पटनाः राजधानी पटना जिले के धनरूआ प्रखंड के वीर गांव स्थित गौरीशंकर बुढ़वा महादेव स्थान प्राचीन मंदिर में सावन के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. हर रोज लोग पूजा करने पहुंच रहे हैं. हर हर महादेव के जयघोष से इलाका गुंजायमान है. बुढ़वा महादेव में स्थापित साढ़े 5 फीट का शिवलिंग पूरे पटना जिले का आकर्षण का केंद्र है.
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कई पौराणिक मान्यताएं हैं जुड़ींः यहां स्थापित शिवलिंग में मां गौरी और भगवान शिव की आकृति बनी हुई है. इसे आपरूपी बताया जाता है. मंदिर के मुख्य पुजारी रामा शंकर पांडे की मानें तो यह अति प्राचीन मंदिर है. कहा जाता है कि यह शिवलिंग खेत में जुताई के दौरान मिला था. जब इसे मंदिर में स्थापित किया गया था तो इसका मुंह पूरब की ओर रखा गया था. सुबह लोगों ने देखा कि शिवलिंग का मुंह पश्चिम दिशा की ओर है. उसी समय से इस मंदिर के प्रति लोगों की आस्था बढ़ गई. दूर दराज से लोग यहां पर मन्नतें मांगने आते हैं. मान्यता है कि यह मंदिर मनोकामना पूरक है.
"यहां पर सावन के महीने में महाशिवरात्रि के दिन भव्य मेला का आयोजन होता है. लाखों की संख्या में दूरदराज से लोग आते हैं. इस मंदिर का काफी महत्व है."-रामा शंकर पांडे, पुजारी
साढ़े पांच फीट का शिवलिंगः पूरे पटना जिला में साढ़े 5 फीट का शिवलिंग आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. यहां पर सावन के महीने में लाखों की संख्या में भीड़ रहती है. खासकर सोमवारी के दिन कई जिलों के लोग यहां पर जलाभिषेक करने आते हैं. प्रत्येक साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु सावन के महीने में जलाभिषेक करने आते हैं. इस बार सावन 2 महीने का होगा. 19 साल बाद यह संयोग बन रहा है. इसलिए भक्तों में और उत्साह है.