पटना: बीजेपी कोटे से उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद की उम्र को लेकर उठा विवाद गहराता जा रहा है. विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है. हालांकि सत्ता पक्ष का मानना है इस मुद्दे पर सरकार को परेशानी नहीं होगी.
हलफनामा में उम्र का खेल
तार किशोर प्रसाद की उम्र पिछले 5 साल में इस अवधि के दोगुने से भी ज्यादा बढ़ गई है. 2005 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने चुनाव आयोग को जो हलफनामा सौंपा. उसमें उन्होंने अपनी उम्र 48 वर्ष बताई है. वहीं, 2010 में उन्होंने चुनाव आयोग को जो हलफनामा सौंपा. उसमें उन्होंने अपनी उम्र 49 साल बताई है. जबकि 2015 के विधानसभा चुनाव में अपनी उम्र 52 वर्ष बताई है. वहीं, इस बार के चुनाव में उन्होंने चुनाव आयोग को जो हलफनामा सौंपा है उसमें उन्होंने अपनी उम्र 64 वर्ष बताई है.
बीजेपी कर रही बचाव
उपमुख्यमंत्री को लेकर उठे विवाद में बीजेपी तार किशोर प्रसाद का बचाव करती दिख रही है. लोक स्वास्थ्य एवं अभियंत्रण मंत्री रामप्रीत पासवान ने कहा है कि यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं है. भूल बस उम्र गलत अंकित हो गया होगा. इस पर बवाल खड़ा करने की जरूरत नहीं है. इन सब के बीच विपक्ष इस मुद्दे को लेकर तेवर में दिख रहा है. जिसके बाद माना जा रहा है कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र में इस मुद्दे पर विपक्ष हंगामा कर सकता है.