112 के क्विक रिस्पांस टीम के चालको ने अपने 6 सूत्री मांगों को लेकरजम कर प्रदर्शन किया. मांग नहीं माने जाने पर आगे पूरे बिहार में चक्का जाम करने का ऐलान किया गया है. बिहार में डायल 112 का उद्घाटन होने के बाद से टीम एक्टिव है. लगभग आपराधिक घटनाएं होने के बाद डायल 112 की टीम वहां तुरंत पहुंच जाती है.
'वेतन समय पर नहीं मिलता': डायल 112 के चालक भूतपूर्व सैनिक हैं. उन लोगों को वेतन समय पर नहीं मिलने का मुख्य मुद्दा है और छुट्टी भी समय से नहीं मिल पाता है, जिसको लेकर गुरुवार को डायल 112 के चालकों के द्वारा एक दिवसीय कार्य का बहिष्कार कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. डायल 112 के चालक संजय कुमार ने साफ तौर से बताया है कि हम लोगों की 6 सूत्री मांग है, जिसको लेकर हम लोग प्रदर्शन कर रहे हैं.
"हम लोगों की सैलरी ससमय नहीं मिलती है. वहीं सप्ताह में 1 दिन विकऑफ मिलना था वह भी नहीं दिया जाता है. साथ साथ 20 दिन की छुट्टी भी नहीं मिल पाती है. जिसको लेकर हम लोग आज प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार से मांग कर रहे हैं कि सैलरी मिलने का समय सुनिश्चित किया जाए. जब हम लोग प्रदर्शन करते हैं तो आनन-फानन में सैलरी भेज दी जाती है. अभी भी 2 महीने का सैलरी बकाया है. वहीं अगर हमारी मांगें नहीं सुनी गई तो हमारा प्रदर्शन आगे भी जारी रहेगा."- संजय कुमार, डायल 112 चालक