पटना: पटना विश्वविद्यालय के छात्र रहे बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे को पीयू के सीनेट हॉल में सम्मानित किया गया. गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि बिहार की महिलाओं की सुरक्षा के लिए डीजी सेल का गठन किया गया है, जहां 24 घंटे उनकी सुरक्षा के लिए पुलिस जवान मुस्तैद रहेंगे.
डीजीपी ने कहा कि आए दिन राजधानी की सड़कों पर और पटना के विभिन्न कॉलेजों के मेन गेट पर छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है. मैं इससे कतई इनकार नहीं कर सकता हूं. इसी को लेकर डीजी सेल का गठन हुआ है. जहां पर 24 घंटे त्वरित कार्रवाई होगी. टेलीफोन नंबर भी जारी किया गया है.
लड़कियों द्वारा फोन करने पर 24 घंटे उस पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. वहीं अर्जुन अवार्ड से नवाजी गयी जमुई की बेटी श्रेयसी को सम्मानित किया गया. श्रेयसी ने 2018 में आस्ट्रेलिया में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में शूटिंग के दौरान गोल्ड मेडल जीता था. राजधानी की छात्राओं से अपील की कि वह भी नारी शक्ति को समझे. अपने घर परिवार और समाज में आगे बढ़ने के लिए और गरिमा को बनाए रखने के लिए अपने पैर पर खड़े हों.
डीजीपी ने कहा है कि बिहार में 1400 थाने हैं. थानेदार से लेकर डीएसपी, डीआईजी, आईजी सभी अपने-अपने मन से काम करें तभी अपराधी भागते नजर आएंगे. डीजेपी ने कहा कि मैंने अपने सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया है कि अपराधी भागते नजर आना चाहिए और पुलिस दौड़ते नजर आना चाहिए.
गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि जो भी माफियाओं के साथ रहेंगे उन्हें बख्शे नहीं जाएंगे. मैं दिन-रात कभी भी कहीं भी किसी भी थाने में औचक निरीक्षण कर सकता हूं. मुझे अभी पहले अपनी टीम को ठीक करना है. बहुत से पुलिस पदाधिकारियों के खिलाफ रोजाना शिकायतें मिल रही है, मैं उन्हें नहीं छोडूंगा.
डीजीपी ने हाल की उपलब्धियों को भी गिनाया. चाहे वह चर्चित सेंट्रल मॉल कांड हो या फिर स्वर्ण व्यवसाई लूट कांड. एके 47 का पकड़ना हो या फिर मुजफ्फरपुर मामला. उन्होंने कहा कि कोई भी अपराधी पुलिस की गिरफ्त से भाग नहीं सकता है.