पटनाः बिहार विधानसभा उपचुनाव में हाईप्रोफाइल सीट दरौंदा से बीजेपी के बागी नेता करनजीत सिंह उर्फ व्यास जी ने जदयू प्रत्याशी अजय सिंह को शिकस्त दी. हालांकि निर्दलीय विधायक खुद को अभी भी बीजेपी के सच्चे सिपाही बता रहे हैं. निर्दलीय विधायक करनजीत सिंह शनिवार को बीजेपी कार्यालय पहुंचे. इस दौरान उन्होंने ईटीवी भारत संवाददाता से बातचीत की.
बातचीत के दौरान उन्होंने अपने भविष्य के सियासी कदम के बारे में बताया. करनजीत सिंह ने कहा कि हम बीजेपी के सिपाही हैं, बीजेपी के साथ थे और भविष्य में भी रहेंगे. दरौंदा विधायक ने बताया कि पार्टी ने न मुझे बाहर निकाला है और न ही वो पार्टी छोड़े हैं. जब से पार्टी की सदस्यता ली है तब से कहीं बाहर नहीं गए. उन्होंने कहा कि वो सबका साथ सबका विकास करने वाली पार्टी के साथ ही रहेंगे. बागी होकर चुनाव लड़ने पर कार्रवाई के सवाल पर विधायक जबाव देने से बचते रहे. उन्होंने कहा कि पार्टी ने उनके साथ क्या किया इसकी चर्चा नहीं करना चाहते.
बीजेपी के साथ रहेंगे दरौंदा विधायक
हालांकि दरौंदा विधायक करनजीत सिंह ने स्पष्ट करते हुए कहा कि वो बीजेपी के साथ हैं और बीजेपी के एजेंडा पर विश्वास करते हैं. बता दें कि करनजीत सिंह सीवान बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष थे. एनडीए ने दरौंदा सीट से जदयू के अजय सिंह को उम्मीदवार बनाया था. जिसके बाद नाराज करनजीत सिंह सिंह निर्दलीय चुनावी मैदान में उतर गए थे. उनके इस कदम से बीजेपी ने उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया था.
जदयू विधायक भी पहुंचे थे बधाई देने
वहीं, करनजीत सिंह ने 27,319 वोटों से उपचुनाव में जीत हासिल की. जहां करनजीत सिंह उर्फ व्यास सिंह को कुल 51207 वोट मिले जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी जेडीयू के अजय सिंह को 23895 वोट से संतोष करना पड़ा. हालांकि जीत के बाद उनके विजय जुलूस में पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव, बीजेपी एमएलसी टुन्ना जी पांडेय ने शिरकत की. दूसरी तरफ जदयू विधायक श्याम बहादुर सिंह भी जीत के बाद बधाई देने पहुंचे थे. ऐसे में जीत के बाद करनजीत सिंह अपने आपको को बीजेपी के सच्चे सिपाही मान रहे हैं.