पटना: बिहार की राजधानी पटना स्थित संजय गांधी जैविक उद्यान में एक बाघ शावक की मौत (Death of Tiger Cub Magadha of Patna Zoo) हो गई है. बाघिन संगीता के 4 शावकों में से एक मगध शावक का जन्म 25 मई को पटना जू में हुआ था. काफी दिनों से मगध के लंग्स में इंफेक्शन था और उसका इलाज भी चल रहा था. करीब 8 महीने बाद उसे बाड़े में छोड़ा गया था.
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25 मई 2022 को हुआ था मगध का जन्म: बाघिन संगीता ने मगध समेत 4 शावकों को 25 मई को पटना जू में जन्म दिया था. इनमें तीन नर और एक मादा था. उसमें केसरी सफेद रंग का नर शावक है. वहीं एक नर शावक विक्रम और एक मादा शावक रानी सामान्य रंग का है. हाल ही में 14 जनवरी को चारों शावकों को विजिटर्स के लिए डिस्प्ले किया गया था. जिस मगध नाम के शावक की मौत हुई है, उसका रंग सफेद था और काफी दिनों से उसके लंग्स में इंफेक्शन था.
जन्म के बाद स्वस्थ थे सभी शावक: जन्म के बाद सभी शावक पूरी तरह से स्वस्थ दिख रहे थे लेकिन अचानक एक दिन पहले उसकी तबीयत बिगड़ गई. जब डॉक्टर ने जांच की तो पता चला कि लंग्स में इंफेक्शन है. डॉक्टरों द्वारा इलाज किया गया लेकिन नर शावक मगध की जान नहीं बचाई जा सकी. मगध शावक की मौत के बाद अब पटना जू में बाघों की संख्या मात्र 8 रह गई है.
बाघिन संगीता को चेन्नई से लाया गया था: आपको बताएं कि चार शावकों को जन्म देने वाली बाघिन संगीता को चेन्नई के वेंडालूर जू से पटना जू लाया गया था. वहीं, इन शावकों के पिता को भी वेंडालूर जू से साल 2019 में पटना जू लाया गया था. संगीता ने पिछले साल 25 मई को मगध समेत 4 शावकों जन्म दिया था. करीब 8 महीने के बाद इन शावकों को बाड़े में छोड़ा गया था.
तेजप्रताप यादव ने किया था लोकार्पण: पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री तेजप्रताप यादव ने बाध के शावकों का 15 जनवरी 2023 को लोकार्पण किया था. इस मौके पर उन्होंने कहा था कि बाघ के शावकों को देखना शहरवासियों के लिए नया अनुभव होगा. पटना जू घूमने आने वाले दूसरे राज्यों के विजिटर्स के लिए भी यह खास होगा कि एक साथ उन्हें बाघ के चार शावकों को देखने का अवसर मिलेगा.