ETV Bharat / state

मरीजों को लूटने वाले अस्पतालों पर धावा दल का धप्पा, रात में एक साथ तीन अस्पतालों पर मारा छापा - संपचाक स्थित नारायणी अस्पताल

पटना में कोरोना मरीजों और उनके परिजनों की शिकायत पर जिला प्रशासन के धावा दल द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है. इसी कड़ी में रविवार की रात पत्रकार नगर थाना क्षेत्र स्थित बुद्धा हॉस्पिटल, संपचाक स्थित नारायणी अस्पताल और श्री इमरजेंसी अस्पताल में छापेमारी की गई.

patna
अस्पतालों पर धावा दल का धप्पा
author img

By

Published : May 10, 2021, 1:15 PM IST

पटनाः कोरोना संक्रमण के दौरान मरीजों को लूटने वालों पर शिकंजा कसने वाला धावा दल इन दिनों एक्टिव मोड में हैं. हर दिन किसी न किसी अस्पताल से मिल रही शिकायतों के बाद धावा दल द्वारा छापेमारी हो रही है. दरअसल, जिला प्रशासन को निजी अस्पतालों के खिलाफ शिकायतें मिल रही थीं.

इसी प्रकार की एक शिकायत पर रविवार की देर रात धावा दल ने शहर के तीन अस्पतालों में एक साथ रेड किया है. लगातार मिल रहीं शिकायतों को लोकर धावा दल ने रात में पत्रकार नगर थाना क्षेत्र स्थित बुद्धा हॉस्पिटल, संपचाक स्थित नारायणी अस्पताल और श्री इमरजेंसी अस्पताल में छापेमारी की है.

इसे भी पढ़ेंः तेज प्रताप ने गर्दनीबाग अस्पताल का किया निरीक्षण, कहा- 'CM नीतीश और स्वास्थ्य मंत्री दें इस्तीफा'

बुद्धा हॉस्पिटल व रिसर्च इंस्टीट्यूट पर एफआईआर दर्ज
रविवार की रात पत्रकार नगर थाना क्षेत्र स्थित बुद्धा हॉस्पिटल व रिसर्च इंस्टीट्यूट पर धावा दल की टीम पहुंची. यह दल इसी हॉस्पिटल में भर्ती मरीज आनंदी प्रसाद की शिकायत पर पहुंचा था. जिला प्रशासन की टीम जब हॉस्पिटल में पहुंची तो मौके से अस्पताल प्रबंधक और प्रबंधन से जुड़े लोग फरार हो गए.

घंटों इंतजार करने के बाद जब कोई नहीं आया तो धावा दल की टीम ने कार्रवाई की. ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि जांच के दौरान मरीजों के परिजनों से लाखों रुपए ऐंठने का खुलासा हुआ.

रेमडेसिविर की ब्लैक मार्केटिंग
अस्पताल द्वारा रेमडेसिविर की ब्लैक मार्केटिंग करने की भी पुष्टि हुई है. इस हॉस्पिटल से एक कोरोना मरीज कुछ दिनों पहले ही डिस्चार्ज हुआ था. लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने उसी डिस्चार्ज मरीज के पुर्जे पर तीन फाइल रेमडेसिविर स्वास्थ्य विभाग से मंगवा ली. मौके पर मौजूद धावा दल की टीम ने इस पूरे मामले में अस्पताल प्रबंधक के साथ-साथ अस्पताल के मालिक और मैनेजर को नामजद करके एफआईआर दर्ज किया है.

देखें रिपोर्ट

मां को नहीं किया डिस्चार्ज, बेटे संग की मारपीट
छोटी पहाड़ी पर स्थित श्री इमरजेंसी हॉस्पिटल पर मरीज के परिजनों से मारपीट की शिकायत धावा दल को मिली थी. श्री इमरजेंसी हॉस्पिटल में माधुरी देवी नाम की एक महिला को कोरोना के इलाज के लिए 3 दिन पहले भर्ती करवाया गया था. परिजनों का आरोप है कि 3 दिनों में ही इस अस्पताल ने इलाज के नाम पर लाखों रुपए ऐंठ लिए.

जब माधुरी देवी के बेटे ने मां को अस्पताल से डिस्चार्ज करने को कहा तो अस्पताल प्रबंधन ने उसके साथ मारपीट की. माधुरी देवी के बेटे ने इस पूरे मामले की शिकायत पप्पू यादव से की और पप्पू यादव ने इसकी जानकारी पटना के जिला अधिकारी को दी.

संपतचक स्थित नारायणी अस्पताल की बात करें तो यहां से धावा दल को मरीज से अधिक पैसा लिए जाने की शिकायत मिली थी. इसके बाद धावा दल ने छापेमारी की. इसमें जांच के बाद दोनों अस्पतालों पर प्राथमिकी दर्ज किए जाने की सूचना है.

पटनाः कोरोना संक्रमण के दौरान मरीजों को लूटने वालों पर शिकंजा कसने वाला धावा दल इन दिनों एक्टिव मोड में हैं. हर दिन किसी न किसी अस्पताल से मिल रही शिकायतों के बाद धावा दल द्वारा छापेमारी हो रही है. दरअसल, जिला प्रशासन को निजी अस्पतालों के खिलाफ शिकायतें मिल रही थीं.

इसी प्रकार की एक शिकायत पर रविवार की देर रात धावा दल ने शहर के तीन अस्पतालों में एक साथ रेड किया है. लगातार मिल रहीं शिकायतों को लोकर धावा दल ने रात में पत्रकार नगर थाना क्षेत्र स्थित बुद्धा हॉस्पिटल, संपचाक स्थित नारायणी अस्पताल और श्री इमरजेंसी अस्पताल में छापेमारी की है.

इसे भी पढ़ेंः तेज प्रताप ने गर्दनीबाग अस्पताल का किया निरीक्षण, कहा- 'CM नीतीश और स्वास्थ्य मंत्री दें इस्तीफा'

बुद्धा हॉस्पिटल व रिसर्च इंस्टीट्यूट पर एफआईआर दर्ज
रविवार की रात पत्रकार नगर थाना क्षेत्र स्थित बुद्धा हॉस्पिटल व रिसर्च इंस्टीट्यूट पर धावा दल की टीम पहुंची. यह दल इसी हॉस्पिटल में भर्ती मरीज आनंदी प्रसाद की शिकायत पर पहुंचा था. जिला प्रशासन की टीम जब हॉस्पिटल में पहुंची तो मौके से अस्पताल प्रबंधक और प्रबंधन से जुड़े लोग फरार हो गए.

घंटों इंतजार करने के बाद जब कोई नहीं आया तो धावा दल की टीम ने कार्रवाई की. ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि जांच के दौरान मरीजों के परिजनों से लाखों रुपए ऐंठने का खुलासा हुआ.

रेमडेसिविर की ब्लैक मार्केटिंग
अस्पताल द्वारा रेमडेसिविर की ब्लैक मार्केटिंग करने की भी पुष्टि हुई है. इस हॉस्पिटल से एक कोरोना मरीज कुछ दिनों पहले ही डिस्चार्ज हुआ था. लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने उसी डिस्चार्ज मरीज के पुर्जे पर तीन फाइल रेमडेसिविर स्वास्थ्य विभाग से मंगवा ली. मौके पर मौजूद धावा दल की टीम ने इस पूरे मामले में अस्पताल प्रबंधक के साथ-साथ अस्पताल के मालिक और मैनेजर को नामजद करके एफआईआर दर्ज किया है.

देखें रिपोर्ट

मां को नहीं किया डिस्चार्ज, बेटे संग की मारपीट
छोटी पहाड़ी पर स्थित श्री इमरजेंसी हॉस्पिटल पर मरीज के परिजनों से मारपीट की शिकायत धावा दल को मिली थी. श्री इमरजेंसी हॉस्पिटल में माधुरी देवी नाम की एक महिला को कोरोना के इलाज के लिए 3 दिन पहले भर्ती करवाया गया था. परिजनों का आरोप है कि 3 दिनों में ही इस अस्पताल ने इलाज के नाम पर लाखों रुपए ऐंठ लिए.

जब माधुरी देवी के बेटे ने मां को अस्पताल से डिस्चार्ज करने को कहा तो अस्पताल प्रबंधन ने उसके साथ मारपीट की. माधुरी देवी के बेटे ने इस पूरे मामले की शिकायत पप्पू यादव से की और पप्पू यादव ने इसकी जानकारी पटना के जिला अधिकारी को दी.

संपतचक स्थित नारायणी अस्पताल की बात करें तो यहां से धावा दल को मरीज से अधिक पैसा लिए जाने की शिकायत मिली थी. इसके बाद धावा दल ने छापेमारी की. इसमें जांच के बाद दोनों अस्पतालों पर प्राथमिकी दर्ज किए जाने की सूचना है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.