पटना: 16 जनवरी से देशभर में कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत होने जा रही है. पटना के आईजीआईएमएस में वैक्सीन का पहला डोज दिया जाएगा. पटना के एनएमसीएच में कोरोना वैक्सीन का स्टेट वैक्सीनेशन स्टोरेज सेंटर बनाया गया है. प्रदेश में 10 रीजनल सेंटर हैं जहां से वैक्सीन 300 वैक्सीनेशन सेंटर पर उपलब्ध कराई जानी है. 16 जनवरी को आईजीआईएमएस में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वैक्सीनेशन कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे. ऐसे में पटना के आम लोग यह मांग कर रहे हैं कि मुख्यमंत्री कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लें और एक मिसाल कायम करें ताकि लोगों के मन से वैक्सीन का डर दूर हो.
पटना के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने एक सुर में यही कहा कि वैक्सीनेशन कार्यक्रम की शुरुआत हो रही है और सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों को टीका दिया जाना है. मगर इस टीका के प्रति आम लोगों के मन में जो भय बना हुआ है वह दूर हो इसके लिए जो जनप्रतिनिधि, नेताओं और मंत्रियों को टीका लेना चाहिए.
नेता लें वैक्सीन का डोज
आर ब्लॉक के पास सड़क से गुजर रहे डीएन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री और बड़े नेताओं को कोरोना वैक्सीन लगवाकर एक मिसाल कायम करना चाहिए. यही बात जीपीओ के पास मौजूद युवक श्लोक कुमार ने भी कहीं. श्लोक ने कहा कि प्रदेश के नेताओं को वैक्सीन का डोज लेकर वैक्सीन के प्रति लोगों के मन में विश्वास जगाना चाहिए. लोगों के मन में कई प्रकार की आशंकाएं हैं और अगर प्रदेश के मुख्यमंत्री और अन्य मंत्री व विधायक वैक्सीन लगवाना शुरू करते हैं तो वैक्सीन के प्रति जरूर लोगों का विश्वास बढ़ेगा. मुख्यमंत्री 16 जनवरी को जब टीकाकरण की शुरुआत करेंगे तो वह चाहते हैं कि मुख्यमंत्री भी टीका लगवाएं और वैक्सीन के प्रति लोगों का विश्वास बढ़े इसके लिए एक सार्थक पहल करें.
पटना के एग्जीबिशन रोड के पास मौजूद आर चौधरी ने कहा कि देश के हर महत्वपूर्ण व्यक्ति को टीका लगवाकर मिसाल कायम करना चाहिए ताकि लोगों के मन में जो नकारात्मक खयाल कोरोना वैक्सीन के प्रति उभर रहे हैं वे बंद हो. अगर मुख्यमंत्री और अन्य मंत्री इस प्रकार की पहल करते हैं तो निश्चित रूप से वैक्सीन को लेकर डर दूर हो जाएगा.
सीएम वैक्सीन लेंगे तो दूर होगा डर
युवती श्रेया ने कहा कि वह चाहती है कि सबसे पहला टीका प्रदेश के मुख्यमंत्री लें. उन्होंने कहा कि उनको वैक्सीन के साइड इफेक्ट का डर है. ऐसे में अगर मुख्यमंत्री इस प्रकार की पहल करते हैं तो जरूर उनके मन से डर दूर होगा. नेता और मंत्री जनता पर ट्रायल कर रहे हैं जबकि ट्रायल खुद पर करा कर जनता के लिए यह कार्यक्रम शुरू करनी चाहिए थी. युवती तेजस्विनी ने कहा कि वह भी यही चाहती है कि प्रदेश के नेता मंत्री आगे आएं और सबसे पहले अपना टीकाकरण कराएं फिर बाद में आम जनता का वैक्सीनेशन हो.
पटना के मशहूर चिकित्सक डॉ दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना वैक्सीन लगना है. मगर इसके अलावा बड़े पब्लिक फिगर भी अपना टीकाकरण करा सकते हैं. प्रदेश के मुख्यमंत्री अगर कोरोना वैक्सीन के प्रति अपनी उत्सुकता दिखाते हैं तो निश्चित तौर पर कई आम लोगों के मन में जो डर है वह दूर हो जाएगा.