पटनाः राजधानी में बारिश से हुए जलजमाव अब यहां के लोगों के लिए नासूर बन गया है. पटना के अधिकांश इलाके में हुआ जलजमाव अब महामारी का रूप लेता जा रहा है. अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. जलजमाव वाले इलाकों में अब भी सही तरीके से डीडीटी का छिड़काव नहीं हो रहा है. जलजमाव से परेशान राजधानी वासियों को अब बीमारियों का डर सताने लगा है.
150 सैम्पलों में से 83 में डेंगू पॉजिटिव
पीएमसीएच में वायरोलॉजी लैब के प्रभारी डॉ सच्चिदानंद कुमार ने कहा कि यहां शनिवार को खून के 150 सैम्पलों में से 83 में डेंगू पॉजिटिव निकला है. केवल पीएमसीएच में डेंगू के अबतक 775 मामले सामने आ चुके हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे तो सगुनामोड़ से लेकर फतुहा तक सभी इलाकों से मरीज आ रहे हैं, लेकिन कंकड़बाग, राजेंद्र नगर, लोहानीपुर, हनुमान नगर, पत्रकार नगर, कृष्णा पुरी, कुर्जी कॉलोनी और राजा बाजार के इलाके में डेंगू का मामला ज्यादा देखा जा रहा है.
'घरों में करें मच्छरदानी का उपयोग'
डॉ सच्चिदानंद कुमार ने कहा कि जलजमाव डेंगू का मुख्य वजह है. सप्ताहभर से पटना के अधिकांश मोहल्लों में जलजमाव है. ऐसे में जरूरी है कि इन इलाकों में मच्छर मारने की दवा का छिड़काव किया जाए. साथ ही लोगों को मच्छरदानी का उपयाग करना चाहिए. बता दें कि कुछ मोहल्लों से पानी उतरा है लेकिन ज्यादातर इलाकों में कमोबेश अब भी जलजलाव जैसे हालात बने हुए हैं. गाद मिक्षित इस पानी से संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ गया है.