पटना: नीतीश कुमार ने एनडीए से नाता तोड़कर महागठबंधन (Mahagathbandhan In Bihar) के साथ मिलकर नई सरकार बनाई है. 16 अगस्त को कैबिनेट का विस्तार किया गया. मंत्रियों के शपथ ग्रहण के बाद से ही सरकार विवादों में घिर गई है. खासकर आरजेडी कोटे के मंत्रियों पर गंभीर आरोप लगे हैं. कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह, शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर और कृषि मंत्री बने सुधाकर सिंह पर गंभीर आरोप लगे हैं. वहीं लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप ने अपने जीजा जी को विभागीय बैठक में शामिल कर लिया था. इन सबके बाद बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejashwi Yadav) ने आरजेडी के मंत्रियों के लिए कुछ गाइडलाइंस जारी किए हैं.
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तेजस्वी यादव की नसीहत: तेजस्वी यादव ( Tejashwi Yadav Advice To RJD Ministers ) ने आरजेडी कोटे के मंत्रियों को कहा है कि कोई मंत्री विभाग में अपने लिए नई गाड़ी नहीं खरीदेगा. साथ ही तेजस्वी ने कहा है कि गुलदस्ता आदान-प्रदान की जगह किताब-कलम के आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया जाए. इसके साथ ही उन्होंने अपने मंत्रियों को साफ साफ कहा है कि कोई भी उम्र में बड़े कार्यकर्ता, समर्थक या किसी भी व्यक्ति को पांव छूने नहीं दिया जाएगा. शिष्टाचार और अभिवादन के लिए हाथ जोड़कर प्रणाम, नमस्ते और आदाब की परंपरा को सभी बढ़ावा देंगे.
सोशल मीडिया पर प्रचार का निर्देश: साथ ही तेजस्वी ने सभी को कहा है कि जनता से सौम्य और शालीनता के साथ व्यवहार करें. सभी जाति धर्म और गरीबों की समस्याओं को सुनें और फौरन उसका निदान करने की पहल करें. सभी को पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता से काम करना है. साथ ही तेजस्वी ने मंत्रियों को कहा है कि काम टालना नहीं है बल्कि जल्द से जल्द करना है. जल्द काम करने की कार्यशैली को बढ़ावा दें. मंत्रियों को तेजस्वी ने यह भी कहा है कि जो भी विकास कार्य किए जा रहे हैं उसकी जानकारी सोशल मीडिया पर भी दें ताकि लोगों को भी सच्चाई का पता चल सके.
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इन विवादों में फंसी सरकार: जिस दिन मंत्री कार्तिकेय सिंह ने राज्य की नई सरकार में विधि मंत्री के रूप में शपथ ली उस दिन तो दिनभर बयानबाजियों का दौर चलता रहा. मामला इतना बढ़ गया कि इस मामले से सीएम नीतीश ने पल्ला झाड़ लिया और गेंद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejashwi Yadav) के पाले में डाल दिया. वहीं प्रदेश में नए कृषि मंत्री बने सुधाकर सिंह पर लगे आरोप भी सामने आ गए. दरअसल सुधाकर सिंह पर साल 2013 में रामगढ़ थाने में एक मुकदमा दर्ज हुआ था. उन पर एसएससी के करोड़ों रुपए का चावल गबन का आरोप है. राज्य के नए शिक्षा मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले प्रोफेसर चंद्रशेखर के ऊपर यह आरोप था कि उन्होंने अपने बैग में जिंदा कारतूस रखा था. 21 फरवरी 2019 को दिल्ली एयरपोर्ट थाने में आर्म्स एक्ट और आईपीसी के तहत बैग में छिपाकर जिंदा कारतूस ले जाने के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था. हालांकि बाद में विधायक ने भूल वश बैग में कारतूस रख लेने की दलील दी जिसे स्वीकार कर हाई कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया था.
तेजस्वी के जीजा को लेकर भी विवाद : बताया जाता है कि 18 अगस्त को तेज प्रताप ने बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के साथ एक बैठक की. इस बैठक की तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है. बैठक के दौरान तेजप्रताप यादव के बगल में उनकी बहन मीसा भारती के पति शैलेश कुमार भी नजर आए. विपक्ष का आरोप है कि इससे पहले की विभागीय बैठक में भी शैलेश कुमार शामिल हुए थे. अब बैठक की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बहस छिड़ गई है. बता दें कि 18 अगस्त को डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के करीबी संजय यादव भी स्वास्थ्य विभाग की आधिकारिक बैठक में नजर आए, जबकि उनके पास कोई सरकारी पद नहीं है.
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